Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


नौकरी लगाने के नाम पर अलग-अलग लोगो से 77 लाख रूपये की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, मारपीट, चोरी, व छेडछाड जैसे आरोप में जा चुका है जेल, ठगी के पैसों से अपने एशो आराम की जरूरते करता था पुरा

दुर्ग                                                  श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग श्री राम गोपाल गर्ग के दिषा निर्देष पर अति0 ...

Also Read

दुर्ग

                                       

         श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग श्री राम गोपाल गर्ग के दिषा निर्देष पर अति0 पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक झा एवं अति0 पुलिस अधीक्षक  एसीसीयू डॉ अनुराग झा पुलिस, अनुविभागीय अधिकारी पाटन श्री देवांष सिंह राठौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उतई कपिल देव पाण्डेय के नेतृत्व मे टीम गठित कर थाना उतई के अप0क्र0 285/2021 धारा 420, 34 भादवि एवं अप0क्र0 14/2024 धारा 420, 120बी भादवि के फरार आरोपी विकास राजपूत उर्फ सोनू पिता नरेन्द्र सिंह उम्र करीबन 30 साल साकिन बोरसी कालोनी एमआईजी 2-66 ए बिजली आफिस के पास दुर्ग थाना पद्मनाभपुर के पता तलाश एवं गिरफ्तारी हेतू टीम को कर्नाटक रवाना किया गया था। इस बात की भनक आरोपी विकास को लगने से वहां से भाग कर दुर्ग में आकर छुप गया था। जिसे पुलिस टीम एसीसीयू के द्वारा घेराबंदी कर हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया जो बताया कि अपने एशो आराम के लिये लोगो को नौकरी लगाने के नाम पर लाखो की ठगी करता था। आरोपी अपने भाई नवीन सिंह राजपूत के साथ मिलकर लोगों का ठगी का शिकार बनाते थे। तीन साल पहले थाना उतई में अपराध पंजीबद्ध होने व भाई नवीन सिंह के गिरफ्तार होने के बाद से गिरफ्तारी के डर से फरार हो गया था आरोपी। आरोपी विकास सिंह को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। आरोपी विकास सिंह पूर्व में नाबालिक लडकी के छेडछाड एवं रेत चोरी कर बेचने के आरोप में जेल जा चुका है।

उक्त समस्त कार्यवाही में एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक नरेश पटेल, निरीक्षक संतोष मिश्रा, थाना प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय, एक्स टीम के सहायक उप निरीक्षक शोणित मिश्रा प्रधान आरक्षक सगीर खान प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर आरक्षक संतोष कुमार एवं भावेश पटेल प्र0आर0 हेमंत चंदेल, आरक्षक दुष्यंत लहरे एवं विजय कुर्रे का सराहनीय योगदान रहा हैं।