नई दिल्ली . केंद्र सरकार ने कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। जनवरी से मार्च तिमाही के लिए ये बढ़ोतरी 1.1 प्रत...
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। जनवरी से मार्च तिमाही के लिए ये बढ़ोतरी 1.1 प्रतिशत तक की हुई है। इस बदलाव के बाद लोकप्रिय स्मॉल सेविंग स्कीम्स- सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि की ब्याज दरों पर क्या असर पड़ा है। आइए डिटेल जान लेते हैं।
किस योजना में बदलाव: ताजा बदलाव के बाद राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर एक जनवरी से सात फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। अभी यह 6.8 फीसदी है। इसी तरह, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में मौजूदा 7.6 प्रतिशत के मुकाबले आठ प्रतिशत ब्याज मिलेगा। वहीं, एक से पांच साल की अवधि की डाकघर सावधि जमा योजना पर ब्याज दरें 1.1 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगी।
नई दरों के अनुसार डाकघर में एक साल की सावधि जमा पर 6.6 प्रतिशत, दो साल के लिए 6.8 प्रतिशत, तीन के लिए 6.9 प्रतिशत और पांच साल के लिए सात प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इसके अलावा मासिक आय योजना में भी 6.7 प्रतिशत की जगह अब 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
किसान विकास पत्र में बदलाव: सरकार ने 120 महीनों की मैच्योरिटी वाली किसान विकास पत्र की ब्याज दरों में 7.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इस समय 123 महीने की परिपक्वता वाली किसान विकास पत्र पर सात प्रतिशत ब्याज मिलता है।
सुकन्या और पीपीएफ पर झटका: सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 7.6 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई है और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है। इसके अलावा बचत जमाओं पर सालाना चार फीसदी की दर से ब्याज मिलता रहेगा।