उत्तर प्रदेश के औरैया की बिधूना तहसील के रहने वाले महेश सब्जी की खेती से सालाना 10 लाख रुपये से अधिक का मुनाफा कमा रहे हैं. महेश करीब 15...
उत्तर प्रदेश के औरैया की बिधूना तहसील के रहने वाले महेश सब्जी की खेती से सालाना 10 लाख रुपये से अधिक का मुनाफा कमा रहे हैं. महेश करीब 15 बीघे में सब्जी की खेती करते हैं. इस काम में उनका बेटा भी उनका साथ देता है. वर्तमान में वह शिमला मिर्च, खीरा, पतली मिर्च, तोरी और गोभी सहित कई सब्जियों की फसलें उगाते हैं.
ऐसे मिली सब्जियों की खेती की प्रेरणा
महेश पहले लहसुन और अन्य पारंपरिक फसलों की खेती करते थे, लेकिन इन फसलों से उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं होता था. एक दिन वे और उनका पुत्र कन्नौज जिले के उमराडा गए. यहां उन्हें सब्जी की खेती करने की प्रेरणा एक किसान से मिली. अब बाप-बेटे की यह जोड़ी सब्जी की खेती से बंपर मुनाफा कमा रही है.
इन फसलों पर अच्छा मुनाफा
महेश कहते हैं कि इस साल शिमला मिर्च का रेट पिछले साल के मुकाबले कम रहा है, लेकिन मुनाफा अब भी अच्छा है. खीरे में भी अच्छा मुनाफा होता है. पहले की तुलना में पतली मिर्च के भाव में भी तेजी आई है. पतली मिर्च 35 रुपए किलो बिक रही है. ब्रोकली की फसल भी तैयार है. इससे अच्छा मुनाफा होगा. सोनू के मुताबिक साल में 10 लाख का मुनाफा होता है. जबकि अन्य फसलों में फायदा नहीं हुआ. लेकिन अब यह अच्छा मुनाफा कमा रही है.
पिता-पुत्र बने ग्रामीणों के लिए मिसाल
महेश कम्पोस्ट अपने खेत के लिए खाद तैयार करता है. इसे खेतों में डाल दिया जाता है. इससे खेती की लागत कम आती है. जैविक खेती से सब्जियां भी शुद्ध और रसायन मुक्त रहती हैं. इस समय तरबूज की फसल महेश व सोनू तैयार कर रहे हैं. इसके साथ ही दोनों टमाटर के पौधे भी तैयार कर रहे हैं. ये बाप-बेटा पूरे गांव के किसानों के लिए सबक बन गए हैं. आसपास के किसान इनसे प्रेरणा ले रहे हैं.