नई दिल्ली. पिछले 10 सालों में आईसीसी इवेंट्स में टीम इंडिया की कहानी एक जैसी ही रही है। टीम नॉकआउट स्टेज तक तो पहुंचती है, लेकिन खिताब...
नई दिल्ली. पिछले 10 सालों में आईसीसी इवेंट्स में टीम इंडिया की कहानी एक जैसी ही रही है। टीम नॉकआउट स्टेज तक तो पहुंचती है, लेकिन खिताब तक का सफर नहीं तय कर पा रही है। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 भी इससे अलग नहीं रहा। दो साल चले इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारतीय टीम ने जगह बनाई, लेकिन खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से 209 रनों से हार गई। यह हार भारतीय क्रिकेट फैन्स तो अपने गले से नहीं ही उतार पा रहे हैं, पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों ने भी कुछ तीखे सवाल खड़े किए हैं। भारत को 444 का लक्ष्य मिला था और जवाब में पूरी टीम 234 रनों पर ही सिमट गई। भारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 164 रन बनाए थे, लेकिन आखिरी दिन एक ही सेशन में बाकी सात विकेट गंवा दिए और आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना एक बार फिर चकनाचूर हो गया। भारत की इस शर्मनाक हार के बाद मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ से उनके साथी खिलाड़ी रह चुके सौरव गांगुली और हरभजन सिंह ने कुछ तीखे सवाल किए। द्रविड़ ने भी इनके जवाब फटाफट दिए, लेकिन द्रविड़ के जवाब सुनील गावस्कर को कुछ खास पसंद नहीं आए।
गांगुली ने कहा कि पिछले कुछ सालों से भारतीय बल्लेबाज संघर्ष कर रहे हैं और उनके औसत लगातार गिर रहे हैं, और यह चिंता का कारण है। गांगुली ने इस दौरान कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत के टॉप बल्लेबाजों ने मुश्किल से 30 का औसत क्रॉस किया है। स्टार स्पोर्ट्स पर हो रही इस चर्चा में द्रविड़ ने अपने जवाब में कहा, 'हमारे टॉप-5 बल्लेबाज काफी अनुभवी हैं, इन खिलाड़ियों को आने वाले समय में लीजेंड्स में गिना जाएगा, इन्हीं लड़कों ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जिताई थी और इंग्लैंड में भी टेस्ट मैच जीते थे। लेकिन मैं मानता हूं और मुझे लगता है बाकी खिलाड़ी भी इस बात को मानेंगे कि उन्होंने अपने द्वारा सेट किए गए स्टैंडर्ड के हिसाब से बल्लेबाजी नहीं की।'
द्रविड़ ने आगे कहा, 'हम इस पर काम कर रहे हैं, कुछ विकेट काफी चैलेंजिंग रहे हैं, यह अच्छा विकेट था, यह मैं मानता हूं लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियां थीं, जिसमें बैटिंग करना आसान नहीं था। डब्ल्यूटीसी के साइकल में हर मैच अहम होता है। हम अब ड्रॉ के लिए नहीं खेल सकते हैं, हमें भारत में रिजल्ट वाले विकेट चाहिए होते हैं, और भारत से बाहर भी विकेट मुश्किल होते हैं, ऐसे में सभी बल्लेबाजों के औसत पर इसका असर पड़ा है। लेकिन हमें पता है कि हमें अपने गेंदबाजों को चांस देने के लिए स्कोरकार्ड पर रन जोड़ने होंगे। जो हम किया करते थे।'
इस इंटरव्यू के बाद ही स्टार स्पोर्ट्स पर सुनील गावस्कर का एक डिसकशन दिखाया गया और वहां गांगुली और द्रविड़ के बीच हुई बातचीत का जिक्र किया गया, जिस पर गावस्कर भड़क उठे। उन्होंने कहा, 'इससे फर्क नहीं पड़ता कि बाकी बल्लेबाजों का औसत क्या है। हम अभी भारतीय क्रिकेट टीम की बात कर रहे हैं। भारतीय बल्लेबाजों के औसत गिर रहे हैं, इसके लिए कुछ करने की जरूरत है। बल्लेबाजी के चक्कर में हमें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है? आप भारत में अच्छी बैटिंग करते हैं, आप भारत में दादा हैं, लेकिन बाहर जाकर फुस्स हो जाते हैं। क्या कोचिंग का वह स्तर नहीं है, जिसकी आपको जरूरत है? क्या उन क्षेत्रों में एनालिसिस ढंग से नहीं हो रहा, जहां आप चूक रहे हैं? इस हार के बाद एक खुद को आंकने की जरूरत है। एक टीम जीतती है, एक टीम हारती है, लेकिन आप किस तरह हारते हैं, वह दुख देता है।'