भिलाई । असल बात न्यूज़।। एनएसएस नोडल अधिकारी श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी ने बताया कि सद्भावना अथवा 'समरसता दिवस' को मनाने का मुख्य उद्द...
भिलाई ।
असल बात न्यूज़।।
एनएसएस नोडल अधिकारी श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी ने बताया कि सद्भावना अथवा 'समरसता दिवस' को मनाने का मुख्य उद्देश्य हिंसा से बचना है और लोगों के बीच सद्भावना को बढ़ावा देना है। इसके साथ-साथ सभी धर्मों, भाषाओं और क्षेत्रों के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है। शैक्षणिक संस्थानों में इसे मनाने का उद्द्येश्य है कि विद्यार्थियों के मन मष्तिष्क में एकता और बंधुत्व की भावना को प्रबल किया जा सके।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ मंजू कनौजिआ ने कहा कि राजीव गाँधी की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को 'सद्भावना दिवस' मनाया जाता है, जिन्होंने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा था। यह उनके सौहार्द और शांति के लिए किये प्रयासों को याद करने के लिए भी मनाया जाता है।
प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने महाविद्यालय प्रांगण में सभी प्राध्यापकों, स्वयंसेवियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को सद्भावना दिवस पर शपथ दिलाई कि जाति, संप्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए गए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करेंगे तथा हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाएंगे।
मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि देश की प्रगति के लिए युवा वर्ग का आगे आना अत्यंत आवश्यक है। आज का युवा वर्ग राष्ट्र प्रगति के लिए जोश और जूनून के साथ कार्य करे तो सद्भावना दिवस मानना निश्चित ही सार्थक होगा।