Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


छह आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थियों ने दिलाई ओपन परीक्षा- कबीरधाम पुलिस ने छह आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थियों को भरवाया है ओपन परीक्षा का भरवाया फार्म

 कवर्धा परीक्षार्थियों को उनके मूल स्थान से परीक्षा केंद्र तक लाने ले जाने के लिए निशुल्क वाहन व्यवस्था  कबीरधाम पुलिस द्वारा आत्मसमर्पित नक...

Also Read

 कवर्धा



परीक्षार्थियों को उनके मूल स्थान से परीक्षा केंद्र तक लाने ले जाने के लिए निशुल्क वाहन व्यवस्था

 कबीरधाम पुलिस द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थी को नि:शुल्क  कोचिंग भी दी

कवर्धा।  नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा में लौट रहें है। पुलिस अधीक्षक डा. अभिषेक पल्लव के निर्देश पर कबीरधाम पुलिस द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है। इस दिशा में कबीरधाम पुलिस द्वारा की गई पहल के परिणाम भी लगातार दिखाई दे रहे हैं। कबीरधाम पुलिस ने छह आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों को ओपन परीक्षा का फार्म भरवाया था। आज छह आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने अपनी परीक्षा दी। पुलिस अधीक्षक द्वारा परीक्षार्थियों को गांव से परीक्षा केन्द्र तक ले जाने के लिए निःशुल्क वाहन का भी व्यवस्था किया गया था। 

पुलिस अधीक्षक डा अभिषेक पल्लव ने बताया कि कबीरधाम पुलिस द्वारा कराए गए छह आत्मसमर्पित नक्सली करन हेमला, अनीता हेमला, मगलू वेको, राजे वेको, लिबरी कोरराम और लक्ष्मी सहित वनांचल के शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ते हुए ओपन परीक्षा का फार्म डलवाया गया है। 


*आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थी को नि:शुल्क कोचिंग भी दी गई*


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थी  को नि:शुल्क कोचिंग भी दी गई। एसपी ने कहा कि शिक्षा विकास का मुख्य मार्ग है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। उन्होंने बताया कि शासन की योजना के तहत आत्म समर्पित नक्सलियों को स्वरोजगार से जोड़ते हुए रोजगार मूलक प्रशिक्षण भी कराया गया है। उल्लेखनीय है कि नक्सल विचारधारा को अपनाकर मुख्यधारा से भटक कर वर्षों तक नक्सली संगठन का हिस्सा रहे छह नक्सलियों ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण की राह अपनाई है और समाज की मुख्यधारा में लौट आए हैं।