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दुर्ग रेलवे स्टेशन पर लगेंगे 45 लिफ्ट एवं 21 एस्कलेटर, विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करने पावर हाउस और दुर्ग रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का काम शीघ्र होने जा रहा है शुरू,

  *“यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध दक्षिण पूर्व  मध्य रेलवे *“विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करने के लिए र...

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*“यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध दक्षिण पूर्व  मध्य रेलवे

*“विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करने के लिए रू.1800 करोड़ से अधिक की लागत से अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत 49 स्टेशनों के कायाकल्प की तैयारी

*“यात्री केन्द्रित  सुविधाओं का किया जाएगा उन्नयन एवं आधुनिकीकरण


रायपुर/बिलासपुर/दुर्ग।

असल बात न्यूज़।। 

छत्तीसगढ़ के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है। इसमें दुर्ग और और हाउस रेलवे स्टेशन का भी चयन किया गया है। इसके अंतर्गत दुर्ग रेलवे स्टेशन पर समस्त सुविधाओं के साथ स्थानीय कला और संस्कृति का समावेश, 45 लिफ्ट एवं 21 एस्कलेटर का प्रावधान किया गया है।भिलाई पावर हाउस स्टेशन पर 26.2  करोड़ की लागत से यात्री सुविधाओं के व्यापक पुनर्विकास का कार्य किया जाएगा।अभी दक्षिण पूर्व  मध्य रेलवे के कुल 9 स्टेशन  रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अकलतरा, तिलदा नेवरा, भिलाई पावर हाउस, गोंदिया, वडसा, चांदाफोर्ट में ये पुनर विकास का कार्य किया जाएगा। यह उम्मीद की गई है कि पुनर विकास के कार्यों से रेलवे यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी तो वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का अवसर बढ़ेगा।

            अमृत भारत स्टेशन” योजना के अंतर्गत स्टेशनों के कायाकल्प का काम शुरू होने जा रहा  है ।इस कड़ी में  दुर्ग स्टेशन में प्रस्तावित पुनर्विकास कार्यों के अंतर्गत दुर्ग स्टेशन बिल्डिंग के दोनों तरफ से शहर में समस्त सुविधाओं के साथ व्यापक एंट्री का प्रावधान, प्रस्तावित स्टेशन बिल्डिंग में हेरिटेज महत्व के साथ साथ स्थानीय कला और संस्कृति का समावेश, 45 लिफ्ट एवं 21 एस्कलेटर का प्रावधान, वृहद कार पार्किंग की सुविधा, पूर्ण ग्रीन बिल्डिंग, विशाल कान्कोर्स, विशाल छत आवरण, 4 नए बड़े फूट ओवर ब्रिज, कान्कोर्स – रीटेल एरिया, कान्कोर्स – कमर्शियल  एरिया, स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल, रेनहार्वेस्टिंग का प्रावधान किया जाएगा । 

रेलवे स्टेशनों को विकसित करने का लक्ष्य रेल यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं और  बेहतर सुखद यात्रा के लिए रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना बनाई गई है।इसके अंतर्गत  स्टेशन पर उन्नत व आधुनिक सुविधाओं से युक्त वेटिंग हॉल का प्रावधान किया जाएगा । यात्रियों को दी जाने वाली जरूरी सुविधाओं में खान-पान, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, वॉशरूम, कवर शेड, स्टैंडर्ड साइनेज आदि शामिल होंगे । इन स्टेशनों को विश्वस्तरीय रूप देते हुए ग्रीन स्टेशन का रूप दिया जाएगा, जहां प्राकृतिक रौशनी और वेंटिलेशन का प्रावधान होगा । स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्याङ्ग जन के अनुकूल सुविधाएं होंगी । स्थानीय कला और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए  स्टेशन के डिजाइन तथा स्वरूप का उन्नयन किया जाएगा । स्टेशन परिसरों को  मनमोहक स्वरूप दिया जाएगा । रेलवे स्टेशन सिटी के दोनों तरफ जुड़कर सिटी सेंटर की तरह विकसित किए जायेंगे । इस रेलवे के 49 रेलवे स्टेशनों का उन्नयन 1868 करोड़ रुपए की लागत से किए जाएँगे । 

