रायपुर। चर्चित यूनिपोल घोटाले के मामले में जांच की प्रक्रिया काफी धीमी गति से चल रही है। प्राथमिक दृष्टया तीन अधिकारियों को निगम से चलता ...
रायपुर। चर्चित यूनिपोल घोटाले के मामले में जांच की प्रक्रिया काफी धीमी गति से चल रही है। प्राथमिक दृष्टया तीन अधिकारियों को निगम से चलता किया गया है इसके अलावे देखें तो अभी तक केवल खानापूर्ति जांच ही नजर आ रही है जबकि मुद्दे की बात यह है कि घोटाले का खुलासा स्वंय महापौर ने किया था। यह तो बता दिया गया है कि नियम विरूद्ध हुआ है सब कुछ और निगम को लगी है कम से कम 50 करोड़ की चपत। अब बता रहे हैं कि फिर से 12 जून को दोनों जांच कमेटियों की साझा बैठक होने वाली है। वहीं जोनों से रिपोर्ट नहीं मिलने की बात भी सामने आ रही है। कार्रवाई ठोस होती है या निगम की छवि के अनुरूप गोलमाल सबको इंतजार है।
निगम में हुए 50 करोड़ के यूनिपोल घोटाले की नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा गठित जांच समिति के अलावा महापौर की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी भी कर रही है। जांच कमेटी ने निगम के दस जोन के आयुक्तों से भी क्षेत्र में लगे होर्डिंग्स और यूनिपोल की संख्या, आकार, किस आधार और किस एजेंसी को काम दिया गया है समेत कई जानकारियां मांगी है। बताया जाता है कि दस दिनों से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी जोनों से रिपोर्ट नहीं मिली है, जिससे जांच में तेजी नहीं आ पा रही है।