सिडनी: रंिवद्र जडेजा की जगह भरना मुश्किल है लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन ने अक्षर पटेल को कहा है कि वह जरूरत पड़ने पर ऊपरी क्रम में...
सिडनी: रंिवद्र जडेजा की जगह भरना मुश्किल है लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन ने अक्षर पटेल को कहा है कि वह जरूरत पड़ने पर ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए तैयार रहे। भारत के चोटी के छह बल्लेबाज दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और ऋषभ पंत अभी रणनीति का हिस्सा नहीं है, ऐसे में विरोधी टीम के गेंदबाजों की लय बिगाड़ने के लिए बाएं हाथ के बल्लेबाज की जरूरत पड़ती है।
अक्षर को पाकिस्तान के खिलाफ पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया
था लेकिन यह फैसला तक कारगर साबित नहीं हुआ क्योंकि वह केवल एक रन बनाकर
रन आउट हो गए थे। अक्षर ने यहां पत्रकारों से कहा,‘‘ पाकिस्तान के पास बाएं
हाथ के स्पिनर नवाज और लेग स्पिनर शादाब खान हैं इसलिए बाएं हाथ के
बल्लेबाज को भेजना महत्वपूर्ण था और मुझे बल्लेबाजी के लिए भेजा गया।’’
उन्होंने कहा,‘‘ हमारे चोटी के छह बल्लेबाज दाएं हाथ से खेलते हैं और इसलिए
टीम प्रबंधन ने मुझसे कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो बीच के ओवरों में मुझे
ऊपर खेलने के लिए भेजा जा सकता है और मुझे इसके लिए तैयार रहना चाहिए। मुझे
यह भूमिका बता दी गई है और मैंने अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन किया
था।’’
पाकिस्तान के खिलाफ अक्षर को केवल एक ओवर करने को मिला था जिसमें इफ्तिखार अहमद ने तीन छक्के जड़े थे। नीदरलैंड के खिलाफ हालांकि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिए। अक्षर ने नीदरलैंड के खिलाफ मैच के बाद कहा,‘‘पिच थोड़ा शुष्क थी और गेंद रुककर आ रही थी। गेंद पर ग्रिप नहीं बन पा रही थी और इसलिए मुझसे पटक कर गेंदबाजी करने के लिए कहा गया था। यही हमारी रणनीति थी।’’
उन्होंने कहा,‘‘ पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद मैं वीडियो विश्लेषक और गेंदबाजी कोच के साथ बैठा था। असल में कुछ दिन ऐसे होते हैं जब बल्लेबाज आप के खिलाफ जोखिम उठाता है। मैंने तीन छक्कों का आकलन किया जो मेरे खिलाफ लगे थे। इनमें से मैंने केवल एक गेंद खराब की थी।’’