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डेंगू पर एलोपैथी के अलावा होमियोपैथी और आयुर्वेद दवाएं भी दिखा रही असर, बीमारी हो रही जड़ से समाप्त

   रायपुर.  अभी के मौसम में मच्छर जनित रोगियों को लगातार संख्या बढ़ रही है. वर्षा जैसे तेज होती है डेंगू-चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या बढ़ ...

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  रायपुर. अभी के मौसम में मच्छर जनित रोगियों को लगातार संख्या बढ़ रही है. वर्षा जैसे तेज होती है डेंगू-चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. डेंगू मरीजों का इलाज सिर्फ ऐलोपैथी में ही नहीं, बल्कि लोग होमियोपैथी और आयुर्वेद का भी उपचार ले रहे हैं, जिससे उन्हें जल्द राहत तो मिल रही है, साथ ही बीमारी जड़ से समाप्त भी हो रही है.डाक्टरों के अनुसार मानसून में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, आसपास जमा पानी में इस तरह के मच्छर पनपनते लगते हैं, जिन्हें खुद जागरूक होकर नष्ट करना चाहिए ताकि पानी जमा ना हो सके. डेंगू एडिज मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. डेंगू बुखार करीब 10 से 15 दिनों तक रह सकता है. डेंगू से बचने के लिए जरूरी है डेंगू पीड़ित है, जिसमें से अधिकतर कि लोग सावधानी बरतें और दो दिन का इलाज घरों में चल रहा है, जिनका से अधिक दिनों तक बुखार हो तो कोई सरकारी आंकड़ा है ही नहीं डेंगू-चिकनगुनिया, मलेरिया की जांच जबकि कई का विभिन्न अस्पतालों करवाएं साथ ही डाक्टरों को दिखाकर में इलाज चल रहा है.

होमियोपैथी दवा भी है कारगर Dengue Symptoms and Precautions

डेंगू जैसी बीमारी का इलाज सिर्फ अंग्रेजी दवाओं में नहीं बल्कि होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं में है. राजधानी के एक होमियोपैथी डाक्टर ने बताया कि होमियोपैथी में जो दवा दी जाती है उससे मरीज जल्द ठीक होता है और इसका कोई साइड इफैक्ट भी शरीर पर नहीं पड़ता है. होम्योपैथिक दवा को डेंगू बुखार के साथ अन्य लक्षण जैसे मांसपेशियों में दर्द चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, आंखों में दर्द, बैचने पर दिया जाता है. साथ ही यह तब प्रभावी होती है जब डेंगू के रोगी को बुखार के साथ दाने या छोटे छाले हो जाते हैं. साथ ही प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के लिए यह होम्योपैथिक दवा भी लाभदायक साबित हो सकती है.

ये है डेंगू के लक्षण

अचानक तेज बुखार (Dengue Symptoms and Precautions)
स्किन में लाल
चखते निकला
गंभीर सिरदर्द
आंखों के पीछे दर्द
गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द

प्लेटलेट्स कम होना गंभीर

डेंगू होने पर पूरी तरह प्लेटलेट्स खत्म नहीं होता लेकिन यह प्लेटलेट्स काउंट को भारी मात्रा में कम करने लगता है. एक स्वस्थ व्यक्ति के 1,50,000-450,000 प्लेटलेट्स प्रति यूएल होने चाहिए. अगर किसी व्यक्ति के 20 हजार या अधिक प्लेटलेट्स कम होते हैं तो यह गंभीर अवस्था मानी जाती है जिसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं.

डेंगू के इलाज में क्या खाएं (Dengue Symptoms and Precautions)

हल्दी वाला दूध नियमित रूप से लें
कीवी फल इससे प्लेटलेट्स बढ़ता है और डेंगू खत्म होता है
छाछ पीने से प्लेटलेट्स बढ़ता है
अमरूद का रस नियमित रूप से ले
आयुर्वेद में भी है प्लेटलेट्स बढ़ाने की दवा

युगों से आयुर्वेद हमेशा कारगर साबित होता आ रहा है. आयुर्वेद की और आज लोग जा भी रहे है और विश्वास के साथ इलाज भी करवा रहे हैं. एक आयुर्वेद के विशेषज्ञ ने दावा किया कि सिर्फ आयुर्वेद में ही ऐसी दवाएं है जो प्लेटलेट्स बढ़ाते हैं, जिससे कोई नुकसान भी नहीं होता. प्राकृतिक रूप से बने आयुर्वेद दवाओं में ऐसी ताकत है कि अभी तक जितने भी मरीज इलाज के लिए पहुंचे हैं उन्हें बेहतर परिणाम मिले हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ा है. सभी दवाएं शोध पर आधारित होती है. कुछ दवाओं में डेंगू नील, प्लेटोग्रिड, गिलोय की गोली ब गेंहू के ज्वारे का रस आदि शामिल है, हालांकि किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर को दिखाए बिना नहीं किया जाना चाहिए.