यदि आप अपने सपनों का घर बनाने का सोच रहे हैं तो आपके लिए भी यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिरकार वास्तु शास्त्र के अनुसार किस दिशा में घर बन...
यदि आप अपने सपनों का घर बनाने का सोच रहे हैं तो आपके लिए भी यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिरकार वास्तु शास्त्र के अनुसार किस दिशा में घर बनाना आपके और आपके परिवार के लिए सबसे अच्छा साबित हो सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर मुखी घर बनाना सबसे अच्छा होता है। घर बनाते वक्त इस बात का अवश्य ध्यान दें कि घर का मेन गेट उत्तर दिशा की ओर हों। जो लोग बिजनेस करना चाहते हैं या किसी भी तरह की वित्तीय सेवाओं से जुड़े हुए हैं। उनके लिए उत्तर मुखी घर बनाना बेहद फायदेमंद होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में धन के स्वामी भगवान कुबेर का वास होता है, इसलिए इस दिशा में घर बनाना बेहद शुभ माना गया है।
1. उत्तर मुखी घर में लिविंग रूम- ऐसे घर में लिविंग रूम, ईशान कोण में होना चाहिए। कमरे में टेबल, सोफा या फर्नीचर के दूसरे सामान दक्षिण- पश्चिम या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
2. किचन की जगह- उत्तर मुखी घर में दक्षिण- पूर्व या दक्षिण, दक्षिण -पूर्व या उत्तर -पश्चिम दिशा में किचन बनाना चाहिए। यह आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी को बनाए रखने में मदद करेगा।
3. घर में बेडरूम- उत्तर मुखी घर में बेडरूम पश्चिम, दक्षिण , उत्तर -पश्चिम या दक्षिण- पश्चिम दिशा में होना चाहिए। उत्तर मुखी घर में मास्टर बेडरूम दक्षिण- पश्चिम दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है।
4. पूजा घर - उत्तर मुखी घर में हमेशा उत्तर- पूर्व दिशा में पूजा घर बनाना चाहिए क्योंकि उत्तर -पूर्व दिशा में देवी देवताओं का वास होता है। उत्तर मुखी घर में मूर्ति देवी- देवताओं की मूर्ति स्थापित करते वक्त इस बात का ध्यान दें कि मूर्ति का मुख पूर्व दिशा की ओर हों जैसा कि बाद भारत के अधिकांश मंदिरों में होता है।