भिलाई। असल बात न्यूज़।। 00 Live 00 विशेष संवाददाता इस समय रात के लगभग 9:00 बज रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा महार...
भिलाई।
असल बात न्यूज़।।
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00 विशेष संवाददाता
इस समय रात के लगभग 9:00 बज रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा महाराज की आज की कथा शाम को ही खत्म हो गई है और अब अगले दिन निर्धारित समय पर शुरू होगी। लेकिन पंडाल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्रित है। यहभीड़ रातभर रहेगी। यहां दूर-दूर के स्थानों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं। इनमें से ज्यादातर वापस नहीं जा पाते। वे रात में अपने घर चले गए तो दूसरे दिन वापस सही समय पर यहां कथा में पहुंच पाना उनके लिए मुश्किल होता है। क्योंकि उनका घर काफी दूर है। कई लोग 400- 500 किलोमीटर दूर से भी यहां पहुंचे हैं और स्वाभाविक है कि इतनी दूर घर जाकर दूसरे दिन वापस सही समय पर कथा में पहुंच नहीं सकते। उनकी कथा छूट जाएगी इसलिए वे वापस नहीं जाते।ऐसे सब श्रद्धालु रातभर पंडाल में ही रुके हुए हैं। असल बात न्यूज़ की टीम इस समय इस पंडाल पर है। हम यहां देख रहे हैं कि जो लोग रुके हैं हुए हैं जो श्रद्धालु रुके हुए हैं उनमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। अपने घर से इतनी दूर हैं। पंडाल पर रुके हुए हैं। लेकिन उन्हें कहीं कोई परेशानी महसूस नहीं होती। हमने ढेर सारे श्रद्धालुओं से यहां बात भी की है। श्रद्धालुओं ने कहा - कथा उनके लिए जरूरी है। पंडाल में रुकने पर किसी तरह की दिक्कत नहीं है।आप यहां आकर देखेंगे तो देख सकते हैं कि सारे श्रद्धालुओं में स्वअनुशासन नजर आता है। इतनी भीड़ में भी कहीं कोई अव्यवस्था नहीं।यहां सैकड़ों की संख्या में ऐसे भी श्रद्धालुओं हैं जो कथा चलने तक पूरे 7 दिन यहीं पंडाल पर रुकेंगे। भगवान शिव की भक्ति में मस्त श्रद्धालुओं मे अपने भगवान शिवबाबा भोले भंडारी जी के प्रति अगाध श्रद्धा दिखती है। और श्रद्धालुओं को पूरा भरोसा की आंधी आए, पानी बरसे उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। भगवान ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और आगे भी बहुत कुछ उनके लिए करते रहेंगे।
आज शाम को विभिन्न स्थानों पर बारिश हुई है। यहां भी बारिश हुई है। ऐसा लग रहा था, आशंका थी कि बारिश के बाद कुछ व्यवस्था बिगड़ सकती है। बारिश से नीचे बिछी ताल पत्री कुछ भी गई है। लेकिन इससे भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। लोगों को गद्दे मिल गए हैं। उनके पास अपनी पॉलिथीन है जिसको उन लोगों ने बिछा लिया है। और बारिश का सारा असर खत्म हो गया है। बारिश के बाद से इस मौसम में पडने वाली तेज गर्मी यहां से गायब है। यहां का मौसम अत्यंत सुहावना लग रहा है। तेज गर्मी का असर नहीं होने से श्रद्धालुओं को भी काफी राहत मिली है। कई श्रद्धालु अभी जो यहां पर रुके हैं उनमें से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पिछले दो-तीन दिनों, कथा शुरू होने के पहले से भी यहां रुके हुए हैं लेकिन उनके चेहरे पर कहीं कोई थकान नहीं दिख रही है। पंडाल में ढेर सारे श्रद्धालुओं का ग्रुप अपने अपने सदस्यों के साथ भजन कीर्तन कर रहा है। कुछ भजन- कीर्तन करते हुए नृत्य कर रहे हैं। इस सब से यहां रात के समय में भी पूरा माहौल अत्यंत भक्ति पूर्ण नजर आ रहा है।
यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु रुके हुए हैं। पूरा माहौल अत्यंत भक्ति पूर्ण दिख रहा है तो वही कई सारी सामाजिक धार्मिक रचनात्मक कार्य मिलेगी सेवाभावी संस्थाएं यहां श्रद्धालुओं की सेवा कार्य में लगी हुई है। इन संस्थाओं के द्वारा श्रद्धालुओं को जरूरत की चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं। ढेर सारे संस्थाओं के द्वारा सुधारों का निस्वार्थ भाव से प्रसाद भोजन प्रदान किया जा रहा है। हम यहां देख रहे हैं कि कुछ समाजसेवी संस्थाओं के लोग प्रसाद वितरित करने में लगे हुए हैं तो कई सारी संस्थाएं के लोग अभी धीरे-धीरे यहां पहुंच रहे हैं। कोई इटली वितरित कर रहा है कोई चाय प्रदान कर रहा है। कोई बिस्किट मिक्रचर दे रहा है। तो कुछ संस्थाओ के द्वारा चावल दाल रोटी सब्जी बांटा जा रहा है। हम यहां देख रहे हैं कि इन समाजसेवी संस्थाओं के लोग स्वस्फुर्त होकर सेवा भाव से यहां पहुंच रहे हैं। बालक नाथ मंदिर खुर्सीपार भिलाई की समिति के सदस्य भी यहां सेवा कार्य में लगे हुए हैं। इन सेवाभावी सदस्यों ने बताया कि मंदिर की ओर से श्रद्धालुओं को यहां 2 दिन प्रसाद वितरण किया जा रहा है। आज लगभग 5000 लोगों को प्रसाद वितरित किया गया है। बालक नाथ मंदिर समिति के इन सदस्यों में सर्वश्री महासचिव कांतिलाल शर्मा,कोषाध्यश अनिल अग्रवाल, पतराम अग्रवाल,त्रिलोक सिंह,आशीष खंडेलवाल, पाम्मा,परमजीत सिंह, सुनील अग्रवाल सुधीर खंडेलवाल, दीपक अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल इत्यादि शामिल हैं। भिलाई औद्योगिक नगरी है, इस्पात नगरी है, लेकिन भगवान की सेवा भक्ति करने में भी यहां श्रद्धालु कहीं पीछे नहीं है।कई सेवाभावी व्यक्तिगत तौर पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर प्रसाद वितरित कर रहे हैं। हमें इन्हें निस्वार्थ भाव से प्रसाद वितरित करते देखकर देख कर महसूस हो रहा है कि इस सेवा से उन्हें निश्चित रूप से असीम संतुष्टि प्राप्त हो रही है। किसी को बुलाया नहीं गया है उस सब स्वस्फूर्त होकर पहुंच रहे हैं और अपनी सेवाए प्रदान कर रहे हैं। सिन्हा समाज की ओर से भी प्रसाद वितरण शुरू किया गया है।