धर्म-कर्म। असल बात न्यूज़।। नई दिल्ली. ग्रहों में राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध मैनेजमेंट, बुद्धि, विवेक, समझ, ज्ञान, हरे भरे प्राकृतिक...
धर्म-कर्म।
असल बात न्यूज़।।
नई दिल्ली. ग्रहों में राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध मैनेजमेंट, बुद्धि, विवेक, समझ, ज्ञान, हरे भरे प्राकृतिक वस्तुओं के कारक ग्रह बुध का गोचरीय परिवर्तन मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि 14 नवंबर 2022 दिन सोमवार को शुक्र की राशि तुला से निकल कर बल , पौरुष ,पराक्रम के कारक ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक में दिन में 9:10 बजे हो गया है । जहां पर 3 दिसंबर 2022 दिन शनिवार की रात में 9:10 तक रह कर चराचर जगत पर अपना प्रभाव स्थापित करेंगे। बुध ,मिथुन एवं कन्या राशि का स्वामी ग्रह है। बुध जहां कन्या राशि मे उच्च के होते है वही मीन राशि में नीचत्व को प्राप्त करते है। वृष लग्न में राजयोग कारक हो जाते है।
मेष:-पराक्रमेश एवं रोगेश होकर अष्टम भाव में
आन्तरिक शत्रु एवं रोग के कारण तनाव
शुगर, लिवर, किडनी, इंफेक्शन की समस्या
भाई बंधुओ को लेकर तनाव या कष्ट संभव
पराक्रम, सम्मान एवं बौद्धिकता में अवरोध
व्यापार एवं धनागम के साधनों प्रगति
पारिवारिक शुभता व वाणी व्यवसाय में वृद्धि
उपाय :- गणेश अथर्व शीर्ष का पाठ करना या कराना लाभप्रद
वृष :- धनेश-पंचमेश होकर दाम्पत्य भाव में
व्यापार,व्यापारिक विस्तार धन लाभ में वृद्धि
परिवार में मांगलिक कार्य की संभावना
नए साझेदारी का योग एवं लाभ स्थिति
विद्या में वृद्धि ,डिग्री के लिए उत्तम
संतान को लेकर सुसमाचार
जीवनसाथी, दाम्पत्य,प्रेम संबंध में सुधार
नेतृत्व व बौद्धिक क्षमता में वृद्धि की संभावना
उपाय :-मूल कुंडली के अनुसार पन्ना रत्न धारण करें।
मिथुन :-लग्नेश-सुखेश होकर रोग भाव में।
सुख एवं सुख के साधनों को लेकर तनाव
एलर्जी, आन्तरिक रोग एवं शत्रुओं में वृद्धि
मनोबल अचानक कमजोर हो सकता है
माता के स्वास्थ्य,गृह सुख के खर्च में वृद्धि
सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर तनाव में वृद्धि,
अचानक धार्मिक या सुदूर यात्रा में वृद्धि
उपाय :- पन्ना धारण करें और गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
कर्क:-व्ययेश व पराक्रमेश होकर पंचम भाव में
विद्या अध्ययन डिग्री के खर्च में वृद्धि
संतान के क्षेत्र से तनाव या खर्च में वृद्धि
व्यापार में वृद्धि एवं आर्थिक सफलता में वृद्धि
बौद्धिकता के आधार पर पराक्रम में वृद्धि
यात्रा पर खर्च की संभावना
भाई बधुओं पर खर्च या तनाव बढ़ेगा
उपाय :- गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ बकरी और तोता बिल्कुल न पालें।
सिंह :-धनेश व लाभेश होकर सुख भाव में।
धनागम और आय के स्रोत में वृद्धि
परिवार में वृद्धि के लिए समय ठीक
विद्या अध्ययन, गृह सुख में वृद्धि की स्थिति
प्रोपर्टी से लाभ, गृह एवं वाहन सुख प्राप्ति
कार्यस्थल पर कर्मगत प्रगति होगी
वाणी व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ
उपाय :- हरे रंग का सुगंधित रुमाल जेब मे रखें।