रायपुर । असल बात न्यूज़।। आरक्षण के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के भारी हंगामे से सदन की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित हो गई है। ह...
रायपुर ।
असल बात न्यूज़।।
आरक्षण के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के भारी हंगामे से सदन की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित हो गई है। हंगामे के बीच विपक्ष के सदस्य गर्भगृह में पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। आसंदी से स्पीकर डॉक्टर महंत के द्वारा उन्हें वापस जाने को कहा गया लेकिन उन सभी के वही नारेबाजी करते रहने की वजह से उन्हें स्वयमेव निलंबित कर दिया गया। इसी मुद्दे पर हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई पूर्व में 10 और 15 मिनट के लिए दो बार स्थगित करनी पड़ी थी।
सदन की आज कार्रवाई तीसरी बार शुरू हुई तो सत्ता पक्ष के मोहन मरकाम और विपक्ष के बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी बात रखनी शुरू की। दोनों ने ही आरक्षण के मुद्दे पर बात रखनी शुरू की तो सदन में फिर से भारी शोरगुल और हंगामा शुरू हो गया।
शोरगुल के बीच विपक्ष के सदस्य सर्वश्री बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा, धरमलाल कौशिक,, डॉ रमन सिंह, डमरूधर पुजारी, श्रीमती रंजना दीपेंद्र साहू गर्भ में पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। आसंदी से स्पीकर डॉक्टर चरणदास महंत के द्वारा इन्हें अपने स्थान पर जाने को कहा गया लेकिन सदस्य नहीं माने और नारेबाजी जारी रही। इधर सत्ता पक्ष के सदस्यों के द्वारा भी लगातार नारेबाजी की जा रही थी। गर्भ ग्रह में नारेबाजी करने की वजह से आसन देने विपक्ष के सदस्यों को स्वयंमेव निलंबित घोषित कर दिया। सदन में वरिष्ठ सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने पिछड़ा वर्ग के कॉन्टिफाईबल डाटा की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखने का मुद्दा उठाया ।
इसके पहले सदन जब दूसरी बार सम्मिलित हुआ आसंदी से स्पीकर डॉ चरणदास महंत ने कहा कि राज्यपाल जी संवैधानिक पद पर हैं। यह सभी सदस्यों को समझना चाहिए कि वे इस सदन की अंग है। ऐसे में सदन में उनके मर्यादा के प्रतिकूल कोई बात नहीं होनी चाहिए। कोई आपत्तिजनक बात नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सदन में शोरगुल के बीच सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा कि उन्होंने पक्ष और विपक्ष सभी सदस्यों से भी निवेदन करते हुए कहा कि कम से कम सदन की कार्यवाही तो चलने देनी चाहिए।