पुनर्विकास के बाद बिलासपुर , रायपुर और दुर्ग स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलॉजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेंगे . यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा ।

*स्टेशनों पर किए जा रहे मेजर रिडेवलपमेंट कार्य

बिलासपुर स्टेशन में प्रस्तावित पुनर्विकास कार्यों के अंतर्गत बिलासपुर स्टेशन बिल्डिंग के दोनों तरफ से शहर में समस्त सुविधाओं के साथ व्यापक एंट्री का प्रावधान, प्रस्तावित स्टेशन बिल्डिंग में हेरिटेज महत्व के साथ साथ स्थानीय कला और संस्कृति का समावेश, 26 लिफ्ट एवं 26 एस्कलेटर का प्रावधान, वृहद कार पार्किंग की सुविधा, पूर्ण ग्रीन बिल्डिंग, विशाल कान्कोर्स, विशाल छत आवरण, 3 नए बड़े फूट ओवर ब्रिज, कान्कोर्स –रीटेल एरिया, कान्कोर्स – कमर्शियल  एरिया एवं स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल, रेनहार्वेस्टिंग का प्रावधान किया जाएगा । 

रायपुर स्टेशन में प्रस्तावित पुनर्विकास कार्यों के अंतर्गत रायपुर  स्टेशन बिल्डिंग के दोनों तरफ से शहर में समस्त सुविधाओं के साथ व्यापक एंट्री का प्रावधान, प्रस्तावित स्टेशन बिल्डिंग में हेरिटेज महत्व के साथ साथ स्थानीय कला और संस्कृति का समावेश, भविष्य की संभावित मेट्रो परियोजना तथा बस स्टेशन के लिए एकीकृत मल्टी मॉडल समन्वय, पूर्ण ग्रीन बिल्डिंग, 42 लिफ्ट एवं 21 एस्कलेटर का प्रावधान, विशाल कान्कोर्स, विशाल छत आवरण, 4 नए बड़े फूट ओवर ब्रिज, स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल, रेनहार्वेस्टिंग , सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट , दिव्याङ्ग फ्रेंडली सुविधाएं एवं वृहद कार पार्किंग का प्रावधान किया जाएगा ।

इनके अतिरिक्त अकलतरा स्टेशन पर 13.7 करोड़ की लागत से,  तिल्दा-नेवरा स्टेशन पर 13.8 करोड़ की लागत से, भिलाई पावर हाउस स्टेशन पर 26.2  करोड़ की लागत से,  गोंदिया स्टेशन पर 31 करोड़ की लागत से  वडसा स्टेशन पर 18.44 करोड़ की लागत से  एवं चांदा फोर्ट स्टेशन पर 16.5 करोड़ की लागत से  यात्री सुविधाओं के व्यापक पुनर्विकास कार्य की विशेषताओं में निम्नलिखित बिन्दुओं को शामिल किया जाएगा ।  इन पुनर्विकास कार्यों में आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त फुटओवर ब्रिज का प्रावधान, लिफ्ट एवं  एस्कलेटर का प्रावधान, सर्कुलटिंग एरिया का उन्नयन, वेटिंग हाल और टायलेट्स का उन्नयन, स्टेशन लाईटिंग में सुधार, साइनेज, ट्रेन एवं कोच  इंडिकेटर बोर्ड्स की सुविधा /उन्नयन, पार्किंग एरिया में वृद्धि एवं प्लैटफ़ार्म एरिया का विस्तार / शेड द्वारा कवरिंग के कार्य किए जाएंगे । 

अभी रेल के अवसंरचना विकास का कार्य भी तीव्र गति से प्रगति पर है । बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन, राजनांदगांव- नागपुर तीसरी लाइन, अनुपपुर-कटनी तीसरी लाइन के साथ ताड़ोकी-रावघाट नई रेल लाइन का कार्य किया जा रहा है । सुदूर एवं रेल संपर्क से विहीन कांकेर जिला का यह भाग जल्दी ही रेल मानचित्र पर अपनी पहचान स्पष्ट करेगा । इसी प्रकार अत्याधुनिक ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम का प्रावधान भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में किया जा रहा है, जिसमें अभी तक 362 किलोमीटर का कार्य पूर्ण हो चुका है ।