भिलाई। असल बात न्यूज़।। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई के रसायन शास्त्र विभाग के स्पेक्ट्रम केमिकल सोसायटी के अंतर्...
भिलाई।
असल बात न्यूज़।।
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई के रसायन शास्त्र विभाग के स्पेक्ट्रम केमिकल सोसायटी के अंतर्गत शैक्षणिक भ्रमण हेतु सिद्धाचलम लैबोरेट्री रायपुर ले जाया गया।
उपरोक्त शैक्षणिक भ्रमण में एमएससी प्रथम सेमेस्टर तथा एमएससी तृतीय सेमेस्टर रसायन शास्त्र विषय के सभी विद्यार्थी शामिल हुए । शैक्षणिक भ्रमण के द्वारा स्पेक्ट्रम केमिकल सोसायटी के प्रेसिडेंट श्री शुभम पांडे ने बताया कि उन्होंने शैक्षणिक भ्रमण के दौरान डिस्टलेशन यूनिट में डिस्टिल्ड वाटर बनाने की विधि को सीखा । एमएससी तृतीय सेमेस्टर के छात्र नोजेंद्र तेता ने बताया कि सिद्धचलम लेबोरेटरी में उन्होंने वेस्ट प्लास्टिक को रिसाइकल करके उससे प्लास्टिक के पाइप निर्माण की विधि को सीखा।
सिद्धाचलम लैबोरेट्री रायपुर की डायरेक्टर डॉ. भावना जैन ने बताया कि लैब में विभिन्न प्रकार के उपकरण जैसे मैग्नेटिक स्टायरर, यूवी स्पेक्ट्रोफोटोमीटर, बीओडी, फ्रेक्शनल डिस्टलेशन यूनिट आदि उपलब्ध है जिनमें विभिन्न प्रकार के शोध संबंधित कार्य होते हैं इसके अलावा डॉ. भावना जैन ने मिथाइलीन ब्लू के सैंपल की काइनेटिक स्टडी यूवी स्पेक्ट्रोफोटोमीटर में किस प्रकार की जाती है इसे ग्राफ द्वारा विद्यार्थियों को समझाकर बताया और जानकारी देते हुए कहा कि वहां पर विभिन्न प्रकार के वॉटर सैंपल की जांच तथा प्लास्टिक के रीसाइकलिंग का भी कार्य किया जाता है। डॉ. एस रजनी मुदलियार, विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण द्वारा विद्यार्थियों को प्रायोगिक एवं व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त होता है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने कहा कि व्यावहारिक ज्ञान हेतु शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग है। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण द्वारा व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करने की सलाह दी। शैक्षणिक भ्रमण को सफल बनाने हेतु रसायन शास्त्र विभाग के स. प्रा. श्रीमती मोनिका मेश्राम, सुश्री सीमा ठाकुर तथा सुश्री स्वाति साहू ने विशेष योगदान दिया।
शैक्षिक भ्रमण करने के पश्चात महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए एमएससी प्रथम सेमेस्टर की छात्राओं चंद्र किरण मानसी तथा अर्चिता द्वारा कहा गया कि हमें शैक्षणिक भ्रमण द्वारा विभिन्न प्रकार के उपकरणों को चलाने तथा उससे संबंधित प्रयोग करने हेतु नई जानकारी प्राप्त हुई जो भविष्य में शोध के क्षेत्र में लाभकारी सिद्ध होगी । एमएससी तृतीय सेमेस्टर के छात्र रामेश्वर दीक्षा तथा ऊष्मा ने कहा कि सिद्धाचलम लेबोरेटरी में उपस्थित विभिन्न उपकरण शोध से संबंधित कार्यों को करने हेतु नई दिशा प्रदान करेंगे ।