नई दिल्ली. केंद्र सरकार की नई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर देशभर में जमकर बवाल हुआ था। विरोध के बावजूद सेना में भर्ती की नई महत्वाकांक्षी ...
नई दिल्ली. केंद्र सरकार की नई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर देशभर में जमकर बवाल हुआ था। विरोध के बावजूद सेना में भर्ती की नई महत्वाकांक्षी अग्निपथ योजना भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। कई राज्यों में भर्ती शिविर लगाए जा रहे है। लेकिन इसी बीच इस भर्ती को लेकर पंजाब से बड़ा अपडेट सामने आया है। सेना का कहना है कि पंजाब में उसे स्थानीय प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि अग्निवीरों की भर्ती के लिए पंजाब सरकार का सपोर्ट नहीं मिल तो भर्ती रैलियां सस्पेंड की जा सकती है। या सेना इनको दूसरे राज्य में भी शिफ्ट कर सकती है।
पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित हो सकती है भर्ती रैलियां
पंजाब
में सेना भर्ती को लेकर सेना का कहना है कि उसे स्थानीय प्रशासन का सहयोग
नहीं मिल रहा है। जालंधर में सेना के जोनल भर्ती अधिकारी ने स्थानीय
प्रशासन के समर्थन का हवाला देते हुए पंजाब सरकार से कहा है कि राज्य में
अग्निपथ योजना के तहत होने वाली बहाली को या तो स्थगित किया जा सकता है या
फिर इसका आयोजन पड़ोस के हरियाणा में किया जा सकता है।
स्थानीय प्रशासन नहीं कर रहा है समर्थन
जोनल भर्ती अधिकारी मेजर जनरल शरद बिक्रम सिंह ने 8 सितंबर को पंजाब के मुख्य सचिव वीके जंजुआ और रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण के प्रमुख सचिव कुमार राहुल को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि हम इस बात को आपके ध्यान में लाने के लिए मजबूर है। स्थानीय प्रशासन का हमें समर्थन नहीं मिल रहा है। वे आमतौर पर राज्य सरकार के निर्देशों की कमी या फिर धन की कमी का हवाला दे रहे हैं।