बेंगलुरु . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डिजिटल ईकोसिस्टम एवं यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से भुगतान के फायदों का उल्लेख करते हुये...
बेंगलुरु . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डिजिटल
ईकोसिस्टम एवं यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से भुगतान के फायदों का
उल्लेख करते हुये कहा कि वित्तीय दुनिया में प्रौद्योगिकी तेजी से हावी हो
रही है।
प्रधानमंत्री जी 20 वित्त मंत्री एवं केन्द्रीय बैंक गवर्नरों की यहां चल
रही दो दिवसीय बैठक के शुभारंभ के अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित
करते हुये कहा कि महामारी के दौरान डिजिटल भुगतान ने संपर्क रहित और बिना
किसी परेशानी के ट्रांजेक्शन को सक्षम बनाया। उन्होंने हालांकि डिजिटल
वित्त में हाल के कुछ नवाचारों में अस्थिरता और दुरुपयोग के जोखिम का
उल्लेख करते हुये कहा “ मुझे आशा है कि आप यह पता लगाएंगे कि इसके संभावित
जोखिमों को नियंत्रित करने के लिए मानक विकसित करते समय तकनीक की शक्ति का
उपयोग अच्छे के लिए कैसे किया जा सकता है।”
श्री मोदी ने कहा, “आप ऐसे समय में वैश्विक वित्त और अर्थव्यवस्था के
नेतृत्व का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जब दुनिया गंभीर आर्थिक कठिनाइयों का
सामना कर रही है। कोविड ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को सदी में एक बार लगने
वाला झटका दिया था। कई देश विशेष रूप से विकासशील अर्थव्यवस्थाएं अभी भी
इसके दुष्परिणामों का सामना कर रही हैं। हम दुनिया के विभिन्न हिस्सों में
बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव को भी देख रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने यूपीआई का उल्लेख करते हुये कहा “हमारे डिजिटल भुगतान
पारिस्थितिकी तंत्र ने शासन, वित्तीय समावेशन और जीवन को आसान बनाने में
मौलिक रूप से परिवर्तन किया है। भारतीय उपभोक्ता और निर्माता भविष्य को
लेकर आशावादी या आश्वस्त हैं। हम आशा करते हैं कि आप उसी सकारात्मक भावना
को वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रसारित करने में सक्षम होंगे। हमारे जी20
अध्यक्षता के दौरान हमने एक नया फिनटेक प्लेटफॉर्म बनाया है, जो हमारे
वैश्विक जी20 मेहमानों को भारत के पथ-प्रदर्शक डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म
यूपीआई का उपयोग करने की अनुमति देता है।”