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कांग्रेस की कल आ सकती है 'उम्मीदवारों' की पहली लिस्ट ?

  छत्तीसगढ़।  असल बात न्यूज़।।        00 रोज की डायरी   daily 8:00 PM राजनीतिक गलियारे में बीजेपी की दूसरी लिस्ट(फेक) की बहुत अधिक चर्चा हो ...

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 छत्तीसगढ़।

 असल बात न्यूज़।।      

00 रोज की डायरी daily 8:00 PM


राजनीतिक गलियारे में बीजेपी की दूसरी लिस्ट(फेक) की बहुत अधिक चर्चा हो रही है और राजनीतिक विश्लेषकों का ध्यान उधर ही अधिक लगा हुआ है, लेकिन संभावना आ रही है कि  कांग्रेस, एक दिन बाद छत्तीसगढ़ के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। दिल्ली से हमारे सूत्रों ने बताया है कि इस बारे में आज देर रात तक गहन मंथन चलने की संभावना है और जिन विधानसभा सीटों पर टिकट के दावेदारों के एक- दो ही नाम है,अथवा जहां सिर्फ एक ही नाम है उन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित करने का फैसला किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने यहां 21 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा काफी पहले से कर दी है और इस मामले में  कांग्रेस,अभी पीछे चल रही है। कांग्रेस इसको शीघ्र से शीघ्र 'कवर' करना चाहेगी और कहा जा रहा है कि इसके चलते उसके उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की सुगबुगाहट तेज हो गई है।

अभी पितृपक्ष चल रहा है और कहा जा रहा है कि, राजनीतिक पार्टियों इन दिनों में अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करने से बच रही हैं। भाजपा ने अपने 21 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है जिसके बाद उसके लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जल्दबाजी में जारी करना महत्वहीन रह गया है। यह भी उल्लेखनीय है कि भाजपा ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों की नामों की घोषणा कर दी है वहां  उम्मीदवारों ने अपना जनसंपर्क भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। भाजपा ने साफ सुथरी छवि वाले चेहरों को महत्व देने के रास्ते पर आगे बढ़ने का संकेत देते हुए अपनी पहली सूची में पाटन जैसे हाई प्रोफाइल विधानसभा क्षेत्र में अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है और यहां से सांसद विजय बघेल को टिकट दी गई है। वहीं पूर्व राज्यसभा सदस्य पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। श्री नेताम को सरगुजा संभाग की हाई प्रोफाइल सीट रामानुजगंज से प्रत्याशी बनाया गया है। इनके अलावा भाजपा ने लगभग सभी सीटों पर नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है। 

भारतीय जनता पार्टी ऐसा लग रहा है कि इस चुनाव में करप्शन, भ्रष्टाचार, घोटालों और दूसरे हथकंडे अपनाकर भारी पैसा कमाने वाले चेहरों,घोटालेबाज ठेकेदारों से कन्नी काटते हुए नए चेहरों, और साफ सुथरी छवि वाले चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने पर अधिक जोर दे रही है। चर्चा है कि भाजपा, इस मामले में छत्तीसगढ़ में नया एक्सपेरिमेंट करना चाहती है और उसमें वह बड़ी सफलता मिलने की संभावना देख रही है। ऐसे एक्सपेरिमेंट की प्रेरणा उसे संभवत पिछले लोकसभा चुनाव से मिली है जिसमें, नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारने के बावजूद उसे चुनाव में बड़ी जीत हासिल हुई थी। पार्टी को शायद समझ में आया है कि कमीशनखोरों का ही प्रभाव बढ़ जाने से आम मतदाताओं ने छत्तीसगढ़ में पार्टी को  सत्ता से बुरी तरह से बाहर कर दिया। सांसद विजय बघेल और पूर्व मंत्री राम विचार नेताम पर अभी भ्रष्टाचार के कोई आरोप तो नजर नहीं आते। अब कांग्रेस की बारी है। प्रदेश में भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी पर सिर्फ जीतने वाली उम्मीदवार को ही चुनाव मैदान में उतारना चाहेगी और इसके लिए वह शायद ही कोई समझौता करेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विभिन्न कार्यक्रमों के साथ पूरे प्रदेश का दौरा किया है और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की टीम से मुलाकात की है। नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक वैज की भी पूरे प्रदेश भर में लगातार सक्रियता बनी हुई है। सूत्रों का कहना कि कांग्रेस,अपनी पहली सूची में उन उम्मीदवारों का नाम घोषित करने का मन बना रही है जिन विधानसभा क्षेत्र में दावेदारों की संख्या एक दो से अधिक नहीं है। स्वाभाविक है कि ऐसी सीटों पर बहुत अधिक मंथन और चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बताया जाता है कि उच्च स्तर पर यह कहा गया है कि जिन्हें सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल है तो उनके नाम को घोषित करने में देर करने की जरूरत नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि उम्मीदवारों की सूची घोषित करने में देर हुई तो दिन के नाम फाइनल है उन्हें संकेत दे दिया जाएगा कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की तैयारी शुरू कर दें। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी, इस बार कई विधायकों की टिकट काटने के मूड में है और वहां से नए चेहरे को चुनाव लड़ाया जा सकता है।  जिन विधायकों का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं पाया गया है उनकी टिकट काटने पर सख्ती से निर्णय लिया जा सकता है। और संभवत टिकट कट जाने के बाद उस पर सुनवाई भी नहीं होने वाली है। कांग्रेस की पहली लिस्ट में बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग और बिलासपुर संभाग के विधानसभा क्षेत्र  के उम्मीदवारों के अधिक नाम देखने मिल सकते हैं। वैसे कांग्रेसी खेमें में भी टिकट के लिए कम मारामारी नहीं मची हुई है। कांग्रेस ने,इस बार विधानसभा चुनाव हेतु लोकतांत्रिक पद्धति से टिकट के लिए आवेदन मंगाए हैं और टिकट के दावेदारों को अपने क्षेत्र के ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को टिकट के लिए आवेदन करने कहा गया था। इतनी छूट मिली तो कई विधानसभा क्षेत्र में  टिकट के लिए ऐसी मारामारी देखने को आई है कि वहां 55,56 दावेदारों तक ने टिकट के लिए आवेदन किया है। हालांकि, बताया जाता है कि ऐसे क्षेत्र से भी जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा सिर्फ चार-पांच नाम ही ऊपर विचार हेतु भेजा गया है।

फिलहाल इलेक्शन कोड ऑफ़ कंडक्ट चुनाव आचार संहिता की भी एक या दो-तीन दिनों के भीतर घोषणा हो जाने की संभावना है। इसके साथ छत्तीसगढ़ का चुनावी माहौल लगातार सरगर्म होता जा रहा है। कई विधानसभा क्षेत्र में तो राजनीतिक दलों के द्वारा अपने उम्मीदवारों के नाम की अधिकृत तौर पर घोषणा नहीं की गई है लेकिन उन सीटों पर वहां के कार्यकर्ताओं के द्वारा कुछ नामों को टिकट देने का विरोध शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। आचार संहिता लागू होने के पहले तक विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमि पूजन का काम भी तेज गति से चल रहा है जहां कार्यकर्ताओं को भारी भीड़ पहुंच रही है।