कई दिनों से सुर्खियों में बने बागेश्वर वाले धीरेन्द्र शास्त्री के मन की बात जान लेने के दावे को सुहानी शाह ने चुनौती दी है। एक TV चैनल के...
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कई दिनों से सुर्खियों में बने बागेश्वर वाले धीरेन्द्र शास्त्री के मन की बात जान लेने के दावे को सुहानी शाह ने चुनौती दी है। एक TV चैनल के लाइव कार्यक्रम में जादूगर और माइंड रीडर के तौर पर प्रसिद्द सुहानी ने कहा है कि इसमें कोई चमत्कार नहीं है। उन्होंने दावा किया कि माइंड रीडिंग के साइंटिफिक और मनोवैज्ञानिक तरीके का इस्तेमाल कर बागेश्वर बाबा इसे चमत्कार कह रहे हैं। सुहानी ने लाइव प्रोग्राम में मौजूद दर्शकों और एंकर के जीवन से जुड़ी खास घटनाओं को भी बता दिया। जिसके बाद उन्होंने कहा कि इसमें कोई चमत्कार नहीं है। मनोविज्ञान और सोचने के तरीके का विश्लेषण करके किसी भी आदमी के बारे में उसके मन में उस समय चल रही किसी विशेष बात का पता लगाना कोई चमत्कार नहीं है।
सुहानी ने कहा कि उनके इस माइंड रीडिंग कैपेसिटी के चलते कई लोग इसे चमत्कार या ईश्वरीय वरदान मान लेते हैं लेकिन वो ऐसा करने से लोगों को मन करती हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इन तरीकों का प्रयोग लोगों को गुमराह करने के लिए करने लगते हैं और इसे बड़े-बड़े चमत्कार का नाम दे देते हैं जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। बागेश्वर बाबा का बिना नाम लिए जादूगर सुहानी ने कहा कि लोगों को गुमराह और अपनी प्रसिद्धि के लिए वो ऐसा कर रहे हैं। लोगों का पर्चा लिखकर इसे चमत्कार और ईश्वरीय वरदान और खुद को श्रेष्ठ साबित कर रहे हैं।
ट्रिक के बारे में जादूगर सुहानी ने कहा, ये एक साइंटिफिक तरीका है कि व्यक्ति उस समय किस माहौल में है और क्या सोच सकता है; इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर इसी में व्यक्ति के बैकग्राउंड को भी देख लिया जाए तो आसानी से सबकुछ बताया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर बाबा के मंच पर या अर्जी लगाने वाले लोगों में ज्यादातर लोग कुछ गिनी चुनी समस्याएं लेकर आते हैं, इसलिए उनके बारे में बताना और आसान हो जाता है। लोग भी इसे चमत्कार मानना शुरू कर देते हैं और बिना किसी पड़ताल के अंधविश्वास में पड़ जाते हैं।
सुहानी पेशे से जादूगर हैं और माइंड रीडर के तौर पर काफी फेमस हैं। कई बार लोग उनके इस ट्रिक को चमत्कार मान लेते हैं लेकिन वो खुद लोगों को ऐसा करने से मन करती हैं और किसी भी प्रकार के चमत्कार का दावा नहीं करती हैं। यूट्यूब पर सुहानी के 33 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं और माइंड रीडिंग, माइंड कंट्रोल और परसेप्शन से जुड़े कई वीडियो बना चुकी हैं। सुहानी ने कहा है कि कई मनोवैज्ञानिक ट्रिक का प्रयोग कर ऐसे जादू करना बिल्कुल भी चमत्कार या ईश्वरीय वरदान नहीं है। लोगों को अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए।