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CISF अब जेल की करेगी सुरक्षा! जम्मू के कोट भलवाल जेल की मिली जिम्मेदारी

  नई दिल्ली।  परमाणु प्रतिष्ठानों, अंतरिक्ष प्रतिष्ठानों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों और बिजली संयंत्रों की सुरक्षा संभालने वाली केंद्रीय औद्योगि...

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नई दिल्ली। परमाणु प्रतिष्ठानों, अंतरिक्ष प्रतिष्ठानों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों और बिजली संयंत्रों की सुरक्षा संभालने वाली केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) अब जेलों की सुरक्षा करेगी. इस सप्ताह जम्मू में कोट भलवाल जेल की सुरक्षा जिम्मेदारी मिली है. यह एक उच्च सुरक्षा वाला केंद्रीय जेल है, जिसमें चंद विदेशी नागरिकों सहित 900 से अधिक लोग कैद हैं. गृह मंत्रालय ने 13 अक्टूबर को कोट भलवाल जेल की सुरक्षा सीआरपीएफ से लेने के लिए सीआईएसएफ को एक आदेश जारी किया था. यह जम्मू-कश्मीर की दूसरी जेल होगी, जिसे सीआईएसएफ द्वारा सुरक्षित किया जाएगा. इसके पहले इस साल 22 सितंबर को जारी आदेश के बाद सीआईएसएफ ने 3 अक्टूबर को श्रीनगर जेल की सुरक्षा अपने हाथ में ले ली थी.सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक (संचालन) श्रीकांत किशोर ने बताया कि लगभग सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं. सीआईएसएफ दो-तीन दिनों के भीतर सीआरपीएफ से कोट भलवाल जेल की सुरक्षा अपने हाथ में ले लेगी. अधिकारी ने कहा कि सीआईएसएफ कोट भलवाल जेल की आंतरिक और बाहरी परिधि पर सुरक्षा प्रदान करेगा. हमारे जवान हर समय जेल परिसर की सुरक्षा करेंगे. सीआईएसएफ के एक अन्य सूत्र के अनुसार, डिप्टी कमांडेंट स्तर के अधिकारी के तहत लगभग 260-265 कर्मियों को कोट भलवाल जेल में तैनात किया जाएगा – जो जम्मू और कश्मीर की दो उच्च सुरक्षा केंद्रीय जेलों में से एक है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर और कोट भलवाल जेलें बेहद संवेदनशील हैं. इन जेलों में कई खूंखार आतंकवादी और कुख्यात अपराधी बंद हैं. कोट भलवाल में 900 और श्रीनगर जेलों में 500 से अधिक कैदी हैं. कोट भलवाल जेल में 579 विचाराधीन कैदी, 353 बंदी और 67 दोषी हैं, “इनमें से 17 विदेशी नागरिक हैं. वर्तमान में कैदियों को रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में विभिन्न प्रकार की तेरह जेलें हैं, जिनमें कोट भलवाल और श्रीनगर में दो केंद्रीय जेल शामिल हैं. इसके अलावा जम्मू, कठुआ, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, बारामूला, और कुपवाड़ा और लेह में आठ जिला जेलें और हीरानगर, रियासी और किश्तवाड़ में तीन उप-जेलें हैं. इन जेलों में कैदियों की कुल क्षमता 2,775 है.



357 प्रतिष्ठानों को प्रदान करता है सुरक्षा

सीआईएसएफ 1969 में केवल तीन बटालियनों की ताकत के साथ कुछ संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को एकीकृत सुरक्षा कवर प्रदान करने के लिए अस्तित्व में आया था, तब से 1,71,635 कर्मियों की वर्तमान ताकत के साथ एक प्रमुख बहु-कुशल संगठन बन गया है. सीआईएसएफ वर्तमान में देश भर में 357 प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर प्रदान करता है. सीआईएसएफ का अपना फायर विंग भी है जो उपरोक्त 104 प्रतिष्ठानों को सेवाएं प्रदान करता है.