रायपुर, दुर्ग । असल बात न्यूज़।। 00 विशेष प्रतिनिधि सामाजिक क्षेत्र से गहरा जुड़ाव रखने वाले राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ...
रायपुर, दुर्ग ।
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष प्रतिनिधि
सामाजिक क्षेत्र से गहरा जुड़ाव रखने वाले राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू वरिष्ठ मंत्री हैं और निश्चित रूप से वे यह बेहतर तरीके से समझते हैं कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ समाज में पुलिस बल की भूमिका कैसी होनी चाहिए। वह हमेशा इस पर हैं पुलिस का काम ऐसा होना चाहिए कि आम जनता के मन में पुलिस प्रशासन के प्रति सम्मान होना चाहिए और वह इस बात पर भी जोर देते हैं कि अपराधियों के मन में पुलिस का डर होना चाहिए। गृह मंत्री श्री साहू ने आज दुर्ग और रायपुर जिले में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली और उन्होंने इस दौरान भी इसी संदेश पर जोर दिया है। इस दौरान गृहमंत्री की बंदूक लाइसेंस धारकों के द्वारा हथियारों का दुरुपयोग करने के प्रति भी चिंता नजर आई। उन्होंने कहा है कि बंदूक लाइसेंस धारकों का नियमित रूप से परीक्षण होना चाहिए और यदि जरूरी ना हो तो हथियारों के लाइसेंस निरस्त होने चाहिए।
गृह मंत्री श्री साहू ने कहा कि पुलिस प्रशासन के द्वारा अपराध पर लगाम और अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है जिसके लिए उसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। ये कार्रवाई और बेहतर हो सके तथा आम जनता के मन में पुलिस के प्रति विश्वास कायम रहे, हमें आगे इसे सुनिश्चित करने के लिए काम करना है। गृहमंत्री ने पुलिस के अधिकारियो से कहा है कि वो साइबर सेल और सूचना तंत्र को ज्यादा मजबूत करें ताकि अपराध पर अंकुश लगाया जा सके। गृहमंत्री ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है कि पीड़ित लोगो की रिपोर्ट थाने में आवश्यक रूप से दर्ज करें और अपराध की रोकथाम के लिए रातों में गश्त बढ़ाएं। इसके साथ ही गृहमंत्री ने जिले में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने की भी बात कही है ताकि अपराध पर बेहतर तरीके से अंकुश लगाया जा सके।
बैठक में गृहमंत्री ने कहा है कि पुलिस अधिकारियो को स्कूल और कालेज में जाकर छात्रों को कानून और यातायात के प्रति जागरूक करना चाहिए ताकि वो दूसरों को भी जागरूक करें। गृहमंत्री ने पुलिस अधिकारियो को निर्देशित किया है कि नया रायपुर क्षेत्र की पुलिस को ज्यादा एक्टिव रहने की जरूरत है और यहां चारों तरफ से पुलिस गश्त को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। गृहमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ये भी निर्देशित किया है कि वो महीने में कम से कम एक बार अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलें और उनसे सीधे बात करें ताकि कहीं कोई समस्या हो तो वो सामने आ सके और उसका निराकरण किया जा सके।
लाइसेंसी बंदूक धारकों के बारे में गृहमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि एक बार सभी का परीक्षण करें और संबंधित के लिए आवश्यक महसूस ना होने पर इसके निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू करें।