अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के संबोधन के मुख्य अंश ****** नई दिल्ली। असल बात न्यूज़।। केन्...
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के संबोधन के मुख्य अंश
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नई दिल्ली।
असल बात न्यूज़।।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने लोक सभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चल रही बहस के दौरान बोलते हुए कहा कि आज़ादी से अब तक 27 अविश्वास प्रस्ताव और 11 विश्वास प्रस्ताव इस सदन में प्रस्तुत हुए हैं।ये अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ जनता में भ्रांति पैदा करने के लिए लाया गया है और ये जनता की इच्छाओं का प्रतिबिंब कहीं नहीं लगता है।
उन्होंने कहा कि ये अविश्वास प्रस्ताव ऐसा है जिसमें प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के प्रति ना जनता और ना ही सदन को अविश्वास है। उन्होंने कहा कि जनता में सरकार के प्रति विश्वास इसीलिए है क्योंकि देश की 60 करोड़ जनता के जीवन में नई आशा का संचार अगर किसी सरकार ने किया है तो वो नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है।आज़ादी के बाद अगर देश की जनता को किसी सरकार में सबसे अधिक विश्वास है तो वो नरेन्द्र मोदी सरकार में है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि 30 साल के बाद देश में पहली बार पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार देने का काम देश की जनता ने लगातार दो बार किया, दुनियाभर के कई सर्वेक्षण कहते हैं कि आज़ादी के बाद से अब तक श्री नरेन्द्र मोदी देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं।आज़ादी के बाद बिना कोई छुट्टी लिए और 24 में से 17 घंटे काम करने वाला और देश के हर राज्य में सबसे अधिक किलोमीटर और सबसे अधिक दिन प्रवास करने वाला कोई प्रधानमंत्री है तो वो नरेन्द्र मोदी जी हैं।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार के 9 सालों में 50 से अधिक फैसले हैं जो युगांतरकारी फैसले हैं, जिन्हें इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।1942 में आज ही के दिन महात्मा गाँधी जी ने Quit India Movement शुरू किया था और आज ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ये नारा दिया है:Corruption Quit IndiaAppeasement Quit IndiaDynasty Quit India.एक ओर करोड़ों रुपए खर्च करके सत्ता के लिए बहुमत खरीदने वाले लोग बैठे हैं और दूसरी ओर सिद्धांतों के लिए सत्ता छोड़ने वाले लोग।पहले विपक्षी पार्टी ‘गरीबी हटाओ’ के झूठे नारे से सिर्फ वोट लेकर सत्ता प्राप्त करती रही पर गरीबी हटाने के लिए कुछ नहीं किया, लोगों के जीवन से गरीबी दूर करने का काम मोदी जी ने किया है, इसलिए मोदी जी को 'दीनमित्र' की संज्ञा देना उपयुक्त है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में हो रही हिंसा से कोई सहमत नहीं हो सकता, इन घटनाओं का कोई समर्थन नहीं कर सकता, लेकिन इन घटनाओं पर राजनीति करना और अधिक शर्मनाक है।देश की जनता के सामने ये भ्रांति फैलाई गई कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।विपक्ष मणिपुर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहता, उसे सिर्फ विरोध करना था।पिछले 6 सालों में मणिपुर में एक भी दिन कर्फ्यू, बंद, ब्लॉकेड नहीं हुआ और उग्रवादी हिंसा लगभग समाप्त हो गई
उन्होंने कहा कि मणिपुर में हो रही हिंसा परिस्थितिजन्य नस्लीय हिंसा है, इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री जी पहले दिन से ही निरंतर संपर्क में हैं, उन्होंने रात चार बजे भी मुझसे स्थिति की जानकारी ली है, और फिर सुबह साढ़े 6 बजे मुझसे फिर बात की।हमने तीन दिन लगातार काम किया, 16 वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कीं, 36,000 सुरक्षाबलकर्मी मणिपुर पहुंचाए, वायु सेना के विमानों का उपयोग किया, सुरक्षा सलाहकार को भेजा ।
मैं यूनिफाइड कमांड के साथ हर हफ़्ते वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करता हूं, गृह सचिव हर दूसरे दिन और निदेशक, इंटेलीजेंस ब्यूरो प्रतिदिन करते हैं
मणिपुर हिंसा में अब तक 152 लोग मारे गए हैं, जिनमें से मई में 107, जून में 30, जुलाई में 15 और अगस्त में अब तक 4 लोग मारे गए हैं
