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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए जोर-शोर से तैयारियां, लाखों लोगों के बैठने के लिए वाटरप्रूफ पंडाल , सुरक्षा व्यवस्था के लिए बाहर से भी बुलाई गई टीमें, गीली जमीन को सुखाने और जमा पानी एमएमको निकालने करनी पड़ रही है मेहनत

  रायपुर।  असल बात न्यूज़।।       00 विशेष संवाददाता         प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साइंस कॉलेज रायपुर में आगामी 7 जुलाई को प्रस्तावित...

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 रायपुर।

 असल बात न्यूज़।।

     00 विशेष संवाददाता      

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साइंस कॉलेज रायपुर में आगामी 7 जुलाई को प्रस्तावित जनसभा के सभास्थल मैदान को कार्यक्रम के लिए तैयार करने जोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं। भाजपा का दावा है कि इस कार्यक्रम में पांच लाख से अधिक लोगों की भीड़ शामिल होगी तो इसके अनुरूप यहां पंडाल भी लगाया जा रहा है। बारिश की आशंका को देखते हुए यहां वाटर प्रूफ पंडाल लगाया जा रहा है। अलग-अलग स्थानों से आई सैकड़ों लोगों की टीम यहां इन सब कामों को पूरा कर रही है। अभी बैरिकेडिंग के काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है और रात तक इस काम को कंप्लीट कर लिए जाने की संभावना है। इधर कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी तगड़ी तैयारी की गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में हाई लेवल मीटिंग ली है। 

अभी यहां दो दिनो  से धूप निकल रही है लेकिन उसके पहले दो दिनों तक लगातार जमकर बारिश हुई थी जिसका पानी यहां साइंस कॉलेज मैदान में अभी भी जमा है। और बारिश के चलते मैदान में भी गीलापन बना हुआ है। सभा स्थल की तैयारियो में जुटी  टीम के सामने सबसे पहले इस पानी गीलेपन को सुखाने की चुनौती है। अभी बड़ी टीम इसी काम में लगाई गई है। जमीन की सतह को सुखाने उस पर पूरे मैदान पर बारीक डस्ट बिछाया जा रहा है। इसके ऊपर प्लास्टिक की हल्की कालीन विषय जाएगी। जमीन में अभी भी गीलापन बना हुआ है और अभी भी बारिश की आशंका है। अभी भी बारिश हुई तो सभासद के इस मैदान में फिर से पानी जमा हो सकता है। आज यहां वैसे दिन भर धूप निकली रही है लेकिन मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि रात में बारिश हो सकती है। इन सब से निपटने के उपाय किए जा रहे हैं। फिलहाल आम सभा के पंडाल का बड़ा हिस्सा बनकर तैयार हो गया है। वाटरप्रूफ पंडाल से छत बनकर तैयार हो गई है। मुख्य मंच के बनने का काम अभी जारी है। सभा में आम लोगों को बैठने में किसी तरह की दिक्कत न हो, उमस भरी गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए पंखे भी लगाए जा रहे हैं। लोग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के साथ देख भी सकें, इसके लिए पंडाल तथा बाहर बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन भी लगाए जा रहे हैं। सुरक्षा बल की टुकड़ियों ने भी यहां अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली है।

इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा को सफल बनाने भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पार्टी के तौर पर प्रदेशभर में कड़ी मेहनत की जा रही है। पार्टी के द्वारा मोहल्ले मोहल्ले में रैलियां निकालकर लोगों को जनसभा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। 

रायपुर में पीएम

बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए, प्रधान मंत्री लगभग रु। की पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को समर्पित और आधारशिला रखेंगे। 6,400 करोड़. जो परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की जाएंगी उनमें जबलपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायपुर से कोडेबोड़ खंड की 33 किमी लंबी 4-लेनिंग शामिल है। पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, यह खंड जगदलपुर के पास इस्पात संयंत्रों के कच्चे माल, तैयार उत्पादों की आवाजाही के लिए अभिन्न अंग है और लौह अयस्क समृद्ध क्षेत्रों को कनेक्टिविटी प्रदान करता है। प्रधानमंत्री एनएच-130 के बिलासपुर से अंबिकापुर खंड के 53 किलोमीटर लंबे 4-लेन बिलासपुर-पथरापाली खंड को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह उत्तर प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा और आसपास के क्षेत्रों में कोयला खदानों को कनेक्टिविटी प्रदान करके कोयले की आवाजाही को बढ़ावा देगा।

प्रधानमंत्री 6-लेन ग्रीनफील्ड रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर के छत्तीसगढ़ खंड के लिए तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इनमें एनएच 130 सीडी पर 43 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले झांकी-सरगी खंड का विकास शामिल है; एनएच 130 सीडी पर 57 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला सरगी-बसनवाही खंड; और NH-130 CD का 25 किमी लंबा छह लेन वाला बसनवाही-मारंगपुरी खंड। उदंती वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में अप्रतिबंधित वन्यजीव आंदोलन के लिए 27 जानवरों के रास्ते और 17 बंदर छतरियों के साथ 2.8 किलोमीटर लंबी 6-लेन सुरंग एक प्रमुख घटक है। इन परियोजनाओं से धमतरी में चावल मिलों और कांकेर में बॉक्साइट समृद्ध क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और कोंडागांव में हस्तशिल्प उद्योग को भी लाभ होगा। कुल मिलाकर, ये परियोजनाएं क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रमुखता देंगी।

प्रधानमंत्री 103 किलोमीटर लंबी रायपुर-खरियार रोड रेल लाइन के दोहरीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जो रुपये की लागत से पूरा किया गया है। 750 करोड़. इससे छत्तीसगढ़ में उद्योगों के लिए बंदरगाहों से कोयला, इस्पात, उर्वरक और अन्य वस्तुओं का परिवहन आसान हो जाएगा। वह केवटी-अंतागढ़ को जोड़ने वाली 17 किमी लंबी नई रेलवे लाइन भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। की लागत से विकसित किया गया। 290 करोड़ रुपये की लागत वाली नई रेलवे लाइन भिलाई स्टील प्लांट को दल्ली राजहरा और रावघाट क्षेत्रों की लौह अयस्क खदानों से कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और घने जंगलों से गुजरते हुए दक्षिणी छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाकों को जोड़ेगी।

प्रधानमंत्री कोरबा में 130 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 60 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बॉटलिंग प्लांट को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थियों को 75 लाख कार्डों के वितरण की भी शुरुआत करेंगे।