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महिला समृद्धि सम्मेलनः मुख्यमंत्री ने दी 309.56 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात -शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अधोसंरचना के कार्याेें का किया लोकार्पण-भूमिपूजन

 दुर्ग  दुर्ग, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल दुर्ग  जिले के भिलाई नगर के जयंती स्टेडियम में आयोजित महिला समृद्धि सम्मेलन में क्षेत्रवासियों...

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 दुर्ग 


दुर्ग, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल दुर्ग  जिले के भिलाई नगर के जयंती स्टेडियम में आयोजित महिला समृद्धि सम्मेलन में क्षेत्रवासियों को 309 करोड़ 56 लाख 88 हजार रूपए के 186 विकास कार्याे की सौगात दिया। इन विकास कार्यों में 241 करोड़ 59 लाख रूपए की लागत के 123 कार्यों का भूमिपूजन तथा 67 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत के 63 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। कार्यक्रम में श्रीमती प्रियंका गांधी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। 


कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री टीएस. सिहदेव, विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, अनूसूचित जाति, जनजाति विकास मंत्री श्री मोहन मरकाम, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत अनेक संसदीय सचिव, विधायक गण, पंचायत प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।


महिला समृद्धि सम्मेलन में मुख्यमंत्री जिन नये विकास कार्यों का लोकार्पण किए, उनमें प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत 3.74 करोड़ की लागत से पाटन विधानसभा क्षेत्र के 2 सड़कों, 1.21 करोड़ की लागत से निर्मित 30 स्कूल भवन, 4.65 करोड़ की लागत से शासकीय महाविद्यालय जामुल के भवन सहित कुल 8.23 करोड़ की लागत के 5 निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। इसी प्रकार 25.19 करोड़ रूपए की लागत से 5 पुलों - जिसमें 5.36 करोड़ रूपए की लागत से डगनिया नाला पर पुल, 4.55 करोड़ की लागत से भानपुरी-कोड़िया मार्ग में नाला पर और 2.96 करोड़ रूपए की लागत से पाउवारा नाला तथा 3.80 करोड़ की लागत से चिरपोटी कातरो मार्ग में उच्च स्तरीय पुल, 8.50 करोड़ रूपए की लागत से तांदुला नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य का लोकार्पण किया। 


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इसी तरह ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अंतर्गत 3.84 करोड़ की लागत से 13 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किए। तांदुला जलाशय अंतर्गत 9.75 करोड़ रूपए की लागत के 6 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया गया। इनमें भनसुली नाला 1.05 करोड़ की लागत से जरवाय स्टाप डेम, 1.02 करोड़ की लागत से कसही जलाशय मरम्मत एवं नहर लाईनिंग कार्य, 1.12 करोड़ की लागत से सांतरा जलाशय के नहरों का मरम्मत कार्य, 5.05 करोड़ की लागत से करसा व्यपवर्तन योजना के शीर्ष कार्य का जीर्णाेद्धार एवं नहर प्रणाली का रिमॉडलिंग एवं लाईनिंग कार्य, उप स्वास्थ्य केंद्र और आयुर्वेदिक औषधालय सहित 10.41 करोड़ की लागत से निर्मित 29 कार्यों, नगर पालिका निगम भिलाई चरौदा में 2.47 करोड़ की लागत से डा बी.आर. अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन और दुर्ग शहर में 2.06 करोड़ तथा भिलाई नगर में 2.24 करोड़ की लागत से 33/11 केव्ही के 2 नवीन विद्युत उपकेन्द्रों का लोकार्पण किया।


मुख्यमंत्री ने जिन नए स्वीकृत विकास कार्यों का भूमिपूजन किया, उनमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 14.32 करोड़ की लागत से 15 सड़क निर्माण कार्य शामिल हैं। इन कार्यों 1.20 करोड़ रूपए की लागत से मेन रोड (जोगीगुफा) से चीचा, 1.68 करोड़ रूपए की लागत से मेन रोड से पोटिया मेडेसेरा, 2.12 करोड़ की लागत से कन्हारपुर से सिल्ली, 1.83 करोड़ रूपए की लागत से मेन रोड टी 05 से खिलोरा मंदिर, 2.30 करोड़ रूपए की लागत से मेन रोड से परसदा सहित अन्य सड़क निर्माण कार्यों शामिल है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 18.75 करोड़ रूपए की लागत से 18 सड़क निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया गया, जिसमें 2.13 करोड़ रूपए की लागत से टठिया मोहलाई मार्ग, 2.31 करोड़ रूपए की लागत से मेन रोड से भिंभोरी, 1.32 करोड़ रूपए की लागत से मडियापार से परसदापार से नवागांव, 2.48 करोड़ रूपए की लागत से घोटारूहा से पेण्डरी सहित अन्य सड़क एवं नाली निर्माण का कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। 


