*मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय घायल जवानों से मिलने पहुंचे अस्पताल *रायपुर के नारायणा एवं बालाजी अस्पताल में घायल जवानों का हो रहा इलाज *घ...
*मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय घायल जवानों से मिलने पहुंचे अस्पताल
*रायपुर के नारायणा एवं बालाजी अस्पताल में घायल जवानों का हो रहा इलाज
*घायल जवानों के बेहतर इलाज के निर्देश
*मुख्यमंत्री ने कहा नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी, नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है
*छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा करके रहेंगे
*माओवादी आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के बढ़ते प्रभाव से बौखलाए नक्सली
छत्तीसगढ़.
असल बात न्यूज़.
नक्सली हिंसा के मामले में छत्तीसगढ़ को क्या बार-बार छला जाता रहा है ? इस समस्या से निपटने के लिए जिस तरह की योजना बनाई बनाई जानी चाहिए, उससे क्या बचने की कोशिश की जाती रही है ?नक्सलवाद को यहां पर पनपने, फलने फूलने का क्या यहाँ अवसर दिया जाता रहा है? सबसे बड़ा सवाल है कि राज्य सरकारों के द्वारा नक्सलवाद के मामले में क्या हमेशा अपनी सुविधा के अनुसार बयान दिए जाते रहे हैं. ताज परिस्थितियों में अभी ऐसे कई सवाल उठने स्वाभाविक हैं. पिछली सरकार कहती थी कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का खत्म हो गया है और नक्सली यहां सक्रिय नहीं रह गए हैं. लेकिन राज्य में नई सरकार बनने के बाद से जिस तरह से नक्सली हिज की घटनाएं बड़ी हैं वह कई सवाल खड़े कर रहे हैं और उनसे एहसास हो रहा है कि राज्य में नक्सलवाद, कहीं खत्म नहीं हुआ है बल्कि और बढ़ गया है.
आप सब छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा की नई स्थिति को देख रहे होंगे. नई सरकार बनने के बाद राज्य में नक्सली हिंसा के घटनाए काफी तेजी से बढ़ती नगर आ रही है. नक्सलियों ने पिछले दो महीनो के भीतर कतिपय तौर पर कई घटनाओ को अंजाम दिया है जिसमें सुरक्षा बल के कई जवान मारे जा चुके हैं और कई बुरी तरह से घायल हुए हैं. इनमें कई जवान अभी भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं. नक्सलियों के द्वारा एक दिन पहले बस्तर संभाग के जगडगुड़ा थाने के अंतर्गत आने वाले गांव में बड़ी वारदात को अंजाम दिया है जिसमें सुरक्षा बल के तीन जवान तत्काल शहीद हो गए हैं. इस नक्सली हिंसा में कुल 14 जवानों की घायल होने की खबर आई है. जब ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं तो छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का प्रभाव कितना बढ़ गया है, इस पर भी सवाल उठने लगा है.
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुए मुठभेड़ में घायल जवानों से मिलने और उनका हाल जानने के लिए रायपुर के नारायणा और बालाजी अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इन दोनों अस्पतालों में इलाजरत जवानों से मुलाकात की। उनका कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को घायल जवानों का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। इस दौरान उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा, वनमंत्री श्री केदार कश्यप, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय श्री पी. दयानंद एवं श्री बसवराजू उनके साथ थे।
गौरतलब है कि सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुई मुठभेड में सुरक्षा बल के तीन जवान शहीद हो गए, जब कि 14 जवान घायल हुए हैं। घायल हुए 8 जवानों को बेहतर चिकित्सा के लिए रायपुर लाया गया है और यहां के नारायणा और बालाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य घायल जवानों का इलाज मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में जारी है।
मुख्यमंत्री ने बालाजी अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य मेें नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपने खात्मे की ओर है। लड़ाई हम जीतेंगे। हम आने वाले समय में नक्सलवाद को खत्म करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए शासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने सुदूर वनांचल में नये कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि नक्सली जिन इलाकों को अब तक अपना समझ रहे थे, उन इलाकों में माओवादी आतंकवाद के विरूद्ध सुरक्षाबलों की दखल और बढ़ते प्रभाव से नक्सली बौखला गए हैं और कायराना हरकत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल के जवान सर्चिंग पर निकले थे। नक्सलियों ने उन पर घात लगाकर कायराना हमला किया है। हमारे जवानों ने उनके इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है, जिसके चलते नक्सली भाग खड़े हुए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में जब से डबल इंजन की सरकार बनी है, नक्सलियों के विरूद्ध लड़ाई तेज हुई है। माओवाद प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की प्रभावी कार्यवाही और दखल के चलते नक्सलियों के पांव उखड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस घटना में शहीद हुए तीन जवानों की शहादत को नमन किया है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।