इस्लामाबाद. पेशावर के पुलिस लाइन की मस्जिद में हुए भीषण आतंकी हमले में क्या पाक सेना और आईएसआई का हाथ था? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्य...
इस्लामाबाद. पेशावर के पुलिस लाइन की मस्जिद में हुए भीषण आतंकी हमले में क्या पाक सेना और आईएसआई का हाथ था? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पाकिस्तानी सेना के पूर्व अफसर रिटायर्ड मेजर जनरल आदिल राजा ने ऐसे ही आरोप लगाए हैं। आदिल राजा ने कहा कि यह हमला जिस मस्जिद में हुआ था, वह बहुस्तरीय सुरक्षा वाली है। ऐसे में यह हमला शक पैदा करता है। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिसकर्मियों से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि चुनाव टाल दिए जाएं। इसी लिए इस तरह के हमले कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि सोमवार को पेशावर में अटैक होता है और फिर अगले दिन ही पंजाब के मियांवाली में हमला हो जाता है।
उन्होंने कहा कि इस हमले को लेकर आईएसआई पर ही आरोप लग रहा है कि इलेक्शन टालने के लिए ऐसा कराया जा रहा है। इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग की नेता और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने आईएसआई के एक पूर्व चीफ का हाथ हमले में होने का आरोप लगाया है। आदिल राजा ने कहा कि पाकिस्तान का सैन्य प्रतिष्ठान खैबर पख्तूनख्वा में लोगों को कुचल रहा है और इससे पश्तूनों में गुस्सा है। दरअसल बीते कुछ महीनों में खैबर पख्तूनख्वा में लगातार आतंकी हमले हुए हैं। यही इलाका तालिबान की सक्रियता वाला इलाका है।
पेशावर में हुए आतंकी हमले के पीछे सेना और आईएसआई का हाथ बताए जाने के पीछे कुछ कारण भी गिनाए जा रहे हैं। इनमें से एक वजह यह भी है कि पीएमएल-एन सरकार चुनाव टालना चाहती है। इसकी वजह यह है कि शहबाज शरीफ सरकार को लगता है कि खैबर पख्तूनख्वा में इमरान खान का बड़ा जनाधार है और वे जीत सकते हैं। ऐसे में वे चुनाव को टालना चाहते हैं और इस तरह के हमले करा रहे हैं। गौरतलब है कि पेशावर में आतंकी हमले के बाद पंजाब के मियांवाली में एक पुलिस चौकी पर भी तालिबानी आतंकियों ने हमला बोला है। इस अटैक के बाद पंजाब पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है।