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कार्यक्रम में 82.49 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 12 सड़क और 2 हाई स्कूल भवन निर्माण के कार्यों का भी भूमिपूजन किया। जिसमें कुरूदडीह-बटंग-खम्हरिया तथा पान्हदा में सड़क, पान्हदा से अम्लेश्वर मार्ग, बटंग से नारधी, बेलौदी से दरबारमोखली, फुण्डा से अचानकपुर, खपरी बायपास मार्ग, दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के विभिन्न ग्रामों में शमशान घाट पहुंच मार्ग और चन्दखुरी-दमादपारा, सांकरा-कंडरका मार्ग, ब्रम्हकुमारी आनंद सरोवर बायपास, ग्राम ढाबा मुर्रा पहुंचमार्ग, ग्राम कपसदा सांकरा बायपास निर्माण कार्यों सहित स्कूल भवन निर्माण का भूमिपूजन किया । इसी प्रकार 21.59 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 5 पुलों जिसमें 10.29 करोड़ रूपए की लागत से चिंगरी आलबरस में तान्दुला नदी में उच्च स्तरीय पुल, कुम्हारी-परसदा अम्लेश्वर मार्ग में मध्यम पुल, कुगदा कुरूदडीह मोतीपुर मार्ग में मध्यम पुल, घोटवानी से मुड़पार मार्ग में कुलछुरी नाला पर उच्च स्तरीय पुल, पोटिया से बडेटेमरी मार्ग में पोटिया नाला पर उच्च स्तरीय पुल का भूमिपूजन किया।


मुख्यमंत्री श्री बघेल तान्दुला जलाशय अंतर्गत 50.43 करोड़ रूपए की लागत के सिपकोन्हा डिस्ट्रीब्यूटरी के रिमॉडलिंग, लाईनिंग एवं कांक्रीटीकरण, बरबसपुर के पास स्टापडेम, किकिरमेटा उद्वहन सिंचाई योजना निर्माण कार्यों का भूमिपूजन के साथ ही भिलाई नगर के विभिन्न क्षेत्रों में 6.80 करोड़ रूपए की लागत से शहरी उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा मेंटल हेल्थ केयर यूनिट और खाद्य एवं औषधीय संभागीय कार्यालय भवन, इसी प्रकार नगर पालिक निगम भिलाई-चरोदा में 8.53 करोड़ रूपए की लागत से सीसी रोड तथा नाली निर्माण के 62 कार्यों, मुख्यमंत्री समग्र/अन्य पिछड़ा वर्ग प्राधिकरण के 38.64 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया

छत्तीसगढ़ में महिला सशक्तिकरण के लिए हुए अनुकरणीय कार्य: श्रीमती प्रियंका गांधी

-जयंती स्टेडियम में विभागीय प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी ने किया अवलोकन


दुर्ग, / महिला समृद्धि सम्मेलन कार्यक्रम में शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी ने अवलोकन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के समग्र विकास के लिए चलाई जा रही नवाचारी योजनाओं की सराहना की और इसे अनुकरणीय बताया। दुर्ग जिले के भिलाई नगर स्थित जयंती स्टेडियम में 11 विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान श्रीमती गांधी महिलाओं के साथ सुआ नृत्य में शामिल होकर उनका उत्साहवर्धन भी किया। 

जयंती स्टेडियम में विभागीय प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान श्रीमती प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में चलाए जा रहे हाट-बाजार क्लीनिक और सुपोषण अभियान की तारीफ की। उन्होंने हाट बाजार क्लीनिक योजना की सराहना करते हुए कहा कि प्रारंभिक रूप से ही बीमारियों को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ शासन की यह पहल बहुत अच्छी है। इसी प्रकार उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जमीनी स्तर पर योजनाओं के बेहतर और प्रभावी क्रियान्वयन से कुपोषण दूर हो रहा है। 

श्रीमती गांधी ने महिलाओं के लिए छत्तीसगढ़ में रोजगार के नए-नए अवसरों सी-मार्ट, गोधन न्याय योजना जैसी नवाचारी योजनाओं की भी प्रशंसा की। प्रदर्शनी में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए चलाई जा रही योजनाएं गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क, सी-मार्ट के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे हमर लैब, दाई-दीदी क्लीनिक, स्वामी आत्मानंद स्कूल, धन्वंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स और छत्तीसगढ़िया संस्कृति तथा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक से संबंधित स्टॉल लगाए गए थे। 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं श्रीमती प्रियंका गांधी ने डेनेक्स और बी.पी.ओ. के स्टॉल में भी महिलाओं से चर्चा की। डेनेक्स द्वारा उत्पादित गारमेंट्स की विस्तार से जानकारी महिलाओं ने दी। बीपीओ में कार्यरत महिलाओं ने बताया कि 10 करोड़ रुपए की लागत से खुर्सीपार में बीपीओ तैयार किया गया है। इससेे बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिला है। उल्लेखनीय है कि युवाओं के लिए अपने शहर में ही रहकर देश-दुनिया के अवसरों से जोड़ने बीपीओ की पहल की गई है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। खासकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बड़ी पहल है।

