बिलासपुर . बिलासपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है. जो बिलासपुर रतनपुर मार्ग में नकली पुलिस बनकर कोयला ट्रक ड्राइवरों से वसूल...
बिलासपुर. बिलासपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है. जो बिलासपुर रतनपुर मार्ग में नकली पुलिस बनकर कोयला ट्रक ड्राइवरों से वसूली और लूट की घटना को अंजाम देते थे. लुटेरों की गैंग में एक महिला भी शामिल थी.जो आरोपियों के साथ मिलकर उगाही करती थी. गैंग के सदस्य पुलिस की वर्दी पहनते थे और चार पहिया वाहन में पुलिस का स्टीकर भी लगा रखा था. आरोपी कोयले से भरी गाड़ियों को अपना शिकार बनाते थे. ड्राइवर को पुलिस का भय दिखाकर वसूली करते थे.
पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी बिलासपुर के कोनी से हुई है. मामला इस प्रकार है कि झारखंड के पलामू जिले में रहने वाले उमेश राम ने कोनी थाने में आकर लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में उसने बताया कि 18 अगस्त की रात लगभग 10:30 बजे वो खुद अपने दो ट्रेलर चालक दिलीप ऊरांव और ट्रेलर चालक कुलदीप उरांव से कोयला लोड कर बिलासपुर से लगे लोखंडी गांव आ रहे थे. तब तुरकाडीह ओवरब्रिज के पास पुलिस के स्टीकर लगी कार में सवार लड़कों ने उन तीनों ट्रेलर चालकों के ट्रेलर को हाथ दिखाकर रोका. उनसे बिल्टी और 5 हजार रुपए की मांग की. नहीं देने पर उन तीनों लड़कों ने गाली गलौज और धमकी देकर उमेश राम के साथी से 21 हजार रुपए लिए. उसके बाद बिल्टी लूटकर फरार हो गए.
पुलिस ने बताया कि ट्रक मालिकों से बिल्टी वापस करने के एवज में 2 लाख रुपए की मांग की गई थी. मामले में पुलिस ने टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की इस लूटकांड का एक आरोपी बिलासपुर के रिवर व्यू कॉलोनी में छिपा है. पुलिस ने सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपी का नाम काशी प्रसाद ऊर्फ छोटू है. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इसके बाद पुलिस ने लूटकांड के दूसरे आरोपी जो की महिला है उसे गिरफ्तार किया. उसका नाम गायत्री पटेल है वह कार की मालकिन है. घटना के दौरान नकली पुलिस गैंग के सदस्यों ने ट्रक चालकों से बिल्टी छीन लिया। बिल्टी छीनने के बाद अपना मोबाइल नंबर दिया और कहा कि ट्रक मालिकों को बोलना 2 लाख रुपए लेकर आए और बिल्टी ले जाएं. तब ट्रक मालिकों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर प्लान बनाया और 2 लाख रुपए देने की बात कहते हुए आरोपियों को लालच दिया. जिसके बाद नकली पुलिस मौके पर पहुंची तब ट्रक मालिकों और उनके साथियों की भीड़ देखकर आरोपी भागने लगे. इसी दौरान शातिर आरोपी पकड़े गए.