रायपुर। असल बात न्यूज़।। 00 विशेष संवाददाता छत्तीसगढ़ राज्य में नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में देने का बुखार विरोध हो रह...
रायपुर।
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष संवाददाता
छत्तीसगढ़ राज्य में नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में देने का बुखार विरोध हो रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हम कह रहे हैं कि नगरनर स्टील प्लांट कोई नहीं चला पा रहा है तो उसे छत्तीसगढ़ सरकार को दे दो हम उसे चलाएंगे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने अभी ऐसा क्लाज लगा दिया है कि बिजी हाथों की जगह राज्य सरकार यह प्लान ना ले सके। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां पत्र वार्ता लेकर यह आरोप लगाया है। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक वैज भी उपस्थित थे। उन्होंने यहां घोषणा कर दी है कि प्रधानमंत्री के यहां आने के दिन 3 अक्टूबर को कांग्रेस 'बस्तर बंद' करेगी।
पत्रवार्ता में बोलते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब नगरनार स्टील प्लांट की स्थापना हो रही थी तो छत्तीसगढ़ ने इस प्लांट को निजी हाथों में देने के लिए जमीन नहीं दी है। नगरनार स्टील प्लांट से छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद की गई है। यहां के विकास की उम्मीद की गई है। यह उम्मीद की गई है कि इससे हमारे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में विकास की नई शुरुआत होगी। लेकिन अब दिख रहा है कि प्लांट की स्थापना के बाद इसे निजी हाथों को सौंपने की साजिश की जा रही है। सारे सपनों को चकनाचूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ के लोगों का सपना चकनाचूर नहीं होने देंगे। हम नगर नॉर्थ स्टील प्लांट को निजी हाथों में देने का विरोध करेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब कांग्रेस विपक्ष में थी तो प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा में नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में नहीं देने और इसे छत्तीसगढ़ सरकार को देने के लिए अशासकीय संकल्प पारित किया गया। और अब हम हमारी पार्टी जब सत्ता में है तो हमने इसके लिए शासकीय संकल्प पारित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि नगरनार स्टील प्लांट के बारे में जब विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया तो उसमें भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने भी सहमति दी थी। किसी भी उद्योग का निजीकरण हो जाने से उसका मुनाफा सिर्फ कुछ लोगों की जेब में चला जाता है। यहां के युवाओं को निजीकरण से कुछ फायदा नहीं होने वाला है। किसानों के लिए भी कुछ नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने ऐसे क्लाज लगा दिए हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार इसके टेंडर में हिस्सा हिना ले सके।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बिलासपुर में आकर झूठ परोसकर चले गए। केंद्र सरकार ने धान खरीदी पर बोनस देने में प्रतिबंध लगा दिया है। वर्ष 2014 से वर्ष 2017 के बीच किसानों से धान खरीदी का प्रतिशत लगातार कम होता चला गया। अब यह कह रहे हैं कि हम किसानों का एक एक दाना धान खरीदेंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़ में ट्रेनों को लगातार रद्द किए जाने का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में इतनी ट्रेन पहले कभी नहीं रद्द हुई और देश के रेल इतिहास में भी इस तरह से ट्रेन कभी रद्द नहीं की गई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की भयावह झीरम घाटी कांड के बारे में कहा गया था कि इसकी 15 दिनों के भीतर जांच कराएंगे, लेकिन हम इसकी रिपोर्ट मांग रहे हैं तो वह दे नहीं रहे हैं।
पत्र वार्ता में उपस्थित प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक वैज ने कहा कि नगरनार इस्पात संयंत्र को बेचने के विरोध में 3 अक्टूबर को बस्तर बंद का आह्वान किया गया है। इस प्लांट को निजी हाथों में देने की तैयारी कर केंद्र सरकार, बस्तर की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्लांट का निजीकरण करना है तो इसे छत्तीसगढ़ सरकार को देना चाहिए। लेकिन इसके ऑक्शन में छत्तीसगढ़ सरकार को बोली लगाने से रोक दिया गया है। उन्होंने मांग उठाई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 अक्टूबर को बस्तर आ रहे हैं तो उन्हें घोषणा करनी चाहिए कि नगरनार प्लांट बिकेगा नहीं। उन्होंने एनएमडीसी का मुख्यालय बस्तर में लाने की मांग भी उठाई है।