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ग़दर 2 फिल्म के डायलॉग पर बहस से उपजे विवाद पर बेरहमी से हमला कर जान ले ली

भिलाई, दुर्ग। असल बात न्यूज़।।       00 विशेष संवाददाता    भिलाई में दहशत है।जिस बेरहमी,जिस निर्दयता,और दरिंदगी से ताबड़तोड़ हमला कर आईटीआई ...

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भिलाई, दुर्ग।

असल बात न्यूज़।। 

     00 विशेष संवाददाता  

भिलाई में दहशत है।जिस बेरहमी,जिस निर्दयता,और दरिंदगी से ताबड़तोड़ हमला कर आईटीआई ग्राउंड पर एक युवक की मामूली विवाद पर हत्या कर दी गई उस से लोगों में दहशत है। कुछ तत्वों के द्वारा निडर होकर लोगों में दहशत फैलाने का काम किया जा रहा है। हो सकता है कि ऐसे हत्याकांड,कई लोगों के लिए आम होते होंगे और उनमें दहशत जैसा कोई असर नहीं होता होगा, लेकिन इस बेरहम हत्याकांड से आम लोगों का दिलोंदिमाग कांप गया हैं।और एक असुरक्षा की भावना पनप गई है, लोग, अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं कि कौन कहां कितना सुरक्षित रह गया है। शहरों- नगरों में 18 से 25 साल तक के युवकों के द्वारा इसी तरह से बिना कुछ सोचे-समझे हत्या कर देने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है।इन इलाकों में गली-गली में आपराधिक तत्वों का गैंग भी सक्रिय हो रहा है और सबको दिखने के बावजूद इन गैंग के लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।जो थानेदार मासूम लोगों से पूछते घूमते रहते हैं कि मेरे थाना क्षेत्र में क्या कर रहे हो उन लोगों ने ड्रग्स माफिया के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की कोशिश नहीं की है।इसके क्या-क्या कारण हो सकते हैं इस पर हमेशा चर्चा चलती रही है। कहा जा रहा है कि उसी से अपराध बढ़ता जा रहा है। आईटीआई हत्याकांड के अपराधियों के खिलाफ जिस तरह के साक्ष्य हैं और जो परिस्थितियों हैं उससे उन्हें आजन्म कारावास सजा की सजा हो सकती है और अपराध करने वाले उन युवकों की पूरी जिंदगी जेल के सिंखचों के पीछे  गुजर जाएगी,लेकिन यहां यह अधिक महत्वपूर्ण सवाल नहीं है कि इन  अपराधियों को क्या सजा मिलेगी ? बल्कि अभी लोगों के बीच सुलगता सवाल है कि ऐसे अपराधी यो के ऐसे जग हमने अपराधों से समाज में क्या संदेश जा रहा है। इस हत्याकांड ने हमारे सामने कई सुलगते सवाल खड़े कर दिए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर युवाओं को ड्रग्स परोसने का धंधा बहुत तेजी से बढ़ गया है और इसी के चलते अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं। यह हत्या भी सार्वजनिक स्थल पर हुई है और घटना के समय जानकारी के अनुसार वहां बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। भिलाई ही नहीं रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर राजनंदगांव हर शहर में ऐसे युवाओं का एक वर्ग बन गया है जोकि किसी पर भी किसी भी समय हमला कर देने को उतारू रहता है। राजधानी रायपुर में एक तरह से प्रशिक्षित तथाकथित आपराधिक मानसिकता वाले कितने युवा हर दिन हथियार लेकर घूमते  पकड़े जा रहे हैं,यह किसी से छिपा नहीं है दहशत इसी वजह से फैल रही है। और इन हथियारबाजों का निश्चित रूप से भिलाई दुर्ग कनेक्शन भी है। चिंता इस बात की है कि इन आपराधिक मानसिकता वाले युवाओं को हम रोकने में असफल होते दिख रहे हैं। ऐसे अपराधियों पर लगाम कसने कोई प्रभावी योजना नहीं दिख रही है। घटनाए होती हैं, समय बीतता है और हम ऐसी घटनाओ को भूलने लग जाते हैं। 

