Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


जी20 शिखर सम्मेलन में मुक्त व्यापार समझौते, जलवायु परिवर्तन, LiFE, डिजिटल प्रौद्योगिकी और व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद पर चर्चा

नई दिल्ली। असल बात न्यूज़।। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर आज यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष श्री च...

Also Read


नई दिल्ली।
असल बात न्यूज़।।

प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर आज यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष श्री चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष  सुश्री उर्सुला वॉन डेर लेयेन,कनाडा के प्रधान मंत्री श्री जस्टिन ट्रूडो, ब्राजील के राष्ट्रपति श्री लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा, तुर्किये गणराज्य के राष्ट्रपति श्री रेसेप तैयप एर्दोआन,जर्मनी के संघीय गणराज्य के चांसलर श्री ओलाफ स्कोल्ज़, कोमोरोस संघ के राष्ट्रपति  श्री अज़ाली असौमानी, कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति  श्री यूं सुक येओल, नाइजीरिया संघीय गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम श्री बोला अहमद टीनुबू, नीदरलैंड के प्रधान मंत्री महामहिम श्री मार्क रूट  से मुलाकात की।सभी ने भारत की जी20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधान मंत्री को बधाई दी।


इस दौरान चर्चाएँ भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित रहीं, जिनमें अगला भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन, चल रहे मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत, जलवायु परिवर्तन और LiFE, डिजिटल प्रौद्योगिकी और व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद (TTC) शामिल हैं।

नेताओं ने 9 सितंबर 2023 को लॉन्च किए गए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर भी चर्चा की। उन्होंने महसूस किया कि गलियारे का शीघ्र कार्यान्वयन होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर के तहत सौर परियोजनाओं की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला।

ब्राजील के  राष्ट्रपति लूला ने भारत की जी20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई दी। प्रधान मंत्री ने अगले वर्ष ब्राजील की जी20 अध्यक्षता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और उन्हें भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।जैव-ईंधन, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि-आधारित उद्योगों, अंतरिक्ष और विमानन में सहयोग सहित भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई। 

तुर्किये गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम श्री रेसेप तैयप एर्दोआन के साथ द्विपक्षीय बैठक में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नागरिक उड्डयन और शिपिंग जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई।राष्ट्रपति एर्दोगन ने भारत की जी20 अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी। उन्होंने फरवरी 2023 में तुर्किये में आए भूकंप के बाद ऑपरेशन दोस्त के तहत त्वरित राहत के लिए भारत को धन्यवाद दिया।राष्ट्रपति एर्दोगन ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर भी प्रधान मंत्री को बधाई दी और सूर्य के आदित्य मिशन के लिए शुभकामनाएं दीं।

जर्मनी के संघीय गणराज्य के चांसलर श्री ओलाफ स्कोल्ज़ की  राजकीय यात्रा के बाद, इस वर्ष  की यह दूसरी भारत यात्रा है।

चांसलर स्कोल्ज़ ने जी20 प्रेसीडेंसी की सफलता पर प्रधान मंत्री को बधाई दी। प्रधान मंत्री ने भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान विभिन्न जी20 बैठकों और कार्यक्रमों में उच्च स्तरीय भागीदारी के लिए जर्मनी के समर्थन की सराहना की।नेताओं ने अपनी द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने रक्षा, हरित और सतत विकास, महत्वपूर्ण खनिज, कुशल कर्मियों की गतिशीलता और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की।

नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।प्रधान मंत्री ने अंतर सरकारी आयोग के अगले दौर के लिए चांसलर स्कोल्ज़ को अगले साल भारत में आमंत्रित किया।

प्रधानमंत्री ने जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर कनाडा के प्रधान मंत्री महामहिम श्री जस्टिन ट्रूडो से भी मुलाकात की।प्रधान मंत्री ट्रूडो ने भारत की जी20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधान मंत्री को बधाई दी।

प्रधान मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं। उन्होंने कनाडा में चरमपंथी तत्वों की जारी भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में हमारी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं। संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए। ऐसे खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों का सहयोग करना जरूरी है।

प्रधान मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि भारत-कनाडा संबंधों की प्रगति के लिए आपसी सम्मान और विश्वास पर आधारित संबंध आवश्यक है।