कवर्धा कवर्धा, राज्य में कोदो, कुटकी और रागी की खेती को लेकर किसानों का रूझान बहुत तेजी से बढ़ा है। कबीरधाम जिले के किसान अब कोदो, कुटकी और ...
कवर्धा
कवर्धा, राज्य में कोदो, कुटकी और रागी की खेती को लेकर किसानों का रूझान बहुत तेजी से बढ़ा है। कबीरधाम जिले के किसान अब कोदो, कुटकी और रागी बड़ी मात्रा में उत्पादन कर समर्थन मूल्य में विक्रय कर रहे है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के पहल से समर्थन मूल्य में कोदो, कुटकी और रागी की खरीदी से किसानों को लाभ हो रहा है। गुरूवार को ग्राम पुटपुटा के खरीदी केन्द्र का वनमंडलाधिकारी श्री चूडामणि सिंह तथा उप प्रबंध संचालक, जिला यूनियन कवर्धा द्वारा लघु धान्य फसल कोदो, कुटकी व रागी के संग्रहण कार्य का निरीक्षण में किया गया।
वनमंडलाधिकारी श्री चूडामणि सिंह ने कोदो लाने वाले कृषकों को बताया गया कि कोदो, कुटकी एवं रागी की साफ-सफाई करने के उपरांत ही विक्रय केन्द्र में लाएं तथा इसी वर्ष में उत्पादित नमी रहित लघु धान्य लेकर आएं। प्रबंधक एवं स्व-सहायता समूहों को गुणवत्तायुक्त, पूर्ण रूपेण, स्वच्छ एवं सूखे कोदो, कुटकी व रागी का ही क्रय करने के निर्देश दिए। गुणवत्तारहित एवं गिले मिलेट्स को क्रय न करने के समझाइस दी गई। यहां बताया गया कि प्रति किसान, प्रति एकड़ 3.50 क्विंटल कोदो एवं रागी तथा 2.00 क्विंटल कुटकी मिलेट्स का ही क्रय किया जाए। क्रय किए गए मिलेट्स की जानकारी अनिवार्य रूप से संग्राहक कार्ड में दर्ज किए जाने तथा संग्रहण के 15 दिवस के भीतर स्थायी गोदाम केन्द्र में परिवहन करने के निर्देश दिए गए।
वनमंडलाधिकारी श्री चूडामणि सिंह ने बताया कि वर्ष 2023-24 में जिला यूनियन कवर्धा, अंतर्गत कोदो 30000.00 क्विंटल, कुटकी 1200.00 क्विंटल व रागी 300.00 क्विंटल कुल संग्रहण लक्ष्य 31500.00 क्विंटल निर्धारित किया गया है। जिसके संग्रहण के लिए कबीरधाम जिले अंतर्गत 5 वन धन केन्द्र, 44 संग्रहण केन्द्र एवं बेमेतरा जिले 02 संग्रहण केन्द्र बनाएं गए है। उक्त संग्रहण केन्द्रों में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से संग्रहण किया जा रहा है। इस वर्ष कोदो का संग्रहण मूल्य 32 रूपए प्रति किलोग्राम, कुटकी 33.50 रूपए प्रति किलोग्राम एवं रागी 38.46 रूपए प्रति किलोग्राम शासन द्वारा निर्धारित किया गया है। जिससे 3000 कृषकों को लगभग 10 करोड़ रूपए की राशि प्राप्त होगी।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-23 में 1426 कृषकों से 13,774.00 क्विंटल लघु धान्य फसल क्रय कर उनके खाते में 4,13,48,612.00 रूपए का भुगतान किया गया था। इस वर्ष विशेष पिछड़ी जन जाति बैगा समुदाय को लाभांवित करने के लिए 05 संग्रहण केन्द्र नए खोले गए है। कृषकों से अपील है कि वे बी-1 खसरा, संग्रहण कार्ड, आधार कार्ड साथ में लेकर आएं वन अधिकारी संबंधित वन रक्षक, परिक्षेत्र सहायक का प्रमाण पत्र लेकर उपार्जन केन्द्र में उपस्थि होंवें। जिन कृषकों ने कोदो, कुटकी, रागी की मिजाई नहीं की है वे मिजाई कार्य पूर्ण कर निकटवर्ती संग्रहण केन्द्रों पर 15 फरवरी 2024 के पूर्व बिक्रीकरें।
संग्रहण केन्द्रों का विवरण
संग्रहण केन्द्रों में ग्राम चिल्फी, झलमला, समनापुर, रेंगाखार, खारा, उसरवाही, बोक्करखार, खड़िया, बैजलपुर, बोड़ला, बैरख, तरेगांव, दलदली, बांकी, लरबक्क, कुई, भैंसाडबरा, कोदवा, पीपरटोला, धानीखुटा, मिनमिनिया, झंडी, ओड़िया, पंडरीपानी, दियाबार, रौचन, कोयलारझोरी, जरहानवागांव, खोलवा, कोयलारी, जुनवानी, तेलीटोला, रानीगुड़ा, मोतिमपुर, कामठी, जामुनपानी, नेउर, पोलमी, पंडरिया, रूखमीदादर, बांगर (कोटनापानी), आगरपानी, छिंदीडीह, बोदा शामिल है