नई दिल्ली, छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़।। छत्तीसगढ़ में मानसून जमकर सक्रिय है और इसके प्रभाव के चलते अगले 5 दिनों तक यहां रह-रहकर बारिश होन...
नई दिल्ली, छत्तीसगढ़।
असल बात न्यूज़।।
छत्तीसगढ़ में मानसून जमकर सक्रिय है और इसके प्रभाव के चलते अगले 5 दिनों तक यहां रह-रहकर बारिश होने की संभावना है। लेकिन उत्तरी छत्तीसगढ़ के इलाकों में मानसून कमजोर दिख रहा है जिसके चलते यहां अभी बारिश का अभाव रहेगा। मानसून की बारिश शुरू होने से लोगों को राहत मिली है लेकिन लगातार बारिश होने से इसका आम जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ा है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों,से होते हुए अब उत्तरी अरब के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है जिससे समुद्री भाग, मुंबई सहित महाराष्ट्र के शेष भाग, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात के कुछ हिस्सों,राजस्थान और हरियाणा, उत्तराखंड के शेष भाग और हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश होते रहने की संभावना है।
हम आपको बता दें कि इस साल दिल्ली और मुंबई दोनों स्थानों पर एक साथ मानसून की बारिश हो रही है, जोकि बहुत वर्षों के बाद देखी जा रही है। अक्सर, मानसून, मुंबई में पहले पहुंचता है और उसके करीब एक महीने बाद बाद दिल्ली पहुंचता है। इस सीजन में दिल्ली और मुंबई दोनों स्थानों पर मानसून की बारिश से अभी बाढ़ के जैसे हालात बन गए हैं। छत्तीसगढ़ में भी 2 दिनो से मानसून की बारिश शुरु होने से लोगों को राहत मिली है।
देश के पूर्वी हिस्सों में वेरावल, वल्लभ विद्यानगर, उदयपुर, नारनौल, अम्बाला, कटरा और लाट, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।
अगले 5 दिनों के दौरान
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून प्रवाह के मजबूत होने के कारण देश के उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में
आज उसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना। इसके उत्तर में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की बहुत संभावना है
पूर्व-पश्चिम ट्रफ उत्तरी पंजाब से हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्व होते हुए बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी तक बनी हुई है
मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओडिशा निचले क्षोभमंडल बना हुआ है।
मध्य क्षोभमंडल स्तर पर एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर अरब सागर और निकटवर्ती गुजरात तट पर स्थित है।