भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को 40 हजार 500 रुपये बोनस मिलेगा। मंगलवार को सेल प्रबंधन एवं एनजेसीएस (नेशनल ज्वांइट कमेट...
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को 40 हजार 500 रुपये बोनस मिलेगा। मंगलवार को सेल प्रबंधन एवं एनजेसीएस (नेशनल ज्वांइट कमेटी फार स्टील) की बैठक में इसका निर्णय हुआ। चार बैठकों के बाद बोनस पर निर्णय हो पाया। भिलाई इस्पात संयंत्र में कुल 13 हजार पांच सौ कर्मचारी हैं। प्रबंधन के मुताबिक करीब 54 करोड़ की राशि का भुगतान दो चरणों में होगा। यह पहला मौका है जब सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को बोनस के रूप में इतनी बड़ी राशि का भुगतान कर्मियों को होगा।
भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सेल के कर्मचारियों का बोनस तय करने मंगलवार को दिल्ली में एनजेसीएस एवं सेल प्रबंधन की बैठक हुई। दोपहर 12 बजे से शुरू हुई इस बैठक में कई बार तकरार की स्थिति बनीं। बैठक शुरू होते ही यूनियन नेताओं ने नेताओं ने 46 हजार बोनस की मांग रखी। वहीं प्रबंधन ने टाल मटोल करते हुए यूनियन 28 हजार एवं 14 सौ का रिवार्ड का पुराना प्रस्ताव दिया।
इसके बाद यूनियन नेता अड़ गए। इसके बाद प्रबंधन एवं एनजेसीएस नेताओं के बीच रात पौने नौ बजे तक बैठक चली। इस दौरान एक बार यह भी स्थिति बनीं कि प्रबंधन 31 हजार रुपये से ज्यादा नहीं दे पाने की बात कहते हुए रुपये अड़ गया। इसके बाद यूनियन नेता भी बैठक छोड़कर बाहर आने लगे। अधिकारियों ने स्थिति को भांपते हुए दोबारा बैठक शुरू कराई और चर्चा का दौर शुरू हुआ।
समझौते के अनुसार कर्मियों को बोनस, एक्सग्रेसिया के रूप में 28000 तथा बेहतर उत्पादन के लिए एक बार 12500 की राशि दी जाएगी। सेल प्रबंधन ने जो शर्त रखी है उसके मुताबिक दीप पर्व से पहले 28000 रुपये पूरा एवं 12500 का 25 प्रतिशत (3125 रुपये ) दिया जाएगा। दोनों मिलाकर कुल 31 हजार 125 रुपये का भुगतान अभी होगा। वहीं शेष राशि 9375 रुपये का भुगतान कर्मियों को 31 मार्च 2023 या स्कीम बनते ही जो भी पहले होगा, भुगतान किया जाएगा।
प्रशिक्षणार्थियों को इतना बोनस
सेल और एनजेसीएस नेताओं के बीच बैठक में तय हुआ कि प्रशिक्षणार्थियों को 26000 बोनस, एक्सग्रेसिया के रूप में दिया जाएगा। वहीं 7000 रुपये बेहतर उत्पादन के लिए दिया जाएगा। इसमें भी दीप पर्व से पहले 26000 रुपये पूरे एवं 7000 रुपये का 25 प्रतिशत (1750रुपये ) मिलेगा। वहीं शेष राशि 5250 रुपये 31 मार्च 2023 या स्कीम बनते ही जो भी पहले होगा, भुगतान किया जाएगा।
प्रबंधन ने फिर फार्मूला की याद दिलाई
सेल-बीएसपी द्वारा बोनस को लेकर दिए गए फार्मूला पर चर्चा का प्रयास किया गया। प्रबंधन रिवार्ड को ही ज्यादा करने पर जोर दे रहा था। इस पर यूनियन नेताओं ने कहा कि हमें बोनस चाहिए। मुनाफा के आधार पर हमे 46 हजार मिलना ही चाहिए। परंतु प्रबंधन ने फिर याद दिलाया कि सेल की वर्तमान आर्थिक बेहतर नहीं है। आने वाले दिनों में संकट और भी गहराएगा। ऐसे में आर्थिक भार ज्यादा होगा। वहीं यूनियन नेताओं ने एकजुटता दिखाते हुए कहा कि हम मुनाफा में कर्मचारियों का हक मांग रहे हैं। यह कर्मचारियों को मिलना ही चाहिए।
ऐतिहासिक जीत
बीएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष चन्नाा केशवलू एवं महामंत्री रविशंकर सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक जीत के बाद पिछले बार से लगभग दोगना बोनस 40,500 रुपये बीएसपी कर्मियों को मिलेगा। इस ऐतिहासिक समझौता के लिए भिलाई इस्पात मजदूर संघ के उद्योग प्रभारी व एनजेसीएस सदस्य की भूमिका अहम रही।
बाजार होगा गुलजार
भिलाई-दुर्ग का बाजार आधा से अधिक भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों पर आधारित है। हर साल संयंत्र के कर्मचारियों को दुर्गा पूजा से पहले बोनस का भुगतान हो जाता है। वहीं इस बार बोनस तय ही नहीं हो पाया था। इस वजह से जहां कर्मचारियों में अक्रोश था वहीं दूसरी ओर बाजारों में व्यापारियों को भी बीएसपी कर्मियों के बोनस का इंतजार था। बोनस की घोषणा के बाद से व्यापारियों के चेहरे भी खिले हुए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अब बाजार भी गुलजार होगा।