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अधिकारियों कर्मचारियों की हड़ताल से पूर्ण बंद के जैसा नजारा, जिला कार्यालय से लेकर विकास खंड कार्यालयों तक में कामकाज ठप नजर आया

  दुर्ग । असल बात न्यूज़।।  शुक्रवार को जन्माष्टमी थी, जिसके चलते पिछले तीन दिनों से सरकारी कार्यालयों में कामकाज बंद था और आज सप्ताह के पहल...

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 दुर्ग ।

असल बात न्यूज़।। 

शुक्रवार को जन्माष्टमी थी, जिसके चलते पिछले तीन दिनों से सरकारी कार्यालयों में कामकाज बंद था और आज सप्ताह के पहले दिन सोमवार को लोगों को शासकीय कार्यालय  खुलने की उम्मीद थी लेकिन छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संघ की  जिस तरह से हड़ताल शुरू हुई है हड़ताल के पहले दिन शासकीय कार्यालयों का खुलना अथवा बंद होना एक जैसा नजर आ रहा है। विभिन्न मांगों को लेकर शुरू इस हड़ताल में जिले भर से अधिकारी कर्मचारी यहां पहुंचे हुए हैं। इसका मतलब है कि सिर्फ जिला कार्यालय है नहीं विकास खंड स्तरीय कार्यालयों में भी कामकाज ठप्प के जैसा हो गया है। न्यायालयीन कर्मचारियों और तहसील के कर्मचारियों के द्वारा भी हड़ताल का सपोर्ट किया जा रहा है और वे सब कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं जिससे वहां भी कामकाज पूरी तरह से ठप्प नजर आया है। हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों के द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। हम लोग हड़ताल पर बैठे हैं और इस बहाने वे लोग फिर अपना वेतन भत्ता बढ़ा लें ऐसा, कटाक्ष भी किया गया।

राज्य सरकार ने राज्य में अब शनिवार को भी अवकाश घोषित कर दिया है जिसके चलते यहां शासकीय कार्यालय सत्ता में सिर्फ 5 दिन खुलते हैं। अभी जन्माष्टमी शुक्रवार को थी जिससे शुक्रवार से यहां लगातार छुट्टी चल रही है। और आज सप्ताह के पहले दिन भी शासकीय कार्यालय में बंद का जैसा नजारा नजर आया।  माना जाता है कि अमूमन सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सरकारी कार्यालय में हर जगह काफी भीड़ रहती है । और जरूरतमंद लोगों की यह भीड़ सरकारी कार्यालयों के सामने आज भी थी लेकिन शासकीय कार्यालय खुलने के बावजूद वहां कामकाज ना के बराबर हो रहा था। ऐसे में अपने काम के लोगों को भटकते  देखा गया। 

दुर्ग जिले में जानकारी के अनुसार अच्छी बात यह रही है कि जिला कलेक्टर दुर्ग और जिला पुलिस अधीक्षक दुर्ग अपने कार्यालय में कार्यालयीन समय में सुबह से उपस्थित हो गए थे। बताया जाता है कि जिलाधीश दुर्ग ने कार्यालय में लोगों से पहुंचे लोगों से मुलाकात भी की तथा उनकी समस्याओं और शिकायतों को भी सुना तथा लोगों का आवेदन भी लिया। इससे दूर-दूर से यहां पहुंचे लोगों को थोड़ी राहत मिली है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले में स्कूल शिक्षा विभाग के बगल जी रोड पर प्रदर्शनकारियों के द्वारा  प्रदर्शन किया जा रहा है तथा सभा ली जा रही है। इसमें छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ, डिप्लोमा इंजीनियर संघ, प्रदेश शिक्षक संघ, डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन, सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी संघ, स्वास्थ्य एवं बहुउद्देश्यिय कर्मचारी संघ, प्रदेश शिक्षक का टेशन छत्तीसगढ़ प्रदेश न्यायालय कर्मचारी संघ राजस्व पटवारी संघ राजस्व निरीक्षक संघ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा अधिकारी संघ वन कर्मचारी संघ वाहन कर्मचारी संघ कृषि विस्तार अधिकारी संघ प्रदेश सचिव संघ लघु वेतन कर्मचारी संघ , छत्तीसगढ़ बम लिपिक कर्मचारी संघ के अधिकारी कर्मचारी हजारों की संख्या में शामिल हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने  दो सूत्रीय मांग (केन्द्र के समान देय तिथि से 34% महंगाई भत्ता एरियर्स सहित एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता) दिए जाने की मांग को लेकर उक्त प्रदेश व्यापी हड़ताल शुरू किया  है। फेडरेशन का दावा है कि प्रदेश के लगभग पांच लाख कर्मचारी एवं अधिकारी  इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। जिसमे राज्य के 23 जिलों के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी के साथ ही तहसीलदार, नायब तहसीलदार ने फेडरेशन के कर्मचारी अधिकारी भी शामिल हैं।

 राज्य के कलेक्टर कार्यालय, पीडब्लूडी, खनिज, पीएचई, स्कूल शिक्षा, कोषालय, स्वास्थ्य,  सिंचाई, नवा रायपुर अंतर्गत समस्त संचालनालय एवं इंद्रावती भवन, लोक सेवा आयोग, आरटीओ, जनपद, कृषि, वन विभाग, समाज कल्याण विभाग सहित 52 विभिन्न विभागों के कर्मचारी अधिकारी हड़ताल में शामिल हो गए हैं जिससे संपूर्ण प्रदेश मे उक्त विभाग, आयोग एवं निगम मंडलो का काम-काज ठप हो जाने की खबर आ रही है। रोशन का यह भी दावा है कि इस आंदोलन में राज्य के 91 कर्मचारी अधिकारी संगठन फेडरेशन के साथ हड़ताल में शामिल हैं।






इस हड़ताल का दुर्ग जिले में स्कूल शिक्षा विभाग में सबसे अधिक असर नजर आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय इत्यादि के सभी कार्यालयों को बंद कर दिया गया था तथा वहां अंदर किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। वहां विभिन्न कार्यों से पहुंचे लोगों की काफी भीड़ नजर आई लेकिन किसी को कोई समुचित जवाब नहीं मिला और बैरंग वापस लौटना पड़ा। 

जिला शिक्षा अधिकारी  कार्यालय में भटकते लोग 


सवाल है कि आगे क्या होगा ?

इस हड़ताल के चलते शासकीय कार्यालयों में कामकाज लगभग ठप के जैसा हो गया है। कार्यालय खुले हुए हैं लेकिन काम नहीं हो रहा है। जो कर्मचारी उपस्थित हैं वे लोगों को बता दे रहे हैं कि अभी हड़ताल चल रही है। अभी कुछ काम नहीं होगा और सभी को वापस कर दे रहे हैं। सबसे बड़ी दिक्कत उन लोगों को हो रही है जो कोई आवेदन लेकर कार्यालय पहुंचते हैं और आवेदन देकर पावती लेना चाहते हैं। बताया जाता है कि जो लोग उपस्थित रहते हैं वे अभी आवेदन तो ले लेते हैं लेकिन पावती नहीं दी जा रही है। ऐसे में आवेदन देने वाले के मन में अनिश्चितता की स्थिति बनी रहती है।

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