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शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र बसदेई में तकनीकी उन्नयन मछुआ प्रशिक्षण

सूरजपुर . कलेक्टर  संजय अग्रवाल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी  लीना कोसम के निर्देशानुसार शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र बसदेई में 14 सितम्बर...

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सूरजपुर. कलेक्टर  संजय अग्रवाल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी  लीना कोसम के निर्देशानुसार शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र बसदेई में 14 सितम्बर को विभागीय 03 दिवसीय तकनीकी उन्नयन प्रशिक्षण का आयोजन मुख्य अतिथि  सुहागवती राजवाड़े अध्यक्ष जिला कृषि स्थायी समिति सूरजपुर, विशिष्ट अतिथि  बिहारी कुलदीप जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति जिला गौठान समिति,  अखिलेश प्रताप सिंहदेव जी उपाध्यक्ष जनपद पंचायत भैयाथान  एस.के. द्विवेदी सेवानिवृत्त सहायक मत्स्य अधिकारी व  एम.एस. सोनवानी सहायक संचालक मछली पालन के गरिमामय में उपस्थिति हुआ।  कार्यक्रम सहायक संचालक मछली पालन द्वारा अतिथियों का स्वागत तथा उद्बोधन में जिले की प्रगति से अवगत कराया गया। वर्ष 2023-24 में मत्स्य बीज उत्पादन स्थान 330 लाख के विपक्ष में 375 लाख एवं 75 लाख स्टैण्डर्ड फ्राई के विपक्ष में अब तक 62 लाख पूर्ति कर ली गई है। जिले के सभी मत्स्य पालकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर कतला, रोहू, मृगल मत्स्य बीज प्रक्षेत्र से उपलब्ध करायी जा रही है।  एस. के. द्विवेदी जी के द्वारा सिंचाई जलाशय एवं ग्रामीण तालाबों को 10 वर्षीय पट्टे पर लेकर मछली पालन करने की आधुनिक विधि से अवगत कराया गया।  

 


नीलमणी मत्स्य निरीक्षक द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित सभी मत्स्य पालकों को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत स्वयं के भूमि में नवीन तालाब निर्माण, फुटकर मछली विक्रय योजना मोटरसाइकिल सह आईस बाक्स वितरण, ऑटो रिक्शा सह आईस बाक्स, नाव-जाल वितरण मछुआरों का दुर्घटना बीमा के संबंध में बताया गया। श्री डिगेश्वर सिंह मत्स्य निरीक्षक द्वारा निजी डबरियों में स्थान संवर्धन कर स्वयं मत्स्य बीज उत्पादन करके अपने तालाब जलाशयों में मत्स्य उत्पादन में वृद्धि लाकर आजिविका के श्रोत बढ़ाने हेतु प्रेरित किया गया।  अखिलेश प्रताप सिंहदेव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिले के सभी मत्स्य पालकों को छोटे-छोटे डबरियों का निर्माण करने हेतु प्रोत्साहित किया, जिससे जल संवर्धन के साथ-साथ मछली पालन से कम समय में अधिक लाभ ले पायेंगे।  बिहारी कुलदीप द्वारा शासन के द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं को मछली पालन विभाग से समन्वय कर गौठान के माध्यम से स्वरोजगार प्राप्त करने हेतु आहवान किया गया। मुख्य अतिथि  सुहागवती राजवाड़े जी द्वारा उपस्थित सभी प्रशिक्षार्थियों को महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हुये मछली पालन, बकरी पालन, बागवानी, वर्मी कम्पोस्ट विक्रय से लाभ लेकर अपनी आमदनी को बढ़ाने पर जोर दिया गया।   एम.एस. सोनवानी सहायक संचालक मछली पालन ने पंडवानी गीत के माध्यम से सबको भाव विभोर कर दिया और मजबूत लोकतंत्र सबकी सहभागिता पर निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने हेतु सभी को शपथ दिलाया गया।  सुधाकर बिसेन सहायक मत्स्य अधिकारी द्वारा प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया जिसमें कतला, रोहू, मृगल मछली का पहचान, संचयन करने का तरीका परिपूरक आहार देने की विधि के साथ-साथ मछलियों में लगने वाले रोग व उपचार के संबंध में विस्तार से बताकर अंत में आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन  डिगेश्वर सिंह मत्स्य निरीक्षक द्वारा किया गया। प्रशिक्षण के दौरान  परमेश्वर सिंह अध्यक्ष मछुआ सहकारी समिति दवनकरा,  नारायाण सिंह जाज,  शिवचन्द इन्दरपुर,  रामनारायण भंवरखोह,  भारती कॅवट कुंजनगर,कलावती डुमरिया,  चन्दा बाई बसदेई,  मनीजर पैकरा बुन्दिया  सुरेन्द्र कुमार साहू बरबसपुर मत्स्य जमादार  छोटेलाल तिर्की,  मुकेश राजवाडे,  शंखलाल,  गौतम, महेन्द्र  मोहित राजवाड़े के साथ-साथ जिले के विभिन्न विकासखण्ड के पंजीकृत मछुआ सहकारी समिति, स्वयं सहायता समूह एवं व्यक्तिगत 160 मत्स्य पालक उपस्थित रहे।