गोधन न्याय योजना की स्टॉल में श्रीमती गांधी ने महिलाओं से गौठान, रीपा और गोधन न्याय योजना से मिल रहे फायदों के बारे में चर्चा की। महिलाओं ने बताया कि रीपा के माध्यम से उद्यम के नये अवसरों को बढ़ावा मिला है और ग्रामीण क्षेत्रों में लघु और कुटीर उद्योग की गतिविधियां बढ़ रही हैं। गोधन न्याय योजना से जहां पशुपालन को बढ़ावा मिल रहा है वहीं गोबर से वर्मी खाद बनाने के कार्य में बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। महिलाओं ने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, समृद्धि योजना, पोषण बाड़ी सहित अन्य योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए कुपोषण दूर करने के उपाय के संबंध में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया।


*सी-मार्ट को सराहा*

स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं की बिक्री के लिए शुरू किए गए सी-मार्ट के बारे में महिलाओं ने श्रीमती गांधी को बताया कि छत्तीसगढ़ के यूनिक उत्पाद यहां मिलते हैं। दंतेवाड़ा के जैविक चावल से लेकर जशपुर की चाय तक सब कुछ छत्तीसगढ़ के स्पेशल प्रोडक्ट यहां उपलब्ध है। श्रीमती गांधी ने इस पर खुशी जाहिर की और कहा कि स्थानीय उत्पादों की इस तरह से मार्केंटिंग कर इन्हें बाजार में अच्छी जगह दिलाने की पहल से निश्चित ही आर्थिक समृद्धि महिलाओं तक पहुँच रही है। मिलेट कैफे के अवलोकन के दौरान महिलाओं ने कैफे में मिलेट से तैयार होने वाले तरह-तरह के व्यंजनों के बारे में बताया। समूह की महिलाओं ने श्रीमती गांधी को बताया कि मिलेट कैफे में कोदो, कुटकी, रागी जैसे पोषक आहार से पारंपरिक व्यंजनों के साथ ही तरह तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं। यह व्यंजन पौष्टिक होने के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहे है। श्रीमती गांधी ने हमर लैब, हाट बाजार क्लीनिक के स्टाल को भी देखा। हमर लैब के माध्यम से 55 टेस्ट निःशुल्क किये जा रहे हैं। इसमें से ऐसे बहुत से टेस्ट हैं जिनकी सुविधा केवल महानगरों में उपलब्ध होती है। इससे समय भी बच रहा है और पैसे भी। श्रीमती गांधी ने राज्य सरकार के इस पहल की प्रशंसा की है। 


*सुआ नृत्य में शामिल हुई प्रियंका गांधी *

जयंती स्टेडियम में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक सुआ नृत्य करती महिलाओं को देखकर श्रीमती प्रियंका गांधी अपने आप को नहीं रोक सकी और महिलाओं के साथ नृत्य में शामिल हुई। श्रीमती गांधी को अपने बीच पाकर खुशी से महिलाओं का उत्साह और बढ़ गया। महिलाओं ने श्रीमती गांधी के साथ सेल्फी भी ली। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सुआ नाच बेहद लोकप्रिय है। दीपावली के आसपास सुवा को एक टोकरी में रखकर महिलाएं यह नृत्य करती हैं। इसके माध्यम से वे अपने सुखदुख साझा करती हैं। सुआ गीत के माध्यम से वे अपनी आवाज की भी अभिव्यक्ति करती हैं और अपने समय के समाज के बारे में भी बताती हैं। तोते के जैसे हरे वस्त्रों में समूह के साथ किया गया यह नृत्य बेहद आकर्षक होता है। 


भौंरा खेलने वाली बात सुनकर मुस्कुराई श्रीमती गांधी

महिला समृद्धि सम्मेलन में शामिल हुई श्रीमती प्रियंका गांधी ने उत्साह से महिलाओं के साथ भौंरा चलाया। श्रीमती गांधी को भौंरा चलाते देख महिलाएं भी उनकी खुशी में शामिल हुई। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मुख्य मंच से अपने संबोधन के दौरान श्रीमती प्रियंका गांधी के भौंरा चलाने की कुशलता की जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मुझे लगा वे ठीक तरीके से भौंरा नहीं चला पाएंगी लेकिन उन्होंने बहुत बढ़िया तरीके से भौंरा चलाया, मैं खुद हैरान रह गया। इस बात को सुनकर श्रीमती प्रियंका गांधी ने भी मुस्कुराकर अपनी प्रतिक्रिया दी।