भिलाई, दुर्ग। असल बात न्यूज़।। 00 विशेष संवाददाता जिस बात को हम पिछले कई वर्षों से कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्...
भिलाई, दुर्ग।
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष संवाददाता
जिस बात को हम पिछले कई वर्षों से कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष भी आज लगभग वैसे ही बातें आई। शिक्षित बेरोजगारों का दर्द...। उन्हें नौकरी नहीं मिलने की पीड़ा..। पीजी की डिग्री हासिल कर लेने के बाद भी आगे कुछ करने का रास्ता नहीं दिखने की पीड़ा..। इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद राज्य में ही रोजगार का कोई अवसर नहीं होने की पीड़ा..। कई विभागों में कई वर्षों से वैकेंसी नहीं निकलने का दर्द...। दुर्ग संभाग के युवाओं को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज खुलकर बात करने का अवसर मिला तो उन सब ने ऐसी बातों ही बातों को भी रखा। किसी ने अपने क्षेत्र में स्नातक की पढ़ाई के बाद पीजी डिग्री का कोर्स नहीं होने की समस्या सामने रखी। तो किसी ने खेल शिक्षक की कमी होने से हो रहे नुकसान के बारे में बताया। किसी ने पुलिस में लंबे समय से भर्ती नहीं होने के बारे में की बात कही। ऐसी मांगों और समस्याओं की फेहरिस्त काफी लंबी थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी युवाओं को पूरा अवसर दिया और सबकी पूरी बात सुनने की कोशिश की। यहां खुले संवाद का अवसर था जिसमें युवाओं ने भी अपनी बातें खुल कर रखी तो वही मुख्यमंत्री से बातों के दौरान कई ऐसे क्षण भी आए कि काफी हंसी ठिठोली भी हुई और पूरी सभा में ठहाके लगते रहे। युवाओं को इस बात से संतोष हुआ हो सकता है कि उनकी कई मांगों को मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पूरा करने का वहीं से आश्वासन दिया है।
छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले 3 दिनों से बारिश हो रही है। आज भी यहां सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। मुख्यमंत्री के साथ दुर्ग संभाग के युवाओं के भेंट मुलाकात का कार्यक्रम काफी पहले से निर्धारित था और इसके लिए व्यापक तैयारियां की गई थी। बारिश से बचने के लिए वाटरप्रूफ पंडाल लगाए गए थे जिससे काफी राहत हुई। ऐसा लग रहा था कि बारिश की वजह से कार्यक्रम में कुछ अवरोध आ सकता है लेकिन युवाओं का उत्साह देखकर ऐसा और और कहीं नजर नहीं आया। पूरे संभाग भर से युवा कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। जिसमें महाविद्यालय छात्रों की संख्या काफी अधिक थी। मुख्यमंत्री के आने के पहले रंगारंग गीत संगीत का भी कार्यक्रम हुआ जिससे युआओं का उत्साह दोगुना नजर आ रहा था। कार्यक्रम में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया,विधायक अरुण वोरा, विधायक देवेंद्र यादव, महापौर नीरज पाल, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन भी मंच पर उपस्थित थे।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर था, मुख्यमंत्री से बात करने का, उन्हें अपनी समस्या बताने का, राज्य में हो रहा है विकास कार्यों के बारे में जानने का। और इस मौके का युवाओं ने खूब फायदा उठाया भी।कार्यक्रम में राजनांदगांव, कवर्धा, बालोद, बेमेतरा, खैरागढ़, मानपुर-मोहला-अंबागढ़-चौकी और दुर्ग इत्यादि जिलों से युवा आए हुए थे।
मुख्यमंत्री से जब संवाद करने का खुला अवसर मिला तो दिग्विजय कॉलेज की छात्रा ईश्वरी ने बताया कि इन 5 सालों में मैंने जाना कि हम सब ज्यादा सुरक्षित हुई हैं। ज्यादा तरक्की कर रहे हैं। हम लोग उद्यमिता के क्षेत्र में बढ़ रहे हैं।शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव के विद्यार्थी मुकेश कुमार साहू ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ विषय पर केंद्रित कविता पढ़ी।
मुकेश ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलायी जा रही जनहितैषी योजनाओं का समावेश अपनी कविता में करते हुए प्रस्तुति दी।बालोद से टेकराम पटेल ने कहा कि मेरी माटी इस दुनिया को सुवासित करती है। आल्हादित करती है। महानदी की धाराओं की तरह हमारा विकास हो रहा है।
स्वास्थ्य की बात करें तो धनवंतरी मेडिकल स्टोर खुले हैं। हमारे प्रदेश में इलाज बेहतर हुआ है।बस एक काम और करना है। हर जिले में ऐसे हॉस्पिटल हों कि महानगरों में रिफर ही न करना पड़े।
मुख्यमंत्री से बात करने का अवसर मिला तो युवाओं ने मुख्यमंत्री के लिए कुछ कविता की पढ़ी, आल्हा भी गया।
नरवा से सिंचाई मिली। घुरूवा के दिन बहुर गए हैं।
पुरखों के सपनों को पूरा करने मुख्यमंत्री बढ़ चुके हैं।
राम राज्य के सपने को साकार करने अंगद जैसे युवा चाहिए।
आप लोग अपने कका की मदद कीजिये।
हमारे कका इतना मया दुलार करते हैं कि इसकी कोई सीमा नहीं है।
इसलिए कका आपके मया में दीवाना हे छत्तीसगढ़
बेमेतरा जिले के मनीष वर्मा ने आल्हा शैली की तर्ज में योजनाओं को गाकर सुनाया...
लेथे सबके धान ल भैया, देथे बढ़िया दाम।
नरवा गरवा घुरूवा के भारी शोर।
मिल गे हमला भांचा राम।
कका राज म खुश हे भारी, नोनी बाबू सब सियान।
उनकी कविता को लोगों ने काफी पसंद किया।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने संबोधन की शुरुआत की। कका अभी जिंदा है कहकर अपनी बात की आरम्भ।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल 4 मई से हमने भेंट मुलाकात कार्यक्रम आरम्भ किया। सबसे भेंट की। समाज प्रमुखों से मिले। उस समय मन में आया कि युवाओं के साथ पृथक से संवाद हुआ।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से रायपुर और बिलासपुर में हुए युआओ से भेंट मुलाकात कार्यक्रम को यूट्यूब से देखने के बारे में भी पूछा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ युवाओं ने अपनी आकांक्षा बताई। उनका जो सपना है। वही हमारे पुरखों का भी सपना था। सरकार का भी यही सपना है। पौने 2 लाख करोड़ रुपये पैसा डालने का काम हमारी सरकार ने किया। इससे मंदी नहीं आई। यूनिवर्सिटी खोले, 4 मेडिकल कॉलेज खोले।
जहां -जहां भेंट मुलाकात के लिए गए, दो मांग आती है स्वामी आत्मानंद स्कूल खोल दें और बैंक खोल दें। इतने साल हो गए इंग्लिश माध्यम के कॉलेज नहीं थे। हमने 10 कॉलेज खोले। आगे भी खोलेंगे।
अब छत्तीसगढ़ की पहचान हमारी विशिष्ट संस्कृति से है। चाहे आदिवासी परम्परा हो, राम वन पथ गमन हो, कबीर सरोवर हो या बाबा घासीदास के पुण्यस्थलों से जुड़े स्थलों का विकास।
उन्होंने कहा कि एक मई को जब हम बोरे बासी खाये तो सभी ने खाया। अब शिक्षा और संस्कृति से सम्पन्न भविष्य नई पीढ़ी का होगा।