हिंसा धीरे-धीरे कम हो रही है औऱ इसमें घी डालने का काम नहीं करना चाहिए
लगभग 14,898 लोगों को अरेस्ट किया गया है, 1106 एफआईआर रजिस्टर की गई हैं
मणिपुर का शर्मनाक वीडियो 4 मई की दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, दुनिया में कहीं भी किसी भी महिला के साथ ऐसी घटना समाज के नाम पर धब्बा है और इसका कोई समर्थन नहीं कर सकता
वीडियो सर्कुलेट होने के दिन ही हमने फेस आइडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर की सहायता से सरकारों के डेटा से मिलान करते हुए सभी 9 लोगों को अरेस्ट कर लिया और वो आज ट्रायल का सामना कर रहे हैं
बहुत क्लोज़ वॉच के साथ वहां शांति स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है और जल्द से जल्द हम इस हिंसा पर काबू पा सकेंगे
सदन के माध्यम से मणिपुर के दोनों समुदायों से करबद्ध निवेदन करना चाहता हूं कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, वार्ता कीजिए
भारत सरकार के साथ बैठकर इस समस्या का समाधान निकालिए, अफवाहों से अविश्वास का वातावरण पैदा हुआ है
भारत सरकार की मंशा वहां की डेमोग्राफी को बदलने की नहीं है, हम घुसपैठ रोकने और शांति स्थापित करने के सभी प्रयास करना चाहते हैं, इस विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए
पिछली सरकार के समय मणिपुर में हुए दंगों में इनकी सरकार में MoS ने स्टेटमेंट दिया इनके गृह मंत्री बोले तक नहीं थे और यहाँ मैं खुद बार-बार स्टेटमेंट देने के लिए बोल रहा हूँ पर ये पूरा संसद सत्र होल्ड करके बैठ गए।
पिछली सरकार के शासन में मणिपुर में इतनी बार हिंसाएं हुई लेकिन आजतक इनका कोई गृह मंत्री वहां नहीं रुका, मैं 3 दिन वहां रहा और हमारे MoS श्री नित्यानंद राय जी 23 दिनों तक लगातार वहाँ रहे।a
मोदी जी ने देश को स्थिर शासन दिया है इसीलिए देश विकास कर रहा है
मोदी जी ने 2014 से 2023 के 9 सालों में एक नए राजनीतिक युग की शुरूआत की है
लगभग 30 सालों से इस देश की राजनीति भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के नासूर से ग्रसित रही
भारतीय लोकतंत्र को इन तीन नासूर ने घेर लिया था, नरेन्द्र मोदी जी ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण को हटाकर पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को तरजीह दी है और आज विकास, जनता के फैसलों का निर्णय करता है
फिर भी कहीं-कहीं भ्रष्टाचार, परिवारवाद व्याप्त है औऱ तुष्टिकरण की राजनीति भी दिखाई देती है, इसीलिए आज मोदी जी ने नारा दिया है भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया और तुष्टिकरण क्विट इंडिया
अगर भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण देश से खत्म हो जाते हैं, तो मोदी जी द्वारा पिछले 9 सालों में शुरू किए गए नए युग से हमारे स्वतंत्रतासेनानियों की कल्पना के भारत का निर्माण 2047 से बहुत पहले हो जाएगा
अविश्वास प्रस्ताव लाने से पार्टियों और गठबंधनों के चरित्र उजागर होते हैं
हम सिद्धांतों की राजनीति को प्रस्थापित करने के लिए राजनीति में हैं, येन-केन-प्रकारेण सत्ता बचाने के लिए नहीं
नरेन्द्र मोदी जी ने कोई बड़े वादे नहीं किए लेकिन उनके ज़ेहन में गरीबी का डंक भी था और दंश भी क्योंकि वे स्वयं एक गरीब घर से आकर देश के प्रधानमंत्री बने
मोदी जी ने देश के 9.6 करोड़ गरीब महिलाओं के घर में गैस सिलिंडर भेजकर उनके घरों को धुंए से मुक्त किया
देश में 11 करोड़ परिवार ऐसे थे जिनके पास शौचालय नहीं था, लेकिन मोदी जी ने 9 सालों में 11 करोड़ 72 लाख परिवारों को शौचालय देने का काम किया
देश के करोड़ों गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगों के घरों में शुद्ध पीने का पानी नहीं था, लेकिन मोदी जी ने हर घर नल योजना के तहत 12.65 करोड़ घरों में नल से जल पहुंचाने का काम किया
ये न किसान हितैषी हैं, न गरीब हितैषी हैं और न ही पिछड़ा हितैषी हैं, इनको अपने परिवार के सिवा किसी और की चिंता नहीं है
मोदी सरकार ने देश के साढ़े 14 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 2.40 लाख करोड़ रूपए भेजने की व्यवस्था की जिससे उन्हें कर्ज लेने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी
देश में लगभग 50 करोड़ लोग ऐसे थे जिन्हें बीमारी के दौरान इलाज के खर्च की चिंता होती थी, मोदी जी ने 50 करोड़ लोगों के लिए 5 लाख रूपए तक का सारा स्वास्थ्य का खर्च माफ कर दिया
