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छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन हत्या और दुष्कर्म के औसत तीन प्रकरण

  रायपुर.  प्रदेश में रोज तीन हत्या और तीन दुष्कर्म के अपराध हो रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार 2...

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रायपुर.  प्रदेश में रोज तीन हत्या और तीन दुष्कर्म के अपराध हो रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में राज्य में हत्या के 1,057 और दुष्कर्म के 1,093 अपराध हुए हैं। 2020 में यह आंकड़ा क्रमश: 972 और 1,210 प्रकरण दर्ज किए गए थे। एनसीआरबी ने हाल ही में 2021 में देशभर में हुए अपराधों का आंकड़ा जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य में एक वर्ष में हीट एंड रन (सड़क हादसों में टक्कर मार कर भागने) के 1,777 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। 2020 में 1,749 ऐसी घटनाएं हुई थीं।

सांप्रदायिक दंगे के पांच प्रकरण

प्रदेश में 2021 में सांप्रदायिक दंगा के पांच प्रकरण दर्ज किए गए हैं। बीते तीन-चार वर्षों में पहली बार राज्य में इतनी संख्या में सांप्रदायिक दंगे हुए हैं।

कुल अपराध

वर्ष दर्ज अपराधों की संख्या

2021 70,519

2020 65,216

2019 61,256

अपराध दर्ज संख्या

हत्या 1,057

हत्या का प्रयास 691

दुष्कर्म 1,093

दहेज हत्या 65

बलवा 904

डकैती 553

महिला उत्पीड़न 1,020

फर्जीवाड़ा 379

प्रदेश में अपराध के आंकड़ों पर घमासान

प्रदेश में अपराध के आंकड़ों को लेकर जुबानी घमासान शुरू हो गई है। राष्ट्रीय अपराध अन्वेषण ब्यूरो (एनसीआरबी) ने 2021 की रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार बीते वर्षों की तुलना में राज्य में अपराध बढ़े हैं। इसको लेकर भाजपा हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने भाजपा पर आंकड़ों को लेकर गलत बयानी का आरोप लगाते हुए पलटवार किया है। वहीं, सरकार कह रही है कि 2018 की तुलना में 2021 में छत्तीसगढ़ पड़ोसी राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति में है।

छत्तीसगढ़ बन रहा है शांति का टापू, एनसीआरबी के आंकड़े कर रहे हैं पुष्टि

सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि एनसीआरबी के आंकड़ों ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू बन रहा है। दिसंबर 2018 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भूपेश बघेल ने विकास, विश्वास और सुरक्षा के मूल मंत्र को लेकर प्रदेश के हित में काम करने की शुरुआत की। बीते साढ़े तीन वर्षों में मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता के विकास के लिए न्याय योजनाएं शुरू कर छत्तीसीगढ़ माडल को पूरे देश में स्थापित किया है।

मुख्यमंत्री के विश्वास मूलमंत्र के कारण अब अबूझमाड़ में भी खेती की जा रही है वहीं सुरक्षा मूल मंत्र के अंतर्गत अपराधों में लगातार कमी आ रही है। सरकारी बयान के अनुसार 2018 तक बलात्कार के मामले में राज्य देश में पांचवें स्थान पर था, अब 11वां है। अपहरण के मामलों में राज्य 2018 में 11वें स्थान पर था और अब 12वें स्थान पर है। डकैती मामले में पहले 12वां स्थान था, अब 16वें स्थान पर है।

प्रदेश में हर दिन तीन अनाचार के मामले चिंताजनक: चंदेल

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा अपराधों के मामले में राज्य अब इतिहास रचने की ओर है। एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 2021 में यहां हर दिन अनाचार के तीन मामले दर्ज हुए हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त करते कहा कि 2019 से 2022 तक तीन वर्षो में तीन लाख से अधिक आपराधिक मामले पंजीबद्ध हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट करने वाली कांग्रेस सरकार को अब एक दिन भी सत्ता संभालने का अधिकार नहीं है।

राज्य में कानून का राज, अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण: शुक्ला

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट को लेकर नेता प्रतिपक्ष चंदेल के बयान को झूठा और मनगढ़ंत बताया है। उन्होंने कहा कि सच्च्ााई यह है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अपराधों में बड़ी कमी है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के ही आधार पर शुक्ला ने कहा कि देश के 20 प्रमुख राज्यों के अध्ययन से स्पष्ट होता है कि प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध बलात्कार, छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में 64 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।