Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करें

  गरियाबंद.  कलेक्टर श्री प्रभात मलिक ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं सुपरवाईजरों की बैठक लेकर विभागीय कामकाजों की समीक्ष...

Also Read

 


गरियाबंद.  कलेक्टर श्री प्रभात मलिक ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं सुपरवाईजरों की बैठक लेकर विभागीय कामकाजों की समीक्षा की। साथ ही विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करना सुनिचित करें। 30 अप्रैल के बाद पद रिक्त होने पर संबंधित परियोजना अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि 1 मई की स्थिति में सभी परियोजना अधिकारी भर्ती प्रक्रिया की सम्पूर्ण जानकारी से कलेक्टर को अवगत कराना सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सुपोषित जिले के लक्ष्य के साथ पंचायतवार कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित करने सीएमएचओ एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग समन्वय के साथ कार्य करे। उन्होंने जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रोस्टर अनुसार कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य परीक्षण कराने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग को निर्देशित किया। विभाग के सुपरवाईजर प्रति सप्ताह 2 आंगनबाड़ी सहित सुपोषण वाटिका की फोटो जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को शेयर करें। आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए गरम भोजन स्कूलों के मध्यान्ह भोजन स्थल पर बनवाई जाय। साथ ही रेडी-टू-ईट का वितरण भी सुपरवाईजरों द्वारा सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि मातृ वंदन योजना तथा सुकन्या समृद्धि योजना से सभी पंजीकृत हितग्राहियों से लाभान्वित किया जाए। उक्त योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों की पंचायतवार सूची भी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि गांव की गर्भवती महिलाओं की पंजीयन एवं विभागीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की होगी। कलेक्टर ने विभागीय समन्वय के साथ कार्य करने के लिए अधिकारियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम की माह में एक बार संयुक्त बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री अशोक पाण्डेय ने विभागीय योजनाओं के अद्यतन प्रगति के संबंध में विस्तापूर्वक जानकारी दी। बैठक में विभाग के परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

समाचार
आपके द्वार आयुष्मान अभियान के तहत निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य प्रारंभ

गरियाबंद 23 फरवरी 2023/ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ खूबचंद स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ देने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा गरियाबंद जिले में ‘‘आपके द्वार आयुष्मान‘‘ अभियान (चतुर्थ चरण) के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य 23 फरवरी 2023 से प्रारंभ किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी उरांव से मिली जानकारी अनुसार आपके द्वार आयुष्मान अभियान में छूटे हुए शेष परिवार जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। उनके लिए राज्य शासन द्वारा आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु इस अभियान के माध्यम से सुनहरा अवसर प्रदाय किया गया है। ऐसे हितग्राही जिन्होंने अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाये है। वे अपना राशन कार्ड,आधार कार्ड एवं मोबाईल नंबर के साथ अपने क्षेत्र के नजदीकी च्वाइस सेंटरों में निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। वर्तमान में उक्त अभियान के अंतर्गत ग्रामों, पंचायतों, नगरीय निकाय के वार्डों एवं च्वाईस सेंटर/लोक सेवा केंद्रो में शिविर के माध्यम से निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जाएगे। इससे हितग्राही आपातकालीन एवं आवश्यकता के आधार पर पंजीकृत शासकीय अथवा निजी चिकित्सालय में भर्ती होकर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। जिन पात्र हितग्राहियों ने पूर्व में विभिन्न च्वाइस सेंटरों में अपना पंजीयन कराया है। वे उसी च्वाईस सेंटर से अपना राशन कार्ड, आधार कार्ड एवं च्वॉईस सेंटर द्वारा हितग्राही को भेजे गये मैसेज दिखाकर निःशुल्क प्लास्टिक (पी.वी.सी) आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकते है। हितग्राहियों से अपील की गई है कि वे अपने नजदीकी च्वाइस सेंटरों या आयोजित शिविरों में जाकर अपने राशनकार्ड, आधारकार्ड, मोबाईल नंबर के साथ निःशुल्क आयुष्मान कार्ड 05 मार्च 2023 तक बनवाये। आयुष्मान कार्ड अंतर्गत पात्रतानुसार प्राथमिकता एवं अंत्योदय वाले राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक चिकित्सा सहायता एवं अन्य राशन कार्डधारी परिवारों को 50 हजार तक की चिकित्सा सहायता राज्य के किसी भी योजनातंर्गत पंजीकृत निजी एवं शासकीय चिकित्सालय मे प्रदान की जाती है।