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व्लादिमीर पुतिन के डर से फूले US के हाथ-पांव? गिर रहा बाजार, परमाणु अटैक की क्यों आशंका

  यूक्रेन पर रूस के हमले को एक साल पूरा होने में दो दिन का ही वक्त बचा है। इस बीच कुछ समय से थमा तनाव एक बार फिर से चरम पर पहुंच रहा है। अ...

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यूक्रेन पर रूस के हमले को एक साल पूरा होने में दो दिन का ही वक्त बचा है। इस बीच कुछ समय से थमा तनाव एक बार फिर से चरम पर पहुंच रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दबे पांव अचानक ही यूक्रेन पहुंच गए तो व्लादिमीर पुतिन ने अगले ही दिन देश को संबोधित करते हुए आक्रामक भाषण दिया। पुतिन ने एक तरफ परमाणु करार से बाहर निकलने का ऐलान कर दिया तो वहीं पश्चिमी देशों चुनौती भी दे डाली कि युद्ध के मैदान में रूस को हराया नहीं जा सकता। व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी और परमाणु करार से बाहर निकलने का असर अमेरिकी बाजार पर देखा जा सकता है, जिसमें कल से ही गिरावट का दौर जारी है।

जो बाइडेन के एयरफोर्स वन विमान से ना जाकर चुपचाप ट्रेन से पहुंचने को डिफेंसिव माना जा रहा है। इसके अलावा पुतिन का रवैया लगातार आक्रामक बना हुआ है। ऐसे में अमेरिकी बाजार में निवेश करने वालों का भरोसा भी कमजोर हुआ है। शायद यही वजह है कि अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोन्स में 700 अंकों तक की गिरावट दर्ज की गई है। पुतिन ने अमेरिका पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि वह यूक्रेन की जंग को वैश्विक युद्ध में तब्दील करना चाहता है। इसके साथ ही उस परमाणु करार को भी रद्द करने का ऐलान कर दिया, जो 2010 में हुआ था। तब करार रूस के राष्ट्रपति रहे दिमित्री मेदवेदेव और तत्कालीन अमेरिकी प्रेजिडेंट बराक ओबामा के बीच हुआ था।

यह करार 2026 तक के लिए था, लेकिन अब पुतिन ने इससे बाहर निकलने का ऐलान कर दिया है तो परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आशंका भी गहरा गई है। समझौते से बाहर निकलने के बाद रूस के सामने कोई बंदिश नहीं रहेगी और वह कितने भी हथियारों को जंग में तैनात कर सकता है। चिंता इसलिए भी है क्योंकि रूस परमाणु हथियारों के मामले में दुनिया का सबसे शक्ति संपन्न देश है। ऐसे में अमेरिकियों का खौफ में आना लाजिमी है। इसके अलावा व्लादिमीर पुतिन जिस तरह से आक्रामक हैं, उसे देखते हुए उनके इरादों को भांपना भी आसान नहीं है।

किसके पास कितने हैं हथियार, क्यों US का छिना करार

रूस की परमाणु ताकत भी अमेरिका और यूरोप को डराने के लिए काफी है। रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा 5,977 परमाणु हथियार हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर अमेरिका है, जिसके पास 5,428 हैं। तीसरे नंबर पर चीन है, जिसने 350 परमाणु हथियार जुटा रखे हैं। हालांकि रूस के मुकाबले जंग लड़ रहे यूक्रेन के पास परमाणु हथियार नहीं हैं। रूस के पास कुल 400 न्यूक्लियर बलिस्टिक मिसाइलें हैं। इसके अलावा 10 न्यूक्लियर सबमरीन्स हैं और 70 न्यूक्लियर बॉम्बर भी हैं। इनके जरिए वह किसी जंग में तबाही लाने की ताकत रखता है।

अमेरिका पर पुतिन ने लगाया, इराक वाला खेल खेलने का आरोप

पुतिन ने रूसी संसद को संबोधित करते हुए यह भी कहा है कि हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी ओर से लगातार शांति के प्रस्ताव दिए गए, जिसका यूक्रेन ने मजाक उड़ाया। यह सब अमेरिकी शह पर किया गया। पुतिन ने अमेरिका पर गंदे खेल का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने यहां वही गेम खेला है, जो सीरिया और इराक जैसे देशों में खेला था। पुतिन ने संसद में जब यूक्रेन के 4 प्रांतों के विलय का जिक्र किया तो उनके नाम के नारे लगने।