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महिलाओं द्वारा पेड़ों की रक्षा का प्रयास करना अनुकरणीय: राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके

  काली मिर्च की खेती से मिल रही, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती  मॉडल गांव के रूप में होगा, सल्फीपदर का विकास- राज्यपाल ग्रामीण औद्योगिक पार...

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 काली मिर्च की खेती से मिल रही, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती 

मॉडल गांव के रूप में होगा, सल्फीपदर का विकास- राज्यपाल

ग्रामीण औद्योगिक पार्क के लिए सल्फीपदर एवं लंजोड़ा को दी जायेगी 02 करोड़ रुपये की सहायता

रायपुर,, कोंडागांव ।

असल बात न्यूज़।।


 राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने अपने बस्तर प्रवास के दौरान द्वारा गोद लिए गए ग्राम पंचायत लंजोड़ा के आश्रित ग्राम सल्फीपदर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2019 में इस ग्राम की महिलाओं द्वारा ग्राम के विकास हेतु आग्रह करने पर मैनें इस गाँव को गोद लिया था। तब से आज तक यह गांव लगातार विकास कर रहा है। जिला प्रशासन कोण्डागांव द्वारा ग्राम के विकास के लिए सड़क, स्कूल में बाउंड्री वॉल, पानी की टंकी, सोलर लाइट, रोजगार के लिए व्यवस्थाएं की हैं। 

उन्होंने कहा कि इसके अलावा लंजोड़ा एवं सल्फीपदर ग्रामों को मिलाकर महात्मा गांधी ग्रामीण उद्योग पार्क की स्थापना की जा रही है जिसके लिए 02 करोड रुपए की सहायता राज्य शासन द्वारा प्रस्तावित किए गए हैं, जिससे ना सिर्फ ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त होगा बल्कि गांव को एक नई पहचान भी प्राप्त होगी। यह ग्राम आज दूसरे गांव के लिए एक मॉडल ग्राम के रूप में विकसित हो रहा है। यहां पर की जा रही काली मिर्च की खेती से ना सिर्फ रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं अपितु गांव की अर्थव्यवस्था को भी संबल मिल रहा है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने सल्फीपदर गांव में लम्बा वक्त बिताया, साथ ही वहां कि महिलाओं एवं बच्चों के साथ मिलकर बातें की। इस मौके पर राज्यपाल ने प्राथमिक शाला के सभी बच्चों को चॉकलेट भेंट कर उनसे बातें की और उनका उत्साहवर्धन भी किया। उन्होंने कहा कि जब राजभवन में यहां की महिलाएं मिलने पहुंची थी तो वे बहुत सी आशाएं लेकर आई थी आज उनके खिले हुए चेहरों को देख कर उन्हें अत्यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है। समस्त गांववासी राज्यपाल के आने से काफी उत्साहित एवं प्रसन्न रहे। सल्फीपदर गांव के ग्रामीणों ने राज्यपाल के गांव में आने की खुशी में पूरे गांव को गुलाबी रंग से रंग दिया था। इसे देख राज्यपाल सुश्री उइके ने अपनी खुशी जताई। ग्रामीण महिलाओं ने पूरे गांव की ओर से राज्यपाल को उनके गांव के विकास करने एवं उनके जीवन बेहतर करने के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कक्षा चौथी में पढ़ने वाली कुमारी हर्षिता चतुर्वेदी को 111 पौधे लगाकर एवं उनकी रक्षा करने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इस बालिका द्वारा किया गया प्रयास निश्चय ही पूरे देश-प्रदेश के लिए एक संदेश है। उन्होंने कहा कि हर्षिता पर्यावरण संवर्धन के लिए प्रेरणा है। राज्यपाल सुश्री उइके ने सल्फीपदर गांव के प्राथमिक शाला परिसर में नारियल पौधा का रोपण भी किया।
इस अवसर पर सल्फीपदर की महिलाओं द्वारा गांव में बिहान महिला समूहों द्वारा उत्पादित, उत्पादों का प्रदर्शन भी किया। यहां उत्पादित सब्जियों, काली मिर्च, बांस के उत्पादों एवं उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर लिमिटेड द्वारा निर्मित उत्पादों को का प्रदर्शन किया गया। राज्यपाल ने इन उत्पादों का अवलोकन किया एवं तीखुर शेक एवं कुकीज़ का स्वाद भी लिया। राज्यपाल ने बिहान समूह द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य के लिए उनकी सराहना की साथ ही जिला प्रशासन एवं बिहान की टीम को बधाई दी। इस दौरान गांव महिलाओं द्वारा राज्यपाल गांव की ही उरांव जनजाति की महिलाओं द्वारा निर्मित शाल भेंट की गई। 
इस अवसर पर ग्राम की महिला स्व सहायता समूह की सदस्य सुश्री प्रमिला नेताम ने बताया कि गांव में 6 समूहों के 65 सदस्यों के द्वारा कुक्कुट पालन, उड़द, तिल, कुल्थी का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा जंगल के किनारे एक कैंटीन का संचालन भी गंगोत्री समूह द्वारा किया जा रहा है, इस कैंटीन में महिलाओं के लिए खाने पीने की व्यवस्था है।  इस  साथ ही गांव के वन एवं वन-संसाधनों की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन समूह की 4 महिलाओं द्वारा पूरी रात गस्त की जाती है, जिससे न केवल वन सुरक्षित हैं बल्कि यहां लगे काली मिर्च की फसल से भी अच्छा उत्पादन मिल रहा है, जिससे समस्त ग्रामवासी बेहद खुश हैं।
इस अवसर पर ग्रामीण श्री सुकलाल ने बताया कि गांव में बहुउद्देशीय सल्फीपदर समिति बनाकर घरों में ही सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है। इन्हीें सब्जियों की आपूर्ति मध्याह्न भोजन हेतु विद्यालयों में की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुक्कुट पालन के साथ अब इमली एवं तेंदूपत्ता प्रसंस्करण की भी आवश्यकता है। इस पर राज्यपाल श्री उइके ने प्रसंस्करण केंद्र की जल्द स्थापना के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी को निर्देशित किया।
सामाजिक कार्यकर्ता हरिसिंह सिदार ने बताया कि राज्यपाल द्वारा गोद लिए जाने के बाद गांव की तस्वीर ही बदल गई है। यहां सड़क सोलर बिजली के साथ बालक-बालिकाओं के लिए शौचालय, प्राथमिक शाला में बाउंड्री वाल के साथ ही अन्य बुनियादी सुविधाएं बेहतर हुई हैं।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक सोनी, डीआईजी श्री बालाजी राव, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रेमप्रकाश शर्मा, जनपद अध्यक्ष फरसगांव सुश्री शीशकुमारी चिनाप, जनपद सदस्य सुश्री रेखा नेताम, सरपंच सुश्री अनिता नेताम उपस्थित थे।