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दतिया में चलाए गए मेरा बच्चा अभियान की तारीफ : पीएम नरेन्द्र माेदी

   कुपाेषण काे दूर करने के लिए दतिया जिले में चलाया गया मेरा बच्चा अभियान केवल मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में सुर्खियां बन गया है। ...

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 कुपाेषण काे दूर करने के लिए दतिया जिले में चलाया गया मेरा बच्चा अभियान केवल मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में सुर्खियां बन गया है। इस अभियान के लिए दतिया जिले काे अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री उत्कृष्ट पुरुस्कार से सम्मानित भी किया गया था। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने भी मन की बात कार्यक्रम के दाैरान दतिया में चलाए गए इस अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं क्या, कुपाेषण दूर करने के लिए गीत संगीत और भजन का भी इस्तेमाल हाे सकता है? मध्यप्रदेश के दतिया जिले में मेरा बच्चा अभियान में इसका सफलतापूर्वक प्रयाेग किया गया। यहां इस अभियान के बाद न सिर्फ आंगनबाड़ी केंद्राें पर बच्चाें की उपस्थिति बढ़ी बल्कि कुपाेषण भी कम हुआ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने कहा कि इस अभियान के दाैरान जिले में भजन कीर्तन आयाेजित हुए, जिसमें पाेषण गुरु कहलाने वाले शिक्षकाें काे भी बुलाया गया। एक मटका कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें महिलाएं व आंगनबाड़ी केंद्र के लिए एक मुट्ठी अनाज लेकर आती हैं और शनिवार काे इसी से बालभाेज तैयार हाेता है।

क्या है एक बच्चा अभियानः पोषण अभियान अंतर्गत कुपोषण को दूर करने के लिए दतिया जिले में मेरा बच्चा अभियान चलाया गया था। जिसमें दतिया जिले में चिन्हित तत्कालीन 526 कुपोषित बच्चों को सुपोषण की ओर ले जाने के लिए शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई। जिसमें अधिकारी कर्मचारियों द्वारा उक्त बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए कदम उठाए गए। बच्चों को फल, सब्जियां, पौष्टिक आहार आदि सामग्री दी गई। इसके साथ ही कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को बच्चों की देखभाल करने की समझाइश दी गई। अभियान के दौरान जिन कुपोषित बच्चों में चिकित्सीय जटिलता थी, उन्हें नजदीकी पोषण पुनर्वास केंद्र दतिया, सेवढ़ा, इंदरगढ़, बसई, भांडेर में भर्ती करवाकर निःशुल्क उपचार करवा कर प्रोत्साहन राशि प्रदान करवाई गई। इसके साथ ही सुपोषण किट, टेक होम राशन, आरटीई आदि खाद्य पदार्थों का वितरण समय-समय पर करवाया गया। जो बच्चे कुपोषण की श्रेणी में अभी भी रह गए हैं उन्हें भी पोषण से सुपोषण की श्रेणी में लाने का प्रयास जारी है। इस दौरान दवाइयों का भी सेवन करवाया जा रहा है। साथ ही उपरोक्त बच्चों का आई मैम में रजिस्ट्रेशन करवाकर फालोअप किया गया।

मिल चुका है पुरुस्कारः जनभागीदारी से कुपोषण को दूर करने के नवाचार के लिए दतिया जिले को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था। 21 अप्रैल 2022 को दतिया जिला कलेक्टर संजय कुमार को 15 वें सिविल सेवा दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन नईदिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह पुरुस्कार प्रदान किया था। दतिया जिले को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए कलेक्टर संजय कुमार ने अभिनव पहल करते हुए इसे जनभागीदारी से जोड़ने का नवाचार किया था। कलेक्टर का यह नवाचार प्रदेश स्तर पर सराहा गया। इसके तहत कलेक्टर के निर्देशन में कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रति मंगलवार मंगल दिवस का आयोजन किया गया। साथ ही पोषण विविधता के लिए वहां पोषण वाटिका लगाकर उत्पादित सब्जियों को कुपोषित बच्चों के परिवारों को प्रदान की गई। सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के लिए पोषण मटका थीम के तहत समुदाय द्वारा कुपोषित बच्चों के परिवार के लिए खाद्यान्ना सहयोग प्राप्त किया गया। इसके लिए समुदायों को निरंतर प्रेरित किया गया। जनभागीदारी के माध्यम से जिले में वर्ष 2021 में तुलनात्मक आंकड़ों के आधार पर अति कम वजन के बच्चों में 17.5 प्रतिशत तक एवं ठिगनेपन में 12.1 प्रतिशत व नवजात शिशु स्तनपान में 24.4 प्रतिशत सुधार आया।