रात को लगभग 7:30 बजे,याने कि दिनदहाड़े दिल को दहला देने वाला यह ऐसा अपराध घटित हो रहा है। इसी समय से सार्वजनिक स्थलों पर ड्रग्स माफियाओ का जमावड़ा चरम पर पहुंचने लगता है। हालांकि ड्रग्स माफिया के लोग सुबह से ही सक्रिय हो जाते हैं और ड्रग्स खपाने,जगह-जगह अपने ठिकाने पर निकल पड़ते हैं।इन लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर ही ड्रग्स की आपूर्ति करना ज्यादा आसान लगता है क्योंकि उन स्थलों पर किसी को समझ में नहीं आता कि कौन क्या है और किसी की भी पहचान करना मुश्किल होता है। लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि जानने वाले पूरी तरह से जानते हैं कि कौन क्या कर रहा है, हर एक से ऐसी बातें छुपी भी नहीं रहती।इस घटना में आपराधिक तत्वों में जिस तरह से खुलेआम अपराध को अंजाम दिया है इससे यह भी सवाल जरूर उठेगा कि अपराधिक तत्वों में कोई डर भय रह गया है कि नहीं। अपराधिक युवाओं ने पीड़ित युवक को जो कि उनकी जान पहचान का भी था इतनी बुरी तरह से मारा था कि उसे अंदरूनी तौर पर भीषण गंभीर चोटे पहुंची थी और अस्पताल पहुंचते पहुंचते उसकी मृत्यु हो गई। एक चिंताजनक बात यह भी है कि अभी कई गंभीर अपराधों में विधि से संघर्षरत बालक भी अपराध करने में शामिल पाए जा रहे हैं और इसमें भी ऐसे कुछ बालक शामिल है। समाज में पैसा कमाने की होड़ लगी हुई है और उसके बीच एक नक्कारापन पैदा हो रहा है। सामाजिक व्यवस्थाओं के जड़ों में मट्ठा डाल उसे तरह-नहस करने की कोशिश की जा रही है। सरकारी नीतियां भी बहुत कुछ इन सब को संरक्षण दे रही हैं। कौन कहां से, किस तरह का अपराध कर चला आ रहा है और आकर बस जा रहा है इसे देखने, रोकने वाला कोई नियम कायदा नहीं है। जो लोग चाकू,धारदार हथियार लेकर घूम रहे हैं उनकी मानसिकता ही है कि किसी से डरना नहीं है। समाज में लोगों की मांग उठ रही हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्र विरोधी अपराध के अंतर्गत कार्रवाई होनी चाहिए। हमारा सिस्टम ऐसे अपराधियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत करवाई कर ही चुप बैठ जाता है।


पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 सितंबर  को रात्रि करीबन 07.30 बजे पूजा बिल्ंिडग मटेरियर जोन 02 खुर्सीपार निवासी मलकीत सिंह उर्फ वीरू अपने साथी ओम कुमार उर्फ फंटू के साथ आई0टी0आई0 मैदान के पास बैठेकर दोनो मोबाईल से विडियो देख रहे थे कि तभी मंच के पीछे बैठे कुछ लड़के आकर दोनो से बहस बाजी करते हुए मां बहन की गाली गलौच हाथ मुक्का लात घुसा से मारपीट कर गंभीर चोटें पहुचाई।

       मारपीट से आई चोट से मलकीत सिंह गंभीर रूप से आहत हो गये जिसे उपचार हेतु रामकृष्ण अस्पताल में भर्ती किये थे जिसका ईलाज दौरान फोत हो गया।

        मृतक का भाई प्रार्थी विक्रम सिंह पिता कुलवंत सिंह उम्र 36 साल निवासी पूजा बिल्ंिडग मटेरियर जोन 02 खुर्सीपार के रिपोर्ट पर थाना खुर्सीपार में आरोपियों के विरुद्ध धारा 302,294,506,323,147,149,34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

        प्रकरण की गंभीरता के मद्देनज़र पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा तत्काल टीम गठित कर आरोपियों की पता तलाश एव गिरफ़्तारी के लिए निर्देशित किया गया l

       दुर्ग पुलिस द्वारा चंद घंटों में ही 

 घटना में संलिप्त आरोपी को हिरासत में लिया गया _

*01) तरुण निषाद पिता तिहारू निषाद उम्र 22 साल खुर्सीपार

*02) तसबुर खान पिता मोहम्मद अमान खान उम्र 20 साल खुर्सीपार

*03) शुभम लहरे पिता शीतल लहरे उम्र 21 साल पता छावनी

*04) फ़ैसल क़ुरैशी पिता आबिद क़ुरैशी उम्र 23 साल खुर्सीपार*

*05)अपचारी बालक*

        घटना में सम्मिलित अन्य साथीयो के संबंध में पूछताछ की जा कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।