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मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से युवाओं को मिला रोजगार

रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए नित नए प्रयास कर रहा है। बेहतर शिक्षा के साथ उनका कौशल उन्नयन किया जा रहा है प्र...

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रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए नित नए प्रयास कर रहा है। बेहतर शिक्षा के साथ उनका कौशल उन्नयन किया जा रहा है प्रदेश के युवाओं को रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। प्रशासन युवाओं की ऊर्जा को राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से सकारात्मक दिशा दिया जा रहा है। युवा अपने लोक संस्कृति पारम्परिक खेलों के  प्रति आकर्षित हो सके इसके लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की गई है। युवाओं का आर्थिक बोझ कम करने के लिए प्रतियोगी परीक्षा पी .एस .सी. और व्यापम की परीक्षा माफ कर दी है ताकि अधिक से अधिक युवा अपना भविष्य संवार सके मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार मिला है। छत्तीसगढ़ शासन ने सार्थक पहल करते हुए युवाओं के लिए कक्षा 12 वीं के साथ आई टी आई की सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य के युवाओं को बेहतर से बेहतर शिक्षा के साथ उनका कौशल उन्नयन कर रोजगार से जोड़ना प्राथमिकताओं में शामिल है। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के माध्यम से वर्ष 2018 से लेकर 30 जून 2023 की स्थिति में 43 हजार 862 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें से 13 हजार 661 युवाओं को रोजगार उपलब्ध हुआ और 10 हजार 254 युवाओं ने स्व-रोजगार प्राप्त किया है। इसी तरह प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के माध्यम से 15 हजार प्रशिक्षित युवाओं में से 3854 को रोजगार मिला है। राज्य के बहुत से विद्यार्थी, हायर सेकेंडरी तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद कोई निश्चित उद्देश्य नहीं होने के कारण आगे की पढ़ाई छोड़ देते हैं और उनके पास कोई कौशल नहीं होने और उद्यमिता का कोई ज्ञान नहीं होने के कारण वह बेरोजगार बने रहते हैं। स्कूलों में दी जा रही औपचारिक शिक्षा के साथ राज्य की आईटीआई में दिए जा रहे व्यवसायिक प्रशिक्षण के एकीकरण और उन्हें मुख्यधारा में लाने का एक अभिनव शुरूआत की है। इसके तहत राज्य के हायर सेकेंडरी स्कूलों में 11वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र जो साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्राप्त करने के इच्छुक हैं, उनके लिए स्कूलों एवं आईटीआई समन्वय के माध्यम से उन्हें दोनों अर्थात स्कूली शिक्षा एवं अपनी रुचि का व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने की योजना प्रारंभ की गई है। इससे युवाओं को उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए विभिन्न कौशल प्राप्त करने में मदद मिलेगी। योजना के तहत उद्यमिता कौशल को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का अनिवार्य हिस्सा बनाया गया है। आई.टी.आई. की परीक्षा में सफल प्रशिक्षणार्थियों को माध्यमिक शिक्षा मण्डल छ.ग. के बारहवीं प्रमाण पत्र के साथ-साथ राज्य व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद द्वारा आई. टी. आई. का प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2021 से 2023 के सत्र में स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त करने की योजना 116 विकास खंडों के 119 स्कूलों एवं आईटीआई में प्रारंभ की गई। जिसमें विद्यार्थियों ने आईटीआई के 10 ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।