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सिरगिट्टी संकुल के अंतर्गत तीन प्राथमिक स्कूलों के तीन कक्षा को बनाए स्मार्ट क्लास बनाया गया

बिलासपुर। सिरगिट्टी संकुल के अंतर्गत तीन प्राथमिक स्कूलों के तीन कक्षा को बनाए स्मार्ट क्लास बनाया गया है। बच्चे स्मार्ट टीवी से शिक्षा ग्...

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बिलासपुर। सिरगिट्टी संकुल के अंतर्गत तीन प्राथमिक स्कूलों के तीन कक्षा को बनाए स्मार्ट क्लास बनाया गया है। बच्चे स्मार्ट टीवी से शिक्षा ग्रहण करेंगे। इसके लिए उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष राजेश सोनी ने स्कूल के शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि स्मार्ट टीवी द्वारा बच्चे किसी भी विषय वस्तु को आसानी से और अच्छे तरीके से सीख सकते हैं।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनीष शर्मा, अध्यक्ष शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल सिरगिट्टी के व्याख्याता राजेश सोनी, विशिष्ट अतिथि केशव वर्मा संकुल समन्वयक बिल्हा व संकुल समन्वयक लखराम डीपी कश्यप ने शामिल रहे। बिल्हा संकुल समन्वयक केशव वर्मा ने कहा कि स्मार्ट क्लास आपको विषय वस्तु को समझने और ज्ञान को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। मुख्य अतिथि मनीष शर्मा ने रिमोट ने स्मार्ट टीवी आन कर स्मार्ट क्लास की शुरुआत की। सिरगिट्टी संकुल अंतर्गत नए प्राथमिक शाला और जनपद प्राथमिक स्कूल सिरगिट्टी के तीन कक्षों को स्मार्ट क्लास बनाया गया है। शिक्षक योगेश करंजगांवकर के प्रयासों से 40 व 46 इंच के स्मार्ट टीवी लगाया गया। स्मार्ट क्लास शुरू होने से बच्चों के चेहरे खिले हुए थे। साथ ही शिक्षकों ने कहा कि इसके माध्यम से बच्चों को अधिक से अधिक प्रौक्टिकल की चीजों से जोड़ा जाएगा, ताकि बच्चे स्किल बेस्ड चीजों को बेहतर तरह से सीख सकेंगे। आभार प्रदर्शन शाला की प्रभारी प्रधान पाठिका शशि सिंह ने किया। कार्यक्रम में सिरगिट्टी संकुल के समन्वयक आशीष वर्मा, शिक्षक आनंद उपस्थित रहे।


 

नए - नए कार्यक्रम से बच्चों का हो रहा बौद्धिक विकास

नवीन प्राथमिक शाला सिरगिट्टी में स्थानीय तीज त्योहार के असर पर शिक्षकों द्वारा नए - नए कर्यक्रम का आयोजन करवाते हैं। हाल ही में विश्व आदिवासी दिवस पर वेशभूषा सज्जा तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कक्षा पहली से पांचवी तक के 80 बच्चों ने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश व विभिन्न त्योहारों के अवसरों पर पहने जाने वाली मनमोहक वेशभूषा में अपनी सहभागिता दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों द्वारा सुआ,करमा,राउत नाच, आदि छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई थी।