हमने 49.65 करोड़ बैंक खाते खोले जिनमें 2 लाख करोड़ रूपए गरीबों के जमा हैं, केन्द्र और राज्य सरकारों की 300 से अधिक योजनाओं का पैसा डीबीटी के माध्यम से सीधे जन-धन खातों में ट्रांस्फर होता है
बिना किसी कमीशन या भ्रष्टाचार के 25 लाख करोड़ रूपए देश के गरीबों के बैंक खातों में सीधे ट्रांस्फर हुए
कोरोनाकाल में मोदी जी ने संघवाद की भावना से सबको साथ लेकर महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, भारत में कोरोना के खिलाफ केन्द्र, राज्य सरकारों और 130 करोड़ जनता ने एकसाथ लड़ाई लड़ी
मोदी जी ने मुफ्त में 130 करोड़ भारतीयों को कोरोना के दोनों डोज़ लगाकर कोरोना से बचाने का काम किया
मोदी सरकार ने लॉकडाउन भी लगाया और उसे भूखा भी नहीं रहने दिया, 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलों अनाज लॉकडाउन के समय हमने गरीबों को दिया जो आज भी दिया जा रहा है
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया, पिछड़ा वर्ग को संवैधानिक मान्यता दी, आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों को 10 प्रतिशत का आरक्षण इतने सालों के बाद पहली बार दिया
ये गरीबों के लिए काम करने वाली सरकार है, नरेन्द्र मोदी जी गरीब कल्याण का यज्ञ शुरू किया है, गरीब मोदी जी को दीनमित्र कहते हैं और मोदी जी में अपना मित्र देखते हैं
गरीब घर से, संघर्ष करके राजनीति में आए सफल मुख्यमंत्री बनने वाले श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 9 सालों में देश के अर्थतंत्र को दुनिया में 11वें से 5वें स्थान पर पहुंचाने का काम किया है
कश्मीर, LWE और नार्थईस्ट तीन हॉटस्पॉट हैं, कश्मीर में हमारी नीतियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 2014 से सातत्यपूर्ण ढंग से कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त कराने का काम किया है
हम न हुर्रियत से चर्चा करेंगे, न जमियत से और न ही पाकिस्तान से,हम चर्चा करेंगे तो सिर्फ घाटी के युवाओं से करेंगे
हमने दो दरबार समाप्त किये, लखनपुर टोल टैक्स को समाप्त किया और दलितों, आदिवासियों और सफाई कर्मचारियों को उनके अधिकार दिए
33 साल के बाद कश्मीर में सिनेमा हाल खुले हैं, नाईट शो और शिकारा फेस्टिवल शुरू हुए हैं
जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी इतिहास बन गई है, मंदिरों को प्रोटेक्शन दी गई है और हम हिंदू संपत्ति वापस देने का कानून लाए हैं
मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत सरकार ने वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए इस पर नकेल कसी है
वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में साल 2005 -2014 में हिंसा की घटनाओं की संख्या 14000, मृत्यु की संख्या 5790, हिंसाग्रत जिलों की संख्या 118, हिंसाग्रत पुलिस स्टेशन की संख्या 545 थी
2014-22 में हिंसा की घटनाओं की संख्या 52% की कमी के साथ 6900 हुई, मृत्यु का आंकड़ा 69% की कमी के साथ 1811, हिंसाग्रत जिले 45 और हिंसाग्रत पुलिस स्टेशन 176 हुए
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विकास को प्राथमिकता देते हुए वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में हर गांव में बिजली, रोड, दवाई और स्किल डेवलपमेंट के प्रोग्राम पहुँचाए और सुरक्षा वेक्यूम भरने के लिए 195 नए CAPF के कैंप खोले
NIA और ED को जोड़ा गया जिससे वामपंथी उग्रवादियों को मिलने वाले फाइनेंस की कमर टूटी, NIA में केसों की जाँच के लिए अलग वर्टिकल और डेटा सेंटर बना, वामपंथी क्षेत्र में होने वाली FIR का कंप्यूटराइजेशन किया गया ताकि AI के माध्यम से उनका एनालिसिस किया जा सके
आज झारखंड, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना वामपंथी उग्रवाद से मुक्त हो चुके हैं और छत्तीसगढ़ के केवल तीन जिले वामपंथी उग्रवाद से मुक्त होने से शेष बचे हैं जिन्हें जल्द ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इससे मुक्त करवा दिया जाएगा
नरेन्द्र मोदी जी ने नॉर्थईस्ट को मन से साथ भारत के साथ जोड़ने का काम किया है
दूरी सड़क, रेलवे और विमान से नहीं बल्कि दिल से कम होती है, मोदी जी ने दिल से दूरी कम करने का काम किया है और नॉर्थईस्ट को मुख्यधारा में लाने का काम किया है।
मोदी जी पिछले 9 सालों में 50 से अधिक बार नॉर्थईस्ट गए हैं,।