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धरती के करीब मिला ब्लैक होल, सूरज से दस गुना ज्यादा है बड़ा; एस्ट्रोनॉमर्स ने ऐसे लगाया पता

  लंदन. ब्लैक होल्स को ब्रह्मांड का सबसे बड़ा विलेन माना जाता है। कहा जाता है कि इन ब्लैक होल्स से लाइट तक नहीं गुजर सकती। अब यह ब्लैक होल...

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  लंदन. ब्लैक होल्स को ब्रह्मांड का सबसे बड़ा विलेन माना जाता है। कहा जाता है कि इन ब्लैक होल्स से लाइट तक नहीं गुजर सकती। अब यह ब्लैक होल्स धरती के इतने करीब आ पहुंची हैं, जिसकी हमने कल्पना भी नहीं की थी। एस्ट्रोनॉमर्स का कहना है ब्लैक होल्स बहुत खतरनाक हैं और सूरज से पांच से लेकर 100 गुना तक ज्यादा बड़ी हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, केवल मिल्की वे में ही इनकी संख्या 100 मिलियन से ज्यादा हैं। यह खोज रॉयल एस्ट्रोनामिकल सोसायटी के मंथली इश्यू में पब्लिश हुई है।

1600 प्रकाश वर्ष की दूरी पर
धरती के सबसे करीब जिस ब्लैक होल को स्पॉट किया गया है, वह सूरज से 10 गुना ज्यादा बड़ा है। यह नक्षत्र मंडल में करीब 1600 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। यह पिछले रिकॉर्ड की तुलना में धरती के तीन गुना ज्यादा करीब है। खगोलविदों ने हवाई पर मौजूद जेमिनी नॉर्थ टेलीस्कोप का इस्तेमाल कर इस ब्लैकहोल का पता लगाया है। यह इंटरनेशनल जेमिनी ऑब्जर्वेटरी में लगाए गए जुड़वें टेलीस्कोप्स में से एक है। यह टेलीस्कोप्स ब्लैक होल्स की गति को जानने के लिए लगाए गए हैं। एक खगोलविद करीम एल-बद्री जो कि इस रिसर्च पेपर के प्रमुख लेखक हैं, उन्होंने इस स्थित को समझाया है। 

ऐसे पता लगाया
करीम के मुताबिक सोलर सिस्टम में जहां पर सूरज हैं, वहां ब्लैक होल को रख दीजिए। इसके बाद जहां धरती है वहां पर सूरज को रख दीजिए, पूरा सिस्टम आपके समझ में आ जाएगा। टीम ने मूल रूप से यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के गैया अंतरिक्ष यान से डेटा का विश्लेषण करके संभावित ब्लैक होल सिस्टम की पहचान की। इसके बाद जेमिनी मल्टी-ऑब्जेक्ट स्पेक्ट्रोग्राफ उपकरण इस्तेमाल किया। फिर कहीं जाकर, ब्लैक होल की पहचान हुई जो हमारे सूर्य की तुलना में करीब 10 गुना बड़ा है।