भिलाई. असल बात न्यूज़. सांसद विजय बघेल के लिए आज का दिन विभिन्न स्कूलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होने का दिन रहा. वे इन कार्यक...
भिलाई.
असल बात न्यूज़.
सांसद विजय बघेल के लिए आज का दिन विभिन्न स्कूलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होने का दिन रहा. वे इन कार्यक्रमों में शामिल हुए तो स्कूली बच्चों और शिक्षक शिक्षिकाओं के सामने उन्होंने,अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए उस समय की कई बातों को भी शेयर किया.उन्होंने कहा कि बचपन,अत्यंत निश्चल और सरल होता है.सिर पर कोई जिम्मेदारी नहीं होती, ना ही कहीं निराशा और हताशा होती है. उन्होंने कहा कि हमारे बड़े बुजुर्गों, महापुरुषों की मेहनत का फल है कि आज गांव में स्कूल खुल गए हैं. शिक्षा के बिना हमारे समाज में कितनी रूढ़िवादिता थी,कितना पिछड़ापन इसे हम समझ सकते हैं. हर जगह स्कूल खुल जाने का ही परिणाम है कि अब बच्चियों पढ़ने में आगे हो गई हैंऔर प्रत्येक क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं.
सांसद विजय बघेल आज शा उ मा शाला जोन 2 खुर्सीपार और शास पुर्व माध्यमिक शाला ग्राम ढौर में सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हुए. खुर्सीपार स्कूल में उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों, शिक्षक शिक्षिकाओं और स्कूली बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं दी. स्कूल में अतिरिक्त कमरे की मांग पर उन्होंने BSP प्रबन्धन से चर्चा करने का आस्वाशन दिया. स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मुरलीधर एवम प्राचार्य मणिकांत साहू ने शाला परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। इस कार्यक्रम में शाला प्रबन्धन समिति के नीलकण्ठ हरमुख,गुड्डू खान, नाशिर, बादल डे, कौशल्या देवी, रवि जोसफ सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाएं व छात्र छात्रा उपस्तिथ थे ।
वार्षिक उत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता दया सिंग ने की . विशेष अतिथि श्रीमती डी सुजाता उप सभापति पार्षद श्याम सुंदर राव, श्रीमति सरीता बघेल पार्षद,विधायक प्रतिनिधि डी कामराजू, उपस्थित थे.
शास पुर्व माध्यमिक शाला ग्राम ढौर में वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद विजय बघेल ने स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा का अनावरण किया.इस अवसर पर सर्वश्री अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा लेखराम बंछोर सरपंच श्रीमती कुसुम बघेल अरविंद जाड़े एम एल पटेल डोमेश्वर साहू प्रकाश चन्द्राकार भी उपस्थित थे. सांसद विजय बघेल ने यहां अपने उद्बोधन में अपने स्कूल के दिनों को भी याद किया. उन्होंने कहा कि वह ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होते हैं तो उन्हें अपना बचपन याद आता है. उन्होंने कहा कि उनके समय में भी उनके स्कूल में गुरु जनों के निर्देशन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होते थे और वह उसमें शिक्षा लेते थे जो बड़ा अच्छा लगता था. आज जब वे यहां बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देख रहे थे तो उसमें स्वयं को खोज रहे थे. निश्चल, सरल बच्चे बिना किसी भय डर के अपनी प्रस्तुतियां देते हैं
उन्होंने कहा कि बच्चों के मन में सरलता होती है संतोष होता है. हमारे महापुरूषों ने स्कूलों की स्थापना और शिक्षा को सबसे अधिक महत्व दिया. यह सैकड़ों साल पुराना स्कूल है. एक सौ तेईस साल पुराना 1901 में इसकी स्थापना हुई ये सोचिए,आज से एक सौ तेईस साल पहले कितना पिछडापन रहा होगा कितनी रुड़ी वादीता रही होगी कितने लोग अशिक्षित रहे होंगे तब यह के बुजुर्गो ने कितनी मेहनत कर के शिक्षा को महत्व देते हुए यहां के स्कूल की शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि देश में आज यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान चल रहा है उसी का प्रतिफल है अब शिक्षा में और दूसरे क्षेत्रों में लड़के पिछड़ रहे हैं बच्चीयां आगे आ रही हैं.
सांसद विजय बघेल ने अयोध्या में भगवान श्री राम के आगमन, मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को गांव गांव में उत्साह पूर्वक धूमधाम से दीपावली मनाने का आव्हान किया. और कहा कि हम भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे उस दिन दीपावली हो हर घर में हर दिल में दिवाली हो. हर कंण कंण में राम हो. छत्तीसगढ़ में हम इस कार्यक्रम को यादगार बनाएंगे. हर घर हर चौक चौराहे मे दीप जलना चाहिए और हम दीवाली से बड़ी दीवाली मनाएंगे. इस अवसर पर राहुल टेमलके प्रकाश चन्द्राकार शिक्षक शिक्षिका एवं छात्र छात्राएं अत्यधिक संख्या में उपस्थित थे.