रायपुर. प्रदेश के विधानसभा चुनाव से 100 दिन पहले कांग्रेस ने बड़ा बदलाव करते हुए मोहन मरकाम की जगह बस्तर सांसद दीपक बैज को नया प्रदेश अध्...
रायपुर.
प्रदेश के विधानसभा चुनाव से 100 दिन पहले कांग्रेस ने बड़ा बदलाव करते हुए मोहन मरकाम की जगह बस्तर सांसद दीपक बैज को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पिछले तीन महीने से बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कवायद चल रही थी। बैज अब तक के सबसे युवा प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक और बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद बैज गिनती कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी नेताओं में होती है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी पहली पसंद बैज ही थे। बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का पत्र उस समय आया, जब मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक हो रही थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित सभी विधायकों ने बैज को बधाई दी। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का यह दूसरा बड़ा फैसला है। इससे पहले मंत्री टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।
बैज के प्रदेश अध्यक्ष बनने के मायने
दीपक बैज को मुख्यमंत्री की पसंद माना जाता है। आने वाले दिनों में टिकट वितरण से लेकर चुनाव प्रबंधन में प्रदेश अध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। ऐसे में सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल नजर आएगा। हालांकि बैज के सामने चुनाव से पहले अपनी टीम तैयार करने, मरकाम के करीबी नेताओं के साथ तालमेल बिठाने की चुनौती जरूर रहेगी। प्रदेश के 33 जिले और 90 विधानसभा सीट में दौरा भी बैज के लिए आसान नहीं रहेगा।
2008 में बने थे एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष
दीपक बैज वर्ष 2008 में एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की। 15 साल में वह प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गए। 14 जुलाई 1981 को बस्तर के गढिया में जन्में बैज 2009 में युवक कांग्रेस के बस्तर जिला महासचिव बने।
वर्ष 2013 में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार उन्हें विधानसभा का टिकट दिया और जीत मिली। 2018 का चुनाव जीतकर वह एक बार फिर विधानसभा पहुंचे। प्रदेश में सरकार बनने के बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बैज को बस्तर लोकसभा का टिकट मिला और उन्होंने बस्तर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के 25 वर्ष के वनवास को दूर करते हुए जीत दर्ज की।
सबसे सफल अध्यक्ष रहे मरकाम
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की गिनती प्रदेश के सबसे सफल कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में होती है। मरकाम के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने सभी नगर निगम के महापौर, 28 जिला पंचायत अध्यक्ष और पांच विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की। हालांकि कई मौके ऐसे आए, जब संगठन और सत्ता के बीच मतभेद खुलकर सामने आए।
कुछ दिन पहले ही मरकाम ने प्रदेश पदाधिकारियों के कामकाज में बदलाव किया, जिसे प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने खारिज कर दिया था। हालांकि मरकाम के नेतृत्व में प्रदेश में सबसे बड़े सदस्यता अभियान को पूरा किया गया और प्रदेश में करीब 15 लाख सदस्य बनाए गए।