रायपुर, रायगढ़। असल बात न्यूज़।। 00 विशेष संवाददाता राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ...
रायपुर, रायगढ़।
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष संवाददाता
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा है कि हमारा छत्तीसगढ़ माता कौशल्या और शबरी माता का प्रदेश है। या छत्तीसगढ़ यहां सदियों से निवास कर रहे आदिवासियों वनवासियों का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने महोत्सव का नाम भले ही राष्ट्रीय रामायण महोत्सव दिया है लेकिन यहां विदेशों के दल भी हैं।रायगढ़ संस्कारधानी है। यहां शैलचित्र भी मिले हैं। यह मानव संस्कृति के इतिहास को अपने भीतर बसाए हुए है।यहां के सब्बो झन ला राम राम अउ जय सियाराम । उन्होंने कहा कि यह कौशल्या माता का प्रदेश है। कहाँ भगवान राम का राजतिलक होना था लेकिन वे वनवास गए।निषादराज से मिले, शबरी से मिले। ऋषि मुनियों से मिले। भगवान श्रीराम ने कितनी कठिनाई झेली पर अपनी मर्यादा नहीं खोई। उन्होंने वनवास का 10 साल यहां गुजारा।छत्तीसगढ़ में उन्होंने इतने बरस गुजारे, फिर भी हमारा रिश्ता वनवासी राम के साथ ही कौशल्या के राम से भी है इसलिए वे हमारे भांजे है इसलिए हम भांजों का पैर छूते हैं। छत्तीसगढ़ का कुछ न कुछ अंश भगवान राम के चरित्र में देखने को मिलता है।हमारा रिश्ता राम से केवल वनवासी राम का नहीं है। बल्कि हमारा रिश्ता शबरी के राम, कौशल्या के राम के रूप में भी है।राष्ट्रीय रामायण महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि वे छत्तीसगढ़ के पूर्वी प्रवेश द्वार रायगढ़ में आयोजित इस महोत्सव में शामिल होने वाले प्रतिभागी और श्रोता तथा मेहमानों, आयोजन से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों का स्वागत करते है।
इस अवसर पर बोलते हुए गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्री राम सुंदर दास ने कहा कि आज गौ माता की सेवा के लिए प्रदेशभर में गौठान चल रहे हैं। संस्कृति और परंपरा के संरक्षण संवर्द्धन के लिए काम हो रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस तरह का कार्यक्रम आदरणीय मुख्यमंत्री जी की पहल से हो रहा है, यह अभूतपूर्व है। मुख्यमंत्री राम वन गमन पथ का विकास कर रहे हैं, गौ माता की सेवा कर रहे हैं।
पूर्व सांसद श्री नंदकुमार साय ने सुंदर संस्कृत श्लोक से की शुरुआत। इस समय जो सरकार चल रही है। वो गरीबों के लिए कार्य कर रही है। आम जनता के लिए कार्य कर रही है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने अपने सम्बोधन की शुरुआत श्लोक "श्री गुरु चरण रोज रजः के साथ की।
संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि सीता राम चरित अति पावन, मधुर सरस् अरु अति मनभावन।