रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ ही दिन बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में घमासान मचा हुआ है. वहीं इस बीच खबर आ रही है क...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ ही दिन बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में घमासान मचा हुआ है. वहीं इस बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा चुनाव नहीं लड़ेंगे. कांग्रेस के दावेदार गुरुमुख सिंह नामांकन दाखिल नहीं करेंगे. बता दें कि इससे पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था. होरा धमतरी विधानसभा से पहले विधायक रह चुके हैं.
दरअसल, आज प्रेसवार्ता लेते हुए पूर्व विधायक होरा ने कहा कि प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से मुलाकात के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा, पार्टी में गुटबाजी के शिकार नहीं होते हैं और होते भी हैं तो थोड़ी तकलीफ होती है, उस तकलीफ को सहना भी चाहिए. चरणदास मंहत मेरे वरिष्ठ है उनका सहयोग और प्रेम बना हुआ है, उन्हीं की समझाइश है कि हमें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए.
सर्वे रिपोर्ट में मेरा नाम नंबर वन पर
गुरुमुख सिंह होरा ने कहा, सर्वे रिपोर्ट में मेरा नाम नंबर वन पर रहा है. चरणदास महंत, टीएस बाबा और कुमारी शैलजा के बोलने पर मैंने नामांकन फार्म वापस ले लिया है. पिछले 40 साल से कांग्रेस का सिपाही हूं. वरिष्ठ नेताओं ने काफी सोच विचार करके यह निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि कारण आप सब समझते हैं. किसी सामाजिक गतिविधियों के अर्जेस्टमेंट करने हैं, वो भी एक कारण है. सिंधी समाज को लेकर होरा ने कहा कि सब मैनेज होगा, कार्यवाही हो रही है. जो विद्रोह था वो सीएम भूपेश बघेल के नेतृत्व में सब सही हो गया है.