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100 अंक से ऐतिहासिक स्तर तक पहुंचने का सफर, मोदी युग में भरी उड़ान

  Story Of Sensex: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स ने अपना नया ऑल टाइम हाई बनाया है। पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने में ...

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Story Of Sensex: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स ने अपना नया ऑल टाइम हाई बनाया है। पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने में सेंसेक्स को 203 दिन लगे। इससे पहले 1 दिसंबर 2023 को सेंसेक्स 63583.07 के स्तर पर पहुंचकर ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया था। आज 63588.31 अंक के स्तर पर पहुंच कर इसने नया रिकॉर्ड कायम किया है। आइए पढ़ें सेंसेक्स के इस मुकाम तक पहुंचने की कहानी....

सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई। इसका बेस इयर 1978-79 को रखा गया और बेस 100 अंक बनाया गया। जुलाई 1990 में यह आंकड़ा 1000 के स्तर पर पहुंच गया। 1992 में यह 4000 का स्तर पार गया। इसके बाद 5000 का आंकड़ा पार करने में इसे 1999 तक इंतजार करना पड़ा। 1999 में सेंसेक्स 5150 के उच्च स्तर पर पहुंच गया। शेयर बाजार की रफ्तार 2000 में भी बरकरार रही और 6000 के स्तर को पार कर गया। लेकिन, 2001 और 2002 बहुत बुरा साबित हुआ। सेंसेक्स 2001 में लुढ़क कर फिर 4462 और 2002 में 3758 के स्तर पर आ गया।  2003 में यह 5920 और 2004 में 6617  के स्तर पर था।

बाजार ने 2005 से भरनी शुरू की उड़ान

सेंसेक्स 2005 में उड़ान भरकर 9442 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद देखते ही देखते अगले साल 14000 के स्तर को पार कर गया। 2007 में 20000 और 2008 में 21000 के स्तर को पार कर सेंसेक्स ने इतिहास रच दिया। बीएसई पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 2009 में सेंसेक्स लुढ़क कर 17530 पर आ गया। 2010 में 21108 और 2011 में 20664 पर था। 2012 में 19612 इसका उच्च स्तर था। मोदी सरकार के आने से पहले सेंसेक्स 2013  में 21483 के उच्च स्तर पर था।

एशिया का सबसे ज्यादा वैल्यू वाला स्टॉक एक्सचेंज

2014 में सेंसेक्स हेंग सेंग इंडेक्स से ज्यादा अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स एशिया का सबसे ज्यादा वैल्यू वाला स्टॉक एक्सचेंज बन गया। इसी साल सेंसेक्स 21,000 से उछलकर 28,822 के उच्च स्तर तक पहुंच गया। जनवरी 2015 की शुरुआत में सेंसेक्स 29,278 अंक पर बंद हुआ। रेपो रेट में कटौती की वजह से इसी साल साल सेंसेक्स ने 30,000 के आंकड़े को पार किया। 2016 में 29077 आ गया और 2017 में सेंसेक्स 34137 पर पहुंच गया।

मोदी 2.0 का जश्न

2018 में सेंसेक्स 38,000 के आंकड़े को पार कर गया। 23 मई 2019 को मार्केट ने ऐतिहासिक उछाल मारते हुए पहली बार 40,000 के आंकड़े को पार किया और इस साल 41809 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बता दें 23 मई 2019 को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए। नरेंद्र मोदी सरकार की सत्ता में वापसी हुई। बाजार ने भी नतीजों पर जश्न मनाया और पहली बार 40 हजार के आंकड़े को छुआ। 2020 में सेंसेक्स 47896 के स्तर पहुंच गया।

गिर कर लगाई लंबी छलांग

2020 में जनता कर्फ्यू के अगले दिन बाजार 25,981 के निचले स्तर तक पहुंच गया। 2021 के पहले ही महीने में सेंसेक्स ने बड़ी छलांग लगाई। 20 जनवरी को अमेरिका में जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली और उसके अगले दिन 21 जनवरी को सेंसेक्स ने पहली बार 50 हजार का आंकड़ा पार किया। 2021 में ही सेंसेक्स 60000 के आंकड़े को पार कर गया। इसी साल इसने 62245.43 के उच्चतम स्तर को भी देखा, लेकिन यह रिकॉर्ड भी 1 दिसंबर 2022 को ध्वस्त हो गया। सेंसेक्स ऑल टाइम हाई 63583.07 पर पहुंच चुका था।