भिलाई। असल बात न्यूज़।। एमजीएम स्कूल सेक्टर 6 भिलाई में प्रिंसिपल पद के लिए की जा रही भर्ती विवादों के घेरे में आ गई है। इस पद पर भर्ती ...
भिलाई।
असल बात न्यूज़।।
एमजीएम स्कूल सेक्टर 6 भिलाई में प्रिंसिपल पद के लिए की जा रही भर्ती विवादों के घेरे में आ गई है। इस पद पर भर्ती के लिए आज इंटरव्यू किया जाना था।इसी दौरान समाज के कई लोगों ने वहां पहुंचकर इसका विरोध किया तथा इंटरव्यू में अपात्र लोगों को जाने की शिकायत की। इस दौरान वहां नाराज लोगों के द्वारा स्कूल संचालन कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट को फर्जी सर्टिफिकेट रखने वाले लोगों का इंटरव्यू नहीं करने के संबंध में ज्ञापन दिया गया।बताया जा रहा है कि वाइस प्रेसिडेंट के द्वारा अपात्र उम्मीदवार को प्रिंसिपल नहीं बनाने का आश्वासन दिया है। इसके बाद नाराज लोगों का गुस्सा कुछ हद तक शांत होने की जानकारी मिली है।
उल्लेखनीय है कि एमजीएम स्कूल में कुछ महीने पहले प्रिंसिपल को बदल दिया गया है और अभी कार्यकारी प्रिंसिपल के द्वारा काम किया जा रहा है। यहां की मैनेजिंग कमेटी के द्वारा प्रिंसिपल पद पर भर्ती के लिए कॉल किया गया है। इसके लिए कई उम्मीदवारों ने आवेदन किया है और अब इसके इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। समाज के सदस्यों को जानकारी मिली कि इंटरव्यू में अपात्र लोगों को भी बुलाया गया है जिसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया। बताया जा रहा है कि यह इंटरव्यू सुबह 10:00 बजे से शुरू हुआ था जिसमें चार उम्मीदवारों को बुलाया गया था। इंटरव्यू कमेटी में fathar shaji m baby,sri K C Mathew, sri Roshan Koshy,sri T S Daniel,sri Jacob Mathew, sri Regi Oommen principal St.poul school Delhi, sri Ravi Bhaskar principal DAV school Bhilai,Smt. Mamta Shukla Director Mile stone Bhilai के शामिल रहने की जानकारी मिली है। इंटरव्यू शुरू होने की खबर मिलने के बाद नाराज लोग इसका विरोध करने वहां पहुंच गए।बताया जाता है कि इस समय में मथाई वर्गिस, टी जी मनोज और सैमसन सैमुएल के द्वारा स्कूल संचालन समिति के वाइस प्रेसिडेंट को ज्ञापन दिया गया है। इस दौरान वाइस प्रेसिडेंट के द्वारा अपात्र व्यक्ति को किसी भी कीमत पर प्रिंसिपल नहीं बनाने तथा उसका इंटरव्यू नहीं लेने का आश्वासन दिया गया है।
बताया जाता है कि लोगों को जानकारी मिली कि फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र रखने वाले उम्मीदवार को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है जिसके बाद गुस्सा बढ़ गया। सीबीएसई के नियम अनुसार कमेटी के किसी सदस्य के रिश्तेदार को प्रिंसिपल ने बनाया जाएगा ना ही उसे इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाएगा लेकिन यहां ऐसे ही एक अपात्र को इंटरव्यू में बुला लिया गया था जिसके बारे में इंटरव्यू कमेटी के सदस्यों को जानकारी दी गई।
नाराज लोगों ने शिकायत की है कि इंटरव्यू में पात्र उम्मीदवारों को नहीं बुलाया गया। एक उम्मीदवार को प्रतिष्ठित सीबीएसई स्कूल में लगभग 28 साल तक शिक्षण कार्य में संलग्न रहने तथा 2 साल तक प्रिंसिपल पद पर कार्य करने का अनुभव है लेकिन उसे इंटरव्यू में नहीं बुलाया गया। यह भी बताया जाता है कि स्कूल के सविधान के अनुसार इंटरव्यू पूर्ण होते ही कमिटी मीटिंग शुरू होना था,लेकिन यहां पर लगभग 4.30pm को इंटरव्यू खत्म हुआ जिसके बाद कमिटी मीटिंग लगभग 7.30pm को रखा गया था। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यह भी कानून से गलत है।इससे हेरा फेरी की